Thursday, October 16, 2025
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क्या एक महिला और उसका बच्चा सिर्फ इसलिए बेसहारा हैं क्योंकि उन्होंने प्यार से घर बसाने की कोशिश की?

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प्रयागराज.
थाना लालपुर क्षेत्र की रहने वाली शालिनी मिश्रा (उम्र 28 वर्ष) आज अपने 10 वर्षीय बेटे के साथ न्याय की आस में हैं। तीन साल पहले उन्होंने प्रेम विवाह किया था हरिशंकर पांडे से, जोकि उनकी दूसरी शादी थी। शादी पूरी सामाजिक और कानूनी प्रक्रिया से की गई थी, लेकिन हरिशंकर द्वारा जरूरी दस्तावेज कोर्ट में जमा न करने के कारण अब यह रिश्ता अधर में लटका हुआ है।

शालिनी का आरोप है कि अब न सिर्फ हरिशंकर पांडे बल्कि उनके पूरे परिवार ने उन्हें और उनके बच्चे को अपनाने से इनकार कर दिया है। बल्कि, शारीरिक हिंसा तक की गई है।

पति और ससुरालवालों पर मारपीट का आरोप

शालिनी मिश्रा का साफ आरोप है कि हरिशंकर पांडे और उनके परिवार के लोगों ने उनके साथ कई बार मारपीट और झगड़ा किया। यह हिंसा सिर्फ उनके साथ नहीं, बल्कि उनके मासूम बेटे के साथ भी हुई। उन्होंने बताया कि ससुराल में उन्हें किसी तरह की इज़्ज़त या सम्मान नहीं दिया गया, बल्कि कई बार मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किया गया।

परिवार के जिन सदस्यों पर शालिनी ने आरोप लगाए हैं, उनमें शामिल हैं:

रवि शंकर पांडे

विजय शंकर पांडे

शिव शंकर पांडे

पिता: रामसनेही उर्फ मन्ना पांडे

हरिशंकर की बहनें: विमला पांडे और निशा मिश्रा (हालांकि दोनों की शादी हो चुकी है, फिर भी शालिनी के अनुसार वे लगातार घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करती रहीं और उनके खिलाफ माहौल बनाती रहीं।

“मुझे और मेरे बेटे को घर में नहीं रहने दिया जा रहा”

शालिनी बताती हैं कि हरिशंकर के परिवार ने खुले शब्दों में कह दिया कि वे उनके बेटे को अपनाने के लिए तैयार नहीं हैं और न ही उसका खर्चा उठाएंगे। यहां तक कि अब शालिनी के अपने खर्चे भी हरिशंकर ने देने से मना कर दिया है।

शालिनी अब अपने पहले पति के घर में रह रही हैं, जहां उन्हें और उनके बेटे को सम्मान और सुरक्षा मिल रही है। वह कहती हैं, “हम पहले अलग कमरे में रहते थे, लेकिन अब हमें अपने पहले पति के घर वालों ने अपनाया है और बहुत प्यार से रखा है।—

क्या प्रेम विवाह करने की सज़ा आज भी एक महिला को यूं ही भुगतनी पड़ती है?

क्या एक महिला को उसकी दूसरी शादी और एक बच्चे की मां होने की वजह से समाज और कानून से कमतर न्याय मिलेगा?

जब शादी सामाजिक और क़ानूनी रूप से हुई थी, तो क्या उसका अधूरा दस्तावेज़ीकरण एक बहाना बन सकता है अत्याचार का?

और अगर एक महिला अपने पहले पति के घर में वापस शरण लेती है, तो क्या यह समाज के लिए एक आईना नहीं है?

