Tuesday, March 18, 2025
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मोहम्मद शमी की बेटी के होली खेलने पर भड़के मौलाना, विश्वास कैलाश सारंग ने दिया करारा जवाब

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क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बेटी के होली खेलने को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने इसका विरोध किया है। वहीं मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि उस नन्ही मुन्नी बेटी को धमकाया जा रहा है। उसकी मानसिक स्थित क्या होगी।
मोहम्मद शमी की बेटी के होली खेलने पर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने काफी विरोध जताया। इसपर मध्य प्रदेश सरकार के खेल मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, कांग्रेस के नेता और विपक्ष के नेता आगे आएं और शहाबुद्दीन रजवी के बयान का विरोध करें। उन्होंने आगे कहा कि चरमपंथी और कट्टरपंथियों की इंतहा हो गई है। पहले मोहम्मद शमी को धमकाया, फिर उनकी नन्ही मुन्नी बेटी होली खेल लेती है तो उसके खिलाफ बातें करते हैं। मैंने आज मोहम्मद शमी और उनकी बेटी को लेटर लिखा है कि कोई घबराने की बात नहीं है। इस देश का हर व्यक्ति उस नन्ही मुन्नी बेटी के साथ है। चरमपंथी और कट्टरपंथी उस बच्ची को धमकी दे रहे हैं, उसकी मानसिक स्थिति क्या होगी।

‘देश से ऊपर कुछ भी नहीं’
विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि मोहम्मद शमी ने इस देश के लिए मेहनत करके क्रिकेट में देश का नाम बढ़ाया। पहले उनको धमकी देते हैं कि रमजान के दौरान आप पानी क्यों पी रहे हैं? मैं बताना चाहता हूं चाहे हिंदू धर्म हो या इस्लाम, इस्लाम भी कहता है वतन से ऊपर कुछ नहीं है। देश के लिए जो व्यक्ति खेल रहा है उसको धमका रहे हो। अब तो इंतहा हो गई, उसकी नन्ही मुन्नी बच्ची को भी धमका रहे हो, क्योंकि उसने होली खेल ली। होली संस्कृति से जुड़ी हुई है। इस देश में रहने वाला हर व्यक्ति होली खेलता है, इसमें गलत क्या है?

‘विपक्ष के नेता करें विरोध’
उन्होंने आगे कहा कि आपत्ति तो इस बात पर है कि बेटियों को संरक्षण देने की बात करने वाले प्रियंका गांधी और राहुल गांधी कहां चले गए। वो कहती थीं कि ‘बेटी हूं मैं भी लड़ सकती हूं’, लेकिन इस बेटी को कौन संरक्षण देगा। चरमपंथी और कट्टरपंथी उस बच्ची को धमकी दे रहे हैं, उसकी मानसिक स्थिति क्या होगी? मैंने आज मोहम्मद शमी और उनकी बेटी को लेटर लिखा है कि घबराने की कोई बात नहीं है। इस देश का हर व्यक्ति उस नन्ही मुन्नी बेटी के साथ है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, कांग्रेस के नेता और विपक्ष के नेता शहाबुद्दीन रजवी के बयान का विरोध करें।

