आज पीएम मोदी के जन्मदिन पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बधाई देते हुए उनसे अपनी पहली मुलाकात का किस्सा सुनाया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर देशभर से उन्हें शुभकामनाएं मिल रही हैं। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बधाई देते हुए पीएम मोदी से अपनी पहली मुलाकात का किस्सा सुनाया।
शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि उनकी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली भेंट 1992-93 में हुई थी, जब बीजेपी ने कन्याकुमारी से लेकर श्रीनगर तक ‘एकता यात्रा’ निकालने का फैसला किया था। इस यात्रा का नेतृत्व डॉ. मुरली मनोहर जोशी कर रहे थे और पूरी यात्रा की जिम्मेदारी नरेंद्र मोदी को सौंपी गई थी।
लाल चौक पर तिरंगा फहराने का क्षण
केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि उस वक्त कश्मीर घाटी में आतंक का बोलबाला था। लाल चौक पर तिरंगा फहराना असंभव सा लग रहा था, लेकिन जब 26 जनवरी को यात्रा श्रीनगर पहुंची, तो लाखों की उम्मीदों और मोदी जी के प्रबंधन से डॉ. जोशी ने लाल चौक पर तिरंगा फहराया। उन्होंने कहा, “मैं भी उस यात्रा का हिस्सा था और पहली बार मैंने मोदी जी को बेहद करीब से देखा। उनके भीतर एक जिद, जुनून और जज्बा था कि लाल चौक पर तिरंगा जरूर लहराना है।”
“वो पूरी रात सोए नहीं, बैठे-बैठे रोते रहे”
शिवराज सिंह ने उस दिन को याद करते हुए आगे बताया कि सुरक्षा कारणों से जब आम कार्यकर्ताओं को लाल चौक ले जाने से रोका गया, तो हजारों कार्यकर्ता निराश और गुस्से से भरे थे। बाद में जब मोदी जी लौटकर जम्मू पहुंचे और कार्यकर्ताओं से मिले, तो उनका गला भर आया।
उन्होंने आगे बताया, “मैंने पहली बार देखा कि कठोर अनुशासन और दृढ़ संकल्प से दिखने वाले मोदी जी कितने संवेदनशील इंसान हैं। वो पूरी रात सोए नहीं, बैठे-बैठे रातभर रोते रहे। गम एक ही था, दर्द एक था कि उनके साथी कार्यकर्ता श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने के साक्षी नहीं बने।”