रामपुर: घरवालों ने अलग किया, दोबारा साथ रहने की मांग कर रहे करतार सिंह और विजय मौर्य

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रामपुर। जिले के रहने वाले करतार सिंह और विजय मौर्य बीते आठ माह से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। दोनों ने घरवालों से छुपकर किराए पर कमरा लेकर साथ रहना शुरू किया था। लेकिन जैसे ही परिजनों को इसकी जानकारी हुई, उन्होंने दोनों को ढूंढकर अलग कर दिया।

विजय मौर्य (24), पुत्र विध्या राम, निवासी ग्राम महूनागर, पोस्ट शाहाबाद, जिला रामपुर और करतार सिंह उर्फ सोनू डांसर, पुत्र मक्खन लाल, निवासी धर्मपुर, जिला रामपुर ने बताया कि वे एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं और अलग होकर नहीं रह सकते।

दोनों का कहना है कि परिवार ने जबरन अलग कर दिया है, जबकि वे अपनी मर्जी से साथ रहना चाहते हैं। करतार सिंह ने आरोप लगाया कि विजय मौर्य की मर्जी के खिलाफ उसके परिवार वाले उसकी शादी किसी अन्य लड़की से कराने की कोशिश कर रहे हैं।

सोनू डांसर का कहना है कि विजय मौर्य ने साफ कहा है कि वह उससे ही शादी करना चाहता है। उन्होंने बताया कि हम दोनों समलैंगिक हैं और अपनी जिंदगी साथ बिताना चाहते हैं। लेकिन पुलिस ने भी विजय की इच्छा जाने बिना उसे परिवार के हवाले कर दिया और हमें अलग कर दिया।

दोनों ने मीडिया के माध्यम से समाज और प्रशासन से अपील की है कि उन्हें दोबारा मिलवाया जाए ताकि वे साथ रहकर अपनी जिंदगी जी सकें।

समस्तीपुर में महिला को ‘डायन’ बताकर दी जान से मारने की धमकी — परिवार पर तेजाब डालने और गोली मारने की दी चेतावनी

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समस्तीपुर | संवाददाता
समस्तीपुर जिले के सिंघिया थाना क्षेत्र के लिलहौल गांव में अंधविश्वास और दबंगई का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक महिला को गाँव के ही कुछ लोगों ने ‘डायन’ बताकर न केवल उसके साथ बदसलूकी की, बल्कि उसे और उसके परिवार को जिंदा जलाने तथा गोली मारने की धमकी तक दे डाली। पीड़िता ने थानाध्यक्ष सिंघिया को लिखित आवेदन देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

पीड़िता सुनिता देवी, पति अशोक शर्मा, निवासी ग्राम लिलहौल, थाना सिंघिया, जिला समस्तीपुर, ने अपने आवेदन में बताया है कि उनके पति मजदूरी के लिए बाहर प्रदेश में रहते हैं और घर पर वह अपने परिवार के पाँच सदस्यों के साथ रहती हैं।

घटना 2 मई 2025 (गुरुवार) सुबह करीब 8 बजे की है, जब गाँव के ही
(1) संजीव शर्मा (45 वर्ष) पिता स्व. लक्ष्मी शर्मा,
(2) राजा शर्मा (20 वर्ष) पिता संजीव शर्मा,
(3) जगतारण देवी (65 वर्ष) पति स्व. लक्ष्मी शर्मा,
(4) विमल देवी (40 वर्ष) पति संजीव शर्मा,
(5) आरती देवी (19 वर्ष) पति राजा शर्मा,
सभी लिलहौल निवासी, अचानक सुनिता देवी के घर आ धमके।

पीड़िता ने बताया कि ये लोग उसे डायन कहकर गालियाँ देने लगे और घर के आगे लगी टाट को उखाड़ फेंका। जब उसने विरोध किया, तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी। सुनिता देवी के अनुसार, आरोपियों ने कहा —
“गाँव छोड़कर भाग जाओ, नहीं तो गोली मार देंगे, तेजाब डालकर जला देंगे और तुम्हारे दामाद को भी नहीं छोड़ेंगे।”