भारत और चीन के ईवी बाजार: बीवाईडी की सफलता और भारत की चुनौतियाँ

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नई दिल्ली, 13 मार्च 2025: चीन की अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) कंपनी बीवाईडी ने 2024 में 4 मिलियन ईवी बेचकर दुनिया भर में तहलका मचा दिया है, जो टेस्ला की बिक्री से दोगुनी है। बीवाईडी की इस सफलता की कहानी, जो वॉरेन बफेट के 2008 में 232 मिलियन डॉलर के निवेश और चीनी सरकार के 2009-2022 के बीच 29 बिलियन डॉलर के निवेश से संचालित हुई, ने वैश्विक ईवी उद्योग में एक नया अध्याय लिखा है। बीवाईडी ने अपनी “ब्लेड बैटरी” तकनीक के साथ, जो सस्ती, सुरक्षित और तेज चार्जिंग वाली है, टेस्ला, फोर्ड और टोयोटा जैसे दिग्गजों को अपनी बैटरी आपूर्ति के लिए मजबूर किया है। चीन ने ईंधन चालित वाहनों को छोड़कर ईवी पर ध्यान केंद्रित किया, खनिज संसाधनों जैसे ग्रेफाइट, कोबाल्ट और लिथियम पर नियंत्रण स्थापित किया, और नीतियों के माध्यम से त्वरित पैमाने पर उत्पादन को बढ़ावा दिया, जिससे बीवाईडी दुनिया की सबसे बड़ी ईवी कंपनी बन गई।

लेकिन भारत के लिए यह सवाल उठता है: क्या भारत चीन की तरह ईवी क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत कर सकता है? भारत का ईवी उद्योग तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय ईवी बाजार 2022 में 3.21 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2029 तक 113.99 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है, जिसमें 66.52% की वार्षिक वृद्धि दर होगी। सरकार ने ‘मेक इन इंडिया’ पहल और फेम-आईआई (फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) जैसी नीतियों के माध्यम से ईवी को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए हैं, जिसमें चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास और कर छूट शामिल हैं। इसके अलावा, 2030 तक भारत 80 मिलियन ईवी सड़कों पर लाने का लक्ष्य रखता है, जो तेल आयात में कमी और प्रदूषण नियंत्रण में मदद करेगा।

हालांकि, चुनौतियाँ भी कम नहीं हैं। 2018 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में केवल 650 चार्जिंग स्टेशन हैं, जो ईवी अपनाने में एक बड़ी बाधा है। चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी और उच्च प्रारंभिक लागत के कारण उपभोक्ताओं के लिए ईवी अभी भी आकर्षक नहीं हैं। बीएमडब्ल्यू इंडिया और टोयोटा जैसे कंपनियों ने भी भारतीय बाजार में ईवी और हाइब्रिड वाहनों के उत्पादन में देरी की बात कही है, क्योंकि चार्जिंग नेटवर्क की अनिश्चितता और लागत प्रभावित कर रही है। इसके अलावा, भारत को बैटरी तकनीक और कच्चे माल जैसे लिथियम और कोबाल्ट के लिए चीन पर निर्भरता कम करनी होगी, जो बीवाईडी की सफलता का आधार रहा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को चीन की तरह बड़े पैमाने पर सरकारी निवेश, स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा, और नवाचार पर ध्यान देना होगा। बीवाईडी की तरह, भारत को भी सस्ती और सुरक्षित बैटरी तकनीक विकसित करनी होगी, साथ ही चार्जिंग नेटवर्क का तेजी से विस्तार करना होगा। हालांकि, गुणवत्ता और दीर्घकालिक स्थिरता पर ध्यान देना होगा, क्योंकि भारतीय उपभोक्ता सस्ते विकल्पों के बजाय विश्वसनीयता चाहते हैं।

बीवाईडी की सफलता से प्रेरणा लेते हुए, भारत को अपनी नीतियों में और सुधार करने की जरूरत है, ताकि ईवी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल की जा सके और वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाई जा सके। लेकिन यह तभी संभव होगा, जब सरकार, उद्योग और उपभोक्ता मिलकर इस परिवर्तनकारी यात्रा में योगदान दें।

मिर्जापुर में 19 वर्षीय युवक लापता, परिजनों ने पुलिस से की मदद की अपील

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उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के बसुही देवरी आमघाट गांव थाना पडरी से एक 19 वर्षीय युवक के लापता होने का मामला सामने आया है। अभय शंकर तिवारी, जो 31 जनवरी 2025 को सुबह 10:30 बजे कॉलेज के लिए निकला था, अब तक घर नहीं लौटा। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है और प्रशासन से जल्द से जल्द उसे ढूंढने की अपील की है।

