चार साल तक साथ रहने, साथ काम करने और तीन बच्चों को अपनाने के वादे के बाद एक युवक ने महिला का भरोसा तोड़ दिया। मामला बिहार के सीतामढ़ी से अहमदाबाद और फिर राजस्थान तक जुड़ा है, जहां लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही 27 वर्षीय महिला ललिता के साथ कथित रूप से भावनात्मक, मानसिक और आर्थिक शोषण हुआ।
पीड़िता ललिता के मुताबिक, उनकी पहली शादी राम जी से हुई थी। पति शराब पीता था और मारपीट करता था। हालात से मजबूर होकर वह अपने तीन बच्चों को लेकर चार साल पहले बिहार के सीतामढ़ी से अहमदाबाद आ गईं। यहां बर्तन की सिल्वर फैक्ट्री में काम कर बच्चों की पढ़ाई और घर खर्च चलाने लगीं।
इसी दौरान उनकी पहचान कैलाश नाम के युवक से हुई, जो अविवाहित बताया जा रहा है और उम्र करीब 25 साल है। दोस्ती प्रेम में बदली और कैलाश ने तीनों बच्चों को अपनाने का भरोसा दिया। दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे, पति-पत्नी की तरह साथ काम किया और साथ जीवन बिताया। हाल ही में, करीब 10 दिन पहले, कैलाश के माता-पिता कैलाश के पिता का नाम है हुकुम सिंह से भी मुलाकात हुई। परिजनों ने समाज में स्वीकार न करने की बात कही, लेकिन किराए के मकान में साथ रहने पर आपत्ति नहीं जताई।
ललिता के अनुसार, सब कुछ ठीक चल रहा था, तभी कैलाश उन्हें अपने पैतृक गांव चैनपुरा, पाली (राजस्थान) ले गया। वहीं पहुंचते ही उसका व्यवहार बदल गया। आरोप है कि 10 दिसंबर 2025 को कैलाश घर में रखे 95 हजार रुपये नकद लेकर फरार हो गया। यह रकम बच्चों की शिक्षा परवरिश के लिए जमा की गई थी।
घटना वाले दिन कैलाश ने भिंडी लाने के बहाने ललिता को सब्जी मंडी भेजा। लौटने पर वह घर में ही था। सब्जी बनाते वक्त उसने दो मिनट में आने की बात कहकर घर छोड़ा और फिर कभी नहीं लौटा। उसके बाद से फोन बंद है और संपर्क पूरी तरह टूट गया है।
घबराई ललिता नजदीकी थाने पहुंचीं, लेकिन आरोप है कि अब तक उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। पुलिस ने राजस्थान जाकर शिकायत करने की सलाह दी। ललिता का कहना है कि उनके पहले पति से उन्हें पहले ही धोखा और अत्याचार झेलना पड़ा, और अब कैलाश ने चार साल तक उनके साथ रहकर शोषण किया, फिर अपनाने की बात आते ही चोरी कर फरार हो गया।
ललिता ने मीडिया के जरिए प्रशासन से मांग की है कि मामले में गंभीर धाराओं में कार्रवाई हो, आरोपी की तलाश की जाए और उनके बच्चों के भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उनका कहना है कि वह अब सिर्फ इंसाफ चाहती हैं—ताकि किसी और महिला के साथ ऐसा न हो।