सुनिता देवी ने आगे कहा कि आरती देवी अक्सर फोन कर अपने भाई को बुलाती है और उससे उनके खिलाफ गाली-गलौज और झगड़ा करवाती है।

पीड़िता ने थानाध्यक्ष से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा है कि अंधविश्वास और जातिगत दबाव के कारण गाँव में उनका जीना मुश्किल हो गया है। उन्होंने पुलिस से जानमाल की सुरक्षा और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद आक्रोश का माहौल है। वहीं पुलिस ने आवेदन प्राप्त कर मामले की जाँच शुरू कर दी है।

स्थानीय संवाददाता ई खबर मीडिया की रिपोर्ट

 

चार वर्षों से परेशान बेसहारा महिला, पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप

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दिल्ली, रोहिणी:
राजधानी दिल्ली के प्रशांत विहार थाना क्षेत्र से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बेसहारा महिला सुनीता शर्मा (उर्फ सुजिता) ने मकान मालिक सुरज उर्फ बबली पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ने आरोप लगाया है कि सुरज उसे बीते चार वर्षों से लगातार परेशान कर रहा है। वहीं, स्थानीय पुलिस पर कार्रवाई न करने का भी आरोप है।

पीड़िता सुनीता शर्मा, जो कि दयानंद शर्मा की पत्नी हैं, ने बताया कि उनका पति उनसे अलग हो चुका है और वह अकेली रहकर जीवनयापन कर रही हैं। उन्होंने बताया कि जब भी वह कहीं किराए पर कमरा लेती हैं, तो सुरज उर्फ बबली वहां अपने लोगों को भेजकर उन्हें परेशान करता है और छेड़खानी तक करवाई जाती है। इतना ही नहीं, मकान मालिक होने का फायदा उठाकर सुरज आए दिन महिला के साथ दुर्व्यवहार करता है।

पीड़िता ने बताया,

“मैं कई बार प्रशांत विहार थाने में इस संबंध में शिकायत कर चुकी हूं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। मजबूरी में मुझे कभी रेलवे प्लेटफार्म पर रातें गुजारनी पड़ी हैं। अगर मेरे साथ कोई अनहोनी होती है, तो उसकी जिम्मेदारी सुरज और प्रशांत विहार थाने की होगी।”

सुनीता शर्मा ने अपने आवेदन में सूरज उर्फ बबली के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354A (यौन उत्पीड़न) और 354D (पीछा करना/स्टॉकिंग) के तहत कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने एसीपी क्राइम ब्रांच, रोहिणी सेक्टर-18 को पत्र लिखकर जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।

पुलिस की चुप्पी पर सवाल

पीड़िता का यह आरोप बेहद गंभीर है कि पुलिस जानबूझकर मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। यह न केवल एक महिला की सुरक्षा का सवाल है, बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।

क्या कहता है कानून?

धारा 354A IPC: महिला के साथ अनुचित शब्द, स्पर्श, या यौन प्रस्ताव के लिए लगाया जाता है।

धारा 354D IPC: किसी महिला का पीछा करना या बार-बार संपर्क करना जिससे वह असहज महसूस करे, इस धारा के अंतर्गत आता है।

अगर इन धाराओं के तहत कार्रवाई नहीं होती, तो यह कानून व्यवस्था की विफलता मानी जा सकती है।

प्रशासन से अपील

पीड़िता ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अगर भविष्य में उसके साथ कुछ गलत होता है, तो उसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर सुरज उर्फ बबली और प्रशांत विहार थाना पुलिस की होगी।

अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या कदम उठाता है, या फिर एक और महिला की आवाज़ यूं ही दबा दी जाएगी

पश्चिम दिल्ली में महिला और बच्चे के साथ गायब, पति ने दर्ज कराई FIR

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दिल्ली: पश्चिम दिल्ली के लोक नायक पुरम, बक्करवाला में रहने वाली श्री माया धैरे (32) अपने 3 साल के बेटे आयुष के साथ 15/09/2025 की रात करीब 8:30 बजे घर से बिना सूचना दिए गायब हो गईं। उनके पति कमाल धैरे (34) ने मुड्का थाना में FIR दर्ज कराई।