परिवार परेशान, बहन ने लगाई गुहार

अभय की बहन पूजा दुबे, जो रायपुर में रहती हैं, ने मीडिया को जानकारी दी कि अभय बिना किसी जानकारी के अचानक लापता हो गया है। परिवार ने रिश्तेदारों और दोस्तों से पूछताछ की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला।

पूजा दुबे का कहना है, “हमने हर जगह उसकी तलाश की, लेकिन अब तक कोई जानकारी नहीं मिली। हमें डर है कि कहीं उसके साथ कोई अनहोनी न हो गई हो। प्रशासन और पुलिस से हमारी अपील है कि जल्द से जल्द उसे ढूंढा जाए।”

कौन है लापता युवक? – पहचान से जुड़े विवरण

नाम: अभय शंकर तिवारी
पिता का नाम: विन्ध्यवासिनी प्रसाद तिवारी
उम्र: 19 वर्ष
लापता होने की तारीख: 31 जनवरी 2025, सुबह 10:30 बजे
कपड़े: चितकबरा शर्ट, नीली जींस
रंग: सांवला
लंबाई: 5 फीट 4 इंच
चेहरा: लंबा

पुलिस में शिकायत दर्ज, जांच जारी

परिवार की शिकायत के बाद स्थानीय पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

स्थानीय थाना प्रभारी ने बताया:
“हमने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है और युवक की तलाश के लिए टीमें गठित की गई हैं। आसपास के इलाकों में पूछताछ की जा रही है और संभावित ठिकानों पर खोजबीन जारी है।”

परिजनों की अपील – जहां भी देखें, सूचना दें

परिवार और स्थानीय लोग अभय शंकर तिवारी के बारे में कोई भी जानकारी मिलने पर तुरंत पुलिस या परिजनों को सूचित करने की अपील कर रहे हैं।

परिजनों ने कहा, “हम बहुत परेशान हैं, हमें बस हमारा भाई वापस चाहिए। अगर कोई उसे देखे तो कृपया हमें तुरंत इस नंबर पर संपर्क करें (6387590683)

क्या मिलेगा अभय का कोई सुराग?

इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या लापता युवक को जल्द ढूंढा जा सकेगा? क्या पुलिस उसे सही-सलामत घर वापस ला पाएगी? इस मामले की हर अपडेट के लिए जुड़े रहें।

(ब्यूरो रिपोर्ट | ई-खबर मीडिया)

दहेज के लिए प्रताड़ना, साजिया की संदिग्ध हालात में मौत – परिवार ने ससुराल वालों पर लगाए गंभीर आरोप

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नई दिल्ली। राजधानी के देवली इलाके में एक दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां दहेज प्रताड़ना की शिकार एक नवविवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतका साजिया के परिवार ने उसके पति आरिफ और ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि कम दहेज मिलने के कारण साजिया को लगातार प्रताड़ित किया जाता था और उसे तीन लाख रुपये लाने के लिए मजबूर किया जाता था।

क्या था मामला?
साजिया—एक नवविवाहिता, जिसकी शादी ओखला फेस-2 के आरिफ से 21 मई 2023 को हुई थी। शादी के बाद उसकी जिंदगी खुशी से नहीं, बल्कि दहेज की मांगों और प्रताड़ना के अंधेरे से घिर गई। साजिया के परिवार का आरोप है कि उसके ससुराल वाले तीन लाख रुपये की मांग कर रहे थे, और जब यह रकम नहीं मिली, तो साजिया की जिंदगी नर्क बना दी गई।

क्या थी प्रताड़ना की हकीकत?
शादी के कुछ ही समय बाद साजिया पर अत्याचार शुरू हो गया। उसे मायके भेजकर लगातार तीन लाख रुपये लाने का दबाव बनाया गया। उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। लेकिन हद तो तब हो गई जब आरोपों के मुताबिक, साजिया को जानबूझकर ठंड में रखा गया, जिससे वह गंभीर संक्रमण का शिकार हो गई और आखिरकार उसकी मौत हो गई।

