Home National ईंट भट्ठा मजदूर से 5 लाख 10 हजार की ठगी, महाराष्ट्र काम...

ईंट भट्ठा मजदूर से 5 लाख 10 हजार की ठगी, महाराष्ट्र काम पर बुलाने के नाम पर उड़ाए रुपये — विरोध पर दी जान से मारने की धमकी, पीड़ित दर-दर भटक रहा न्याय के लिए

0

लखीमपुर खीरी/25 अक्टूबर 2025:
महाराष्ट्र में ईंट भट्ठा पर मजदूर सप्लाई का कार्य करने वाले खीरी जिले के एक युवक से चार लाख से अधिक की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपियों ने पहले काम पर बुलाने के नाम पर एडवांस रकम ली, फिर न केवल काम पर नहीं पहुंचे बल्कि विरोध करने पर पीड़ित को जान से मारने की धमकी तक दे डाली।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, पवन कुमार गौतम पुत्र शारदा प्रसाद, निवासी ग्राम नौधन जिगनिया, थाना शारदानगर, जिला खीरी, महाराष्ट्र में ईंट भट्ठा पर मजदूर सप्लाई का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि दो अलग-अलग समूहों ने उनसे ठगी की है।

पहले प्रकरण में सीतापुर जनपद के ग्राम मंझरी कारिन्दा निवासी श्रवण कुमार पुत्र जगदीश के माध्यम से रमाकान्त पुत्र रामसनेही मौर्य, सन्तोष कुमार यादव, अनिल कुमार और राधे कृष्ण गारमेंट्स से संपर्क हुआ था। इन लोगों ने काम पर जाने से पहले एडवांस रकम मांगी। जिस पर पवन कुमार ने 15 से 18 अगस्त के बीच ऑनलाइन माध्यम से क्रमशः ₹45,000, ₹25,000, ₹13,000 और ₹20,000 रुपए भेजे। तय हुआ था कि वे 1 सितम्बर को महाराष्ट्र रवाना होंगे, लेकिन सभी ने एडवांस लेने के बाद फोन बंद कर दिए। जब पीड़ित ने बार-बार पैसे लौटाने की बात कही, तो आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी।

दूसरे प्रकरण में पवन कुमार ने बताया कि अशीष कुमार भादवी, ओमप्रकाश, सरखन जगदीश गौतम और इसरार, निवासी ग्राम कोड गंसरी, को भी महाराष्ट्र ईंट भट्ठे पर काम दिलाने के लिए बुलाया गया था। इन लोगों ने भी एडवांस रकम की मांग की, जिस पर पवन कुमार ने अशीष को ₹3,30,000, सरखन को ₹110,000, और इसरार को ₹70,000 रुपये ऑनलाइन माध्यम से भेजे। परन्तु तय तिथि पर कोई भी व्यक्ति काम पर नहीं पहुंचा और सभी ने फोन बंद कर लिया।

पीड़ित पवन कुमार ने बताया कि वह इन दोनों प्रकरणों में कुल ₹5,13,000 रुपये गवां चुका है और अब तक किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक लखीमपुर खीरी से मामले की जांच कर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

 

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version