पति कमाल धैरे ने बताया कि श्री माया की मानसिक स्थिति सामान्य है, लेकिन उन्होंने अचानक घर छोड़ दिया। उन्होंने कई जगह तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।

श्री माया धैरे का विवरण:

ऊँचाई: 5 फीट 2 इंच

रंग: गोरा

शरीर/चेहरा: गोल

कपड़े: यलो सुत, ब्लैक प्लाजो, व्हाइट ब्लैक दुपट्टा, ब्लैक स्लीपर

संपर्क:

पति कमाल धैरे: 9289439060 / 8527261336।

फोन ट्रैकिंग IMEI:

IMEI1: 862516076085523

IMEI2: 862516076085531

पुलिस ने कंप्यूटराइज्ड मिस्टिंग रिपोर्ट दर्ज कर तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। परिवार ने मीडिया और जनता से श्री माया और आयुष को खोजने में मदद की गुहार लगाई है।

लखीमपुर का युवक झारखंड में बंधक! कंपनी मांग रही 26 हज़ार रुपये फिरौती

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लखीमपुर/झारखंड
जिला लखीमपुर के रहने वाले प्रभाकर सोनी के परिवार पर इन दिनों दुखों का पहाड़ टूटा हुआ है। उनके छोटे भाई सुधाकर सोनी, जो रोज़गार की तलाश में झारखंड गए थे, अचानक रहस्यमयी तरीके से कंपनी के लोगों द्वारा बंधक बना लिए गए हैं।

परिवार का आरोप है कि कंपनी प्रबंधन सुधाकर को छोड़ने के लिए ₹26,000 की मोटी रकम मांग रहा है। प्रभाकर सोनी ने मीडिया को बताया—

“मेरे भाई को झारखंड काम करने भेजा गया था, लेकिन वहां जाकर उसे धोखे से रोक लिया गया। अब कंपनी कह रही है कि ₹26,000 दो, तभी छोड़ेंगे। यह कोई काम नहीं है, बल्कि साफ तौर पर 420 ठगी और मानव तस्करी का धंधा लग रहा है।”

परिवार में मातम, पिता-पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल

प्रभाकर जी ने बताया कि घर पर सबकी हालत खराब है। माता-पिता बेटे को छोड़ाने की गुहार लगा रहे हैं और लगातार बेसुध हो रही है। गांव में भी यह खबर फैलते ही सनसनी फैल गई है। लोग इसे “मजदूरों से जबरन वसूली और बंधक प्रथा” का मामला बता रहे हैं।

अवैध वसूली का खेल या मानव तस्करी का अड्डा?

झारखंड में इस तरह के कई मामले पहले भी उजागर हो चुके हैं, जहां गरीब मजदूरों को नौकरी के नाम पर बुलाकर उनसे पैसे ऐंठे जाते हैं। परिवार को शक है कि यह भी ठग गिरोह का रैकेट है, जो भोले-भाले लोगों को फँसाकर उनसे वसूली करता है।

प्रभाकर सोनी की सरकार और प्रशासन से गुहार

प्रभाकर सोनी ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस से अपील की है कि उनके भाई को जल्द से जल्द छुड़ाया जाए और इस घिनौने रैकेट का पर्दाफाश हो।

उनकी मार्मिक अपील:
“हम गरीब लोग हैं, इतनी बड़ी रकम कहां से लाएँ? सरकार और प्रशासन हमारी मदद करे, वरना मेरा भाई वहां बंधक ही रह जाएगा।”

यह मामला न सिर्फ एक परिवार का दर्द है, बल्कि यह सवाल खड़ा करता है कि आखिर कैसे झारखंड जैसे राज्यों में मजदूरों को इस तरह से बंधक बनाया जा रहा है और खुलेआम फिरौती वसूली की जा रही है? क्या प्रशासन की पकड़ से बाहर हैं ये ठग कंपनियां?