हत्या या हादसा?
साजिया के परिवार का साफ कहना है कि यह एक सोची-समझी साजिश थी। यहां तक कि साजिया की मौत के बाद भी ससुराल पक्ष उन्हें धमका रहा है और उसकी मासूम बच्ची को नुकसान पहुंचाने की धमकियां दे रहा है।

क्या साजिया को मिलेगा न्याय?
साजिया के भाई तालिब ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस भी अपनी जांच में जुटी है, लेकिन अब सवाल यह उठता है—क्या साजिया को इंसाफ मिलेगा? या फिर यह मामला भी बाकी दहेज उत्पीड़न मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा?

आपकी राय क्या है?
आपको क्या लगता है, क्या दहेज के लालच में बेकसूर लड़कियों की जिंदगी से खेलना कब रुकेगा? क्या हमारी कानून व्यवस्था साजिया को न्याय दिला पाएगी? कमेंट में अपनी राय जरूर दें और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि हर किसी को इस अमानवीय सच्चाई का पता चले!

दहेज उत्पीड़न से नवविवाहिता की मौत, परिजनों ने पति और ससुरालवालों पर लगाए गंभीर आरोप

नई दिल्ली। राजधानी के देवली इलाके में एक दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां दहेज प्रताड़ना की शिकार नवविवाहिता साजिया की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतका के परिवार ने उसके पति आरिफ और ससुरालवालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि कम दहेज मिलने के कारण साजिया को लगातार प्रताड़ित किया जाता था और तीन लाख रुपये लाने का दबाव बनाया जाता था।

निकाह के बाद से ही शुरू हो गया था अत्याचार

परिवार के अनुसार, साजिया का निकाह 21 मई 2023 को ओखला फेस-2, संजय कॉलोनी निवासी आरिफ के साथ मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार हुआ था। शादी में परिवार ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार दहेज दिया था, जिसकी सूची भी पुलिस को सौंपी गई है। लेकिन इसके बावजूद आरिफ और उसके परिवारवाले संतुष्ट नहीं थे।

शादी के कुछ ही समय बाद साजिया पर अधिक दहेज लाने का दबाव बढ़ गया। उसे बार-बार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। आरोपों के मुताबिक, साजिया को कई बार मायके भेजकर तीन लाख रुपये लाने को मजबूर किया गया।

गर्भावस्था में भी नहीं मिला साजिया को आराम

परिवार का कहना है कि साजिया गर्भवती थी, लेकिन उसे दवा और इलाज तक नहीं दिया गया। 29 सितंबर 2024 को सफदरजंग अस्पताल में उसने एक बेटी को जन्म दिया, लेकिन इसके बाद भी ससुरालवालों का जुल्म कम नहीं हुआ।

2 नवंबर 2024 को जब साजिया की तबीयत ज्यादा बिगड़ी, तो उसके भाई तालिब, मां गुलशन और छोटे भाई साहिल उसे देखने ससुराल पहुंचे। उन्होंने इलाज कराने की बात कही, तो आरिफ ने मना कर दिया और कहा—
“मरती है तो मर जाए।”

जब परिजनों ने विरोध किया, तो आरिफ, उसके भाई-बहन, माता-पिता और बहनोई ने उनके साथ मारपीट की। शोर सुनकर पड़ोसी इकट्ठा हो गए और बताया कि साजिया की हालत बेहद नाजुक थी, लेकिन फिर भी ससुरालवाले उसकी देखभाल करने के बजाय हिंसा पर उतर आए।

इसके बाद परिवार ने साजिया को अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे 5 नवंबर को मजिदिया अस्पताल ले जाया गया। तालिब का कहना है कि जब उन्होंने आरिफ को फोन किया, तो उसने गंदी गालियां दीं और कहा कि वह न तो साजिया और न ही उसकी नवजात बेटी को जीवित देखना चाहता है।

