हैदराबाद, तेलंगाना — फरजाना बेगम, जो मूल रूप से हैदराबाद जिले की निवासी हैं, अपने तीन बच्चों के संरक्षण और उनसे मिलने के अधिकारों को लेकर प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रही हैं। फरजाना की शादी वर्ष 2005 में मोहम्मद अनीस से हुई थी और उन्हें दो बेटों व एक बेटी का जन्म हुआ। वर्ष 2016 में दोनों का तलाक हो गया, लेकिन फरजाना का आरोप है कि तलाक उनके साथ धोखे से कराया गया।
फरजाना बेगम का कहना है कि मोहम्मद अनीस ने उन्हें जानकारी दिए बिना धोखे से तलाक के कागज़ों पर साइन करवा लिए। बाद में जब उन्होंने कई जगह शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, तो उन्हें यह कहते हुए लौटा दिया गया कि तलाक उन्होंने अपनी मर्जी से दिया है, इसलिए इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो सकती।
फरजाना का कहना है कि तलाक पति-पत्नी के बीच हुआ है, लेकिन बच्चों से उनका रिश्ता खत्म नहीं हुआ। इसके बावजूद मोहम्मद अनीस न तो उन्हें बच्चों से मिलने देता है और न ही उनसे बात करने की इजाजत देता है। तलाक के बाद मोहम्मद अनीस ने दूसरी शादी कर ली, और तभी से बच्चों को फरजाना से दूर रखा जा रहा है।
फरजाना का दर्द बयां करते हुए कहना है,
“पति से तलाक हुआ है, बच्चों से नहीं। मुझे बच्चों से मिलना तो दूर, बात तक नहीं करने दी जा रही है। ऐसे आदमी के पास बच्चों का रहना सुरक्षित नहीं है। मैं अपने बच्चों का भविष्य अंधकार में नहीं जाने दूंगी।”
फरजाना बेगम ने जिला प्रशासन व राज्य सरकार से हस्तक्षेप करने की अपील की है ताकि उन्हें उनके बच्चे वापस मिल सकें। उनका कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास पर गंभीर असर पड़ सकता है।
स्थानीय स्तर पर यह मामला चर्चा का विषय बन चुका है और अब उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए फरजाना बेगम को न्याय दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाएगा।