अब देखने वाली बात यह होगी कि लखीमपुर प्रशासन और झारखंड पुलिस कितनी जल्द कार्रवाई करती है और सुधाकर को सकुशल मुक्त कराती है।

बंढा रोड पर ठेला पलटा, व्यापारी और युवक घायल – यूपी नंबर की पिकअप गाड़ी फरार, पीड़ित परिवार ने लगाई सीएम योगी से इंसाफ की गुहार

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नमस्कार दोस्तों ई खबर में आपका स्वागत है आज हम बात करेंगे

सागर/खुरई (मप्र)।
बंढा रोड पेट्रोल पंप के पास 15 जून की शाम लगभग 5 बजे एक भीषण हादसा हो गया।एक तेज़ रफ्तार पिकअप (नंबर UP30AT7540) ने सड़क किनारे खड़े ठेले को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ठेला पलट गया और उस पर मौजूद व्यापारी व साथ खड़ा युवक राज गंभीर रूप से घायल हो गए। बच्चे राज के दाएं पैर में फ्रैक्चर हो गया।

घटनाक्रम
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रोज़ की तरह व्यापारी ठेले पर दुकान सजाने में व्यस्त थे। तभी एम्बुलेंस जैसी दिखने वाली तेज़ रफ्तार पिकअप आई और ठेले को धक्का मार दिया। हादसे में ठेला बुरी तरह पलट गया, सामान सड़क पर बिखर गया और दोनों घायलों की हालत नाजुक हो गई। हादसे के बाद आरोपी चालक वाहन समेत फरार हो गया, हालांकि स्थानीय लोगों ने उसका नंबर नोट कर लिया।

बचाव कार्य
स्थानीय लोगों ने तत्काल घायलों को नज़दीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों का इलाज जारी है।

पुलिस कार्रवाई
सूचना मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच हेड कांस्टेबल अघेश्वर अहिरवार (नं. 467) को सौंपी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी वाहन चालक को जल्द पकड़कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय लोगों में आक्रोश
इलाके के लोगों का कहना है कि बंढा रोड पर आए दिन तेज़ रफ्तार गाड़ियां हादसों को जन्म दे रही हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सड़क पर स्पीड ब्रेकर और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके।

पीड़ित परिवार की गुहार
पीड़ित परिवार का कहना है कि वे गरीब तबके से हैं और इलाज का खर्च उठाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाए और परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए।

बस्ती: ग्राम प्रधान और दबंगों पर जमीन कब्जे व मारपीट के आरोप, पीड़ित परिवार ने डीजीपी और प्रशासन से लगाई गुहार

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बस्ती। थाना दुबौलिया क्षेत्र के ग्राम नानकार में विवाद और उत्पीड़न के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। गांव के तुलसीराम और रामानन्द परिवार ने डीजीपी उत्तर प्रदेश और जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हें न्याय दिलाया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

मारपीट का मामला

ग्राम नानकार निवासी तुलसीराम ने आरोप लगाया कि 2 मार्च 2023 को गांव के ही रामदयाल, विजय, गोलू और हृदयराम ने पुरानी रंजिश को लेकर उनके दरवाजे पर हमला कर दिया। आरोप है कि गाली-गलौज के बाद विजय ने लाठी से सिर पर प्रहार किया, जिससे गंभीर चोटें आईं और कमर टूट गई। बचाने आई पत्नी को पेट में लात मारी गई, जबकि बेटी और छोटे बेटे को भी पीटा गया। तुलसीराम का कहना है कि प्राणघातक चोटें आने के बावजूद मुकदमे में IPC की धारा 308 शामिल नहीं की गई। इसके चलते आरोपी लगातार धमकियां दे रहे हैं।