6 नवंबर को हुई साजिया की मौत

परिजनों ने आरोप लगाया कि साजिया को जानबूझकर ठंड में रखा गया, जिससे उसके पूरे शरीर में संक्रमण फैल गया और उसकी दर्दनाक मौत हो गई।

मामले की सूचना पुलिस को दी गई, लेकिन आरिफ और उसके परिवार ने न तो शव लिया और न ही अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया। उल्टा, आरोपियों ने परिवार को धमकी दी कि वे नवजात बच्ची को भी मार डालेंगे।

परिजनों ने लगाई न्याय की गुहार

मृतका के भाई तालिब ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा—
“हमारी बहन को दहेज की वजह से लगातार प्रताड़ित किया गया। जब हमने उसकी ससुराल की मांगें पूरी कर उसे वापस भेजा, तो फिर भी उन्होंने उसे प्रताड़ित करना जारी रखा। हमें न्याय चाहिए।”

पुलिस जांच में जुटी, लेकिन क्या मिलेगा इंसाफ?

पुलिस ने परिवार की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा के संकेत मिले हैं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

दहेज प्रथा पर कड़ा कानून, फिर भी जारी जुल्म!

देश में दहेज प्रथा के खिलाफ कड़े कानून मौजूद हैं, लेकिन इसके बावजूद दहेज हत्या और प्रताड़ना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यह मामला भी उसी कड़वी सच्चाई को उजागर करता है, जहां एक नवविवाहिता को शादी के बाद यातनाएं दी गईं और आखिरकार उसकी जान चली गई।

क्या साजिया को मिलेगा न्याय?

अब यह देखना होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और क्या साजिया के परिवार को न्याय मिल पाएगा? या यह मामला भी कानूनी प्रक्रियाओं में उलझकर ठंडे बस्ते में चला जाएगा?

स्थानीय संवाददाता ई खबर मीडिया की रिपोर्ट

भोपाल में RSS का विशेष प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम, मोहन भागवत के साथ संगठन के दिग्गजों का जुटान

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भोपाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अनुशांगिक संगठन विद्या भारती विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर रहा है, जिसका शुभारंभ डॉ. मोहन भागवत करेंगे
नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों के सिलेबस में हो रहे बदलाव के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का अनुशांगिक संगठन विद्या भारती 3 मार्च से 8 मार्च तक एक विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर रहा है। यह शिविर राजधानी भोपाल स्थित सरस्वती विद्या मंदिर उ.मा. आवासीय विद्यालय, शारदा विहार में आयोजित होगा। इस 5 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत विशेष रूप से शामिल होंगे। इसमें देश भर से आने वाले 700 से ज्यादा पूर्णकालिक कार्यकर्ता विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख, डॉ. मोहन भागवत इस शिविर का औपचारिक शुभारंभ 4 मार्च को करेंगे। डॉ. भागवत 3 मार्च की शाम भोपाल पहुंचेंगे। इसके बाद 5 मार्च को दिल्ली रवाना हो जाएंगे। इस कार्यक्रम में संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी जैसे सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, सुरेश सोनी और अन्य प्रमुख पदाधिकारी भी शामिल होंगे।

शिविर में 22 सत्र होंगे

यह 5 दिवसीय शिविर दो श्रेणियों, छह समूहों और 11 कार्यक्षेत्रों में विभाजित किया गया है। शिविर में कुल 22 सत्र होंगे, जहां संघ और विद्या भारती के अखिल भारतीय अधिकारी देशभर के कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश देंगे।

समापन सत्र में मुख्यमंत्री की मौजूदगी

शिविर के समापन सत्र में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की विशेष उपस्थिति रहेगी, जो कार्यक्रम को समाप्त करेंगे।

प्रशिक्षण का उद्देश्य

इस प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य संघ के कार्यकर्ताओं को संगठनात्मक कार्यों, शैक्षिक दृष्टिकोण और नई शिक्षा नीति के बारे में समझ प्रदान करने के साथ चर्चा करना है।

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के लिए 200 मीटर लंबा ‘मेक इन इंडिया’ स्टील ब्रिज तैयार

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नाडियाड, गुजरात: मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (एमएएचएसआर) परियोजना के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि में, 200 मीटर लंबे ‘मेक इन इंडिया’ स्टील ब्रिज का निर्माण पूरा हो गया है। यह पुल राष्ट्रीय राजमार्ग-48 (दिल्ली, मुंबई और चेन्नई को जोड़ने वाला) पर नाडियाड के पास लॉन्च किया जाएगा।
मुख्य विशेषताएं:
* लंबाई और स्पैन: पुल में 100-100 मीटर के दो स्पैन हैं।
* आयाम और वजन: 14.3 मीटर चौड़ा और 14.6 मीटर ऊंचा, यह स्टील ब्रिज लगभग 1500 मीट्रिक टन वजनी है।
* निर्माण स्थल: इसे उत्तर प्रदेश के हापुड़ के पास सालासर कार्यशाला में तैयार किया गया है।
* कनेक्शन: स्टील के हिस्सों को जोड़ने का काम टोर शियर टाइप हाई स्ट्रेंथ बोल्ट (TTHSB) का इस्तेमाल करके किया जाता है, जिसे 100 साल के जीवनकाल के लिए डिज़ाइन किया गया है।
* पेंटिंग: ब्रिज के हिस्सों को C-5 सिस्टम पेंटिंग से पेंट किया गया है, जो भारत में अपनी तरह का पहला है।
* उपयोगिता: स्टील ब्रिज राजमार्गों, एक्सप्रेसवे और रेलवे लाइनों को पार करने के लिए सबसे उपयुक्त हैं।
* तकनीकी विशेषज्ञता: भारत के पास भारी मालवाहक और अर्ध-उच्च गति वाली रेलगाड़ियों के लिए स्टील पुल बनाने की विशेषज्ञता है, जिसे अब एमएएचएसआर कॉरिडोर पर भी लागू किया जाएगा।
* परियोजना में स्टील ब्रिज: एमएएचएसआर परियोजना में कुल 28 स्टील ब्रिज की योजना बनाई गई है। इनमें से 11 महाराष्ट्र में और 17 गुजरात में हैं।
* निर्माण प्रगति: गुजरात में रेलवे/डीएफसीसी पटरियों, राजमार्गों और भिलोसा उद्योग सहित छह स्टील ब्रिज का सफलतापूर्वक निर्माण किया जा चुका हैं। इस स्टील ब्रिज का पहला स्पैन मार्च 2025 में लॉन्च करने और अगस्त 2025 तक पूरा करने की योजना है।
यह स्टील ब्रिज ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और भारत की तकनीकी क्षमता को दर्शाता है। यह मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो देश में हाई-स्पीड रेल परिवहन के भविष्य को आकार देगा।

900 डिग्री के टेंपरेचर पर आज से जलेगा यूनियन कार्बाइड का कचरा, पीथमपुर में तैयारी पूरी; जानें पूरा प्रोसेस