जमीन कब्जे का विवाद

इसी गांव के रामानन्द (पुत्र श्रीराम) ने ग्राम प्रधान मन्नू, सचिव और पड़ोसियों शरद लारे, रामवहार आदि पर आरोप लगाया है कि ग्राम सभा की जमीन पर अवैध कब्जा कराया जा रहा है। पीड़ित ने बताया कि प्रधान और सहयोगियों ने उनके परिवार से मारपीट कर जमीन खाली कराई और उनके छप्पर वाले मकान को कागजों में पक्का मकान दिखाकर सरकारी योजनाओं से वंचित करने की साजिश रची।

रामानन्द का कहना है कि उन्हें अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना या कोई अन्य सरकारी लाभ नहीं मिला। शिकायत करने पर उन्हें धमकाया जाता है और दोबारा मारपीट की चेतावनी दी जाती है। आरोप है कि फर्जी कागजात बनाकर सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग भी किया जा रहा है।

जनसुनवाई पोर्टल पर भी दर्ज शिकायत

पीड़ित परिवार ने 27 सितम्बर 2025 तक कई बार थाने और उच्चाधिकारियों को लिखित शिकायत दी। इतना ही नहीं, जनसुनवाई – समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली, उत्तर प्रदेश पर भी शिकायत दर्ज की गई है। संदर्भ संख्या 40018825033410 के तहत दर्ज मामले में आरोप लगाया गया है कि ग्राम प्रधान और दबंगों ने ग्राम सभा की जमीन पर कब्जा किया है। यह शिकायत राजस्व एवं आपदा विभाग की श्रेणी में दर्ज है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।

पीड़ित की गुहार

पीड़ितों ने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन निष्क्रिय बने हुए हैं। तुलसीराम और रामानन्द ने कहा कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो प्रधान और दबंग किसी बड़े हादसे को अंजाम दे सकते हैं।

गांव के लोग भी मानते हैं कि यह विवाद लंबे समय से चला आ रहा है और प्रशासन की लापरवाही के कारण लगातार बढ़ता जा रहा है। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन पीड़ित की गुहार पर कब तक संज्ञान लेता है और न्याय दिलाने के लिए क्या ठोस कदम उठाता है।

जम्मू में चौंकाने वाला दावा – अब बिना तोड़े ऊंचा होगा घर का लैन्टर!

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जम्मू:
आमतौर पर घर की नींव या लैन्टर को ऊंचा करवाने की बात आते ही लोगों के जेहन में सबसे पहला ख्याल आता है – “तोड़फोड़, भारी खर्च और महीनों का झंझट”। लेकिन अब जम्मू में एक ऐसा ठेकेदार सामने आया है जिसने दावा किया है कि वह बिना तोड़े मकान की नींव से लेकर लैन्टर तक को ऊंचा कर सकता है — और वो भी 60% तक की बचत के साथ।

कहां मिलेंगे?
यह ठेकेदार खुद को “LYNTER CHUKAN WALA” कहता है। उसका दावा है कि “मकान नींव से उठाए जाते हैं, और पूरा काम परफेक्शन से किया जाता है।”
इस सेवा की जानकारी देने वाला फ्लेक्स बोर्ड जम्मू के विशाल मेगा मार्ट, कुंजवानी बायपास पर देखा गया है।

ठेकेदार का दावा

नींव से लेकर पूरे मकान को ऊंचा किया जाएगा।

किसी भी हिस्से को तोड़ना नहीं पड़ेगा।

काम पूरी तरह सुरक्षित और तकनीकी तरीके से किया जाएगा।

खर्च पारंपरिक तरीके से 60% कम आएगा।

संपर्क नंबर:

84938-80377

94194-16280

99063-75930

लोगों में हलचल
इस तरह के दावे ने स्थानीय लोगों में चर्चा छेड़ दी है। कई लोग कह रहे हैं कि अगर यह तकनीक सही साबित होती है तो यह निर्माण जगत में क्रांति साबित हो सकती है। वहीं कुछ लोग इसे महज पब्लिसिटी स्टंट बता रहे हैं और जांच की मांग कर रहे हैं।

विशेषज्ञों की राय
बिल्डिंग इंजीनियरों का कहना है कि मकान को बिना तोड़े नींव से उठाना आसान काम नहीं है। इसमें उच्च तकनीक और सुरक्षा की गारंटी बेहद ज़रूरी है। अगर दावा सही है, तो यह जम्मू ही नहीं पूरे देश में चर्चित होगा।

जांच की जरूरत
अब देखना यह है कि यह तकनीक वास्तव में कितनी कारगर है और क्या सचमुच घरों को बिना तोड़े ऊंचा किया जा सकता है। फिलहाल यह विज्ञापन और ठेकेदार का दावा सोशल मीडिया और शहर की गलियों में चर्चा का सबसे बड़ा विषय बना हुआ है।

मिनहाज आलम: संघर्ष से सफलता तक की कहानी

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सोशल मीडिया के माध्यम से मिनहाज आलम छूना चाहते हैं नई ऊंचाइयां

अरहरिया
नमस्कार, ई खबर मीडिया में आपका हार्दिक स्वागत है। आज हम आपके सामने बिहार के अरहरिया जिले के ज्योतिहार पथरावाड़ी गांव के 20 वर्षीय मिनहाज आलम की संघर्ष और प्रेरणादायक कहानी लेकर आए हैं।

मिनहाज आलम, जिनकी माता का नाम रोशनी और पिता का नाम अब्दुल खालिक है, वर्तमान में बेतिया में रहकर अपनी आजीविका कमा रहे हैं। बावजूद इसके, मिनहाज ने कम उम्र में ही यह ठान लिया है कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से गरीबी के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और अपनी प्रतिभा से परिवार का सहारा बनेंगे।

सोशल मीडिया रील्स में आगे बढ़ते कदम

हाल ही में, मिनहाज आलम ने इंस्टाग्राम पर अपना अकाउंट बनाया है। उन्होंने अब तक कई वीडियो निकाले हैं, जिनमें से ज्यादातर दर्शकों को खूब पसंद आए हैं। उनके रील्स को हजारों व्यूज़ मिल चुके हैं, जो उनकी बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाते हैं।

सोशल मीडिया पर बढ़ती पहचान

मिनहाज का उद्देश्य केवल वीडियो बनाना नहीं, बल्कि अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारना और अपने गांव व राज्य का नाम रोशन करना है। वह फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सक्रिय रहते हुए रोजाना नए वीडियो और रील्स अपलोड करते हैं, ताकि उनकी आवाज ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके।

फेसबुक & इंस्टाग्राम: मिनहाज
गरीबी से लड़ाई और सफलता का सपना

मिनहाज बताते हैं कि वह एक गरीब परिवार से हैं, लेकिन उन्होंने ठान लिया है कि अपने वीडियो और संगीत के जरिए अपने परिवार को गरीबी से बाहर निकालेंगे। उन्होंने दर्शकों से अपील की है कि वे उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स को फॉलो करें, गानों को शेयर करें और उनके सपनों को साकार करने में मदद करें।

मिनहाज आलम बने “सोशल मीडिया स्टार”

आज मिनहाज के फैंस बेसब्री से उनके नए वीडियो और गानों का इंतजार करते हैं। सोशल मीडिया पर अब उन्हें “सोशल मीडिया स्टार” के रूप में पहचाना जाने लगा है। हाल ही में, उन्होंने अपने चाहने वालों को धन्यवाद देते हुए कहा – “आपके बिना मैं कुछ नहीं हूं।”

इंस्टाग्राम प्रोफाइल (Minhaj Alam)

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