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पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के कचरे को आज से जलाया जाएगा। इस पूरी प्रोसेस में तीन दिन का समय लगेगा। इसके लिए कचरे को 800-900 डिग्री सेल्सियस के टेंपरेचर पर जलाया जाएगा।
भोपाल के यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से पीथमपुर आया जहरीला कचरा आज सुबह 10 बजे से जलाया जाएगा। हाईकोर्ट के 18 फरवरी के निर्देश के बाद 27 तारीख से पीथमपुर की रामकी फैक्ट्री में रखे रासायनिक कचरे के निष्पादन के ट्रायल रन की तैयारी कल से ही शुरू कर दी गई थी। यहां पर 12 कंटेनर 1 जनवरी को भोपाल से पीथमपुर भेजे गए थे। इनमें विभिन्न प्रकार के अवशिष्ट मौजूद हैं। इसमें नेप्थॉल, सेवीन, रिएक्टर रेसिड्यू, पेस्टिसाइड रेसिड्यू, सेमी प्रोसैस्ड रेसिड्यू एक्सकैवेटेड सॉइल (मिट्टी) वहां की जो थी।
तीन बार में जलाया जाएगा कचरा
यहां मौजूद कंटेनरों में से पांच कंटेनर में रखे अवशिष्ट को आज स्टोरेज शेड में ले जाया जाएगा, जहां पांचों कंटेनर में से 10 टन प्रॉपर प्रोपोर्शन में मिलाया जाएगा। इसके बाद इसे इंसीनेटर में फीड करेंगे। फीड करने के पहले इसे टेंपरेचर में लाने के लिए 12 घंटे तक ब्लैक में चलाएंगे यानी इसमें अवशिष्ट नहीं डालेंगे। वहीं कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए उनको मास्क, गॉगल्स और हैंड ग्लव्स दिए गए हैं। 10 टन अवशेष जलाने में करीब 72 घंटे का समय लगेगा। कोर्ट ने तीन ट्रायल के लिए कहां है। पहला ट्रायल 10 टन का होगा, जिसके तहत काम किया जा रहा है। 10 टन का दूसरा ट्रायल 4 तारीख को होगा और 10 टन का तीसरा ट्रायल 10 तारीख को होगा। इसके लिए तीन फीड रेट डिसाइड की गई है। 135 किलोग्राम पर ऑवर, दूसरा 180 किलोग्राम पर ऑवर और तीसरा 270 किलोग्राम पर ऑवर, तीनों की स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट को भेजी जाएगी।

800-900 के टेंपरेचर पर जलेगा 10 टन कचरा
एमपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड इंदौर के रीजनल ऑफिसर श्रीनिवास द्विवेदी ने बताया कि माननीय हाईकोर्ट ने जो निर्देश दिए थे कि 18 तारीख से यूनियन कार्बाइड का जो अवशिष्ट रखा हुआ है उसका डिस्पोजल शुरू किया जाए। इसके ट्रायल की कार्रवाई शुरू कर दी गई है, जिसके तहत जो कंटेनर आए थे उसमें जो अवशिष्ट थे। 5 कंटेनर खोले गए हैं, उसको स्टोरेज शेड में भंडारित किया जाएगा। पांचों कंटेनर में से 10 टन प्रॉपर प्रोपोर्शन से मिलाकर इंसीनेटर में फीड किया जाएगा। जब टेंपरेचर 850 हो जाएगा तब उसको फीड करेंगे। इंसीनेटर में प्रोसेस के समय प्राइमरी चेंबर में 850 प्लस माइनस 50 मतलब 800 से 900 के बीच में टेंपरेचर होना चाहिए। शुरू में वेस्ट डालने पर टेंपरेचर कम हो जाता है, जिसे 850 तक ले जाना होगा। सुबह 10 बजे से काम शुरू होगा।

तीन दिन तक चलेगा कचरा जलाने का प्रोसेस
फर्स्ट ट्रायल में तीन दिन कचरा जलाया जाएगा। इस दौरान उसमें मिट्टी निकलेगी। इसके बाद गैस आगे क्लीनिंग सेक्शन में जाएगी जो सेकेंडरी सेक्शन है। वहां टेंपरेचर 1100 से 1200 डिग्री सेंटीग्रेड होता है। वहां भी डीजल डालते हैं। वहां जलने के बाद आगे ब्लू गैस है, वह आगे बढ़ेगी जिसकी क्लीनिंग की प्रक्रिया है, जिसके तहत मल्टी साइक्लोन में जाएगी जहां बड़े पार्टिकल जो हैं वह नीचे चले जाएंगे। गैस आगे बढ़ेगी मल्टी साइक्लोन के पहले स्प्रे ड्रायर है, इससे गैस क्लीनिंग होगी। ड्राई स्क्रबर में वेट फिल्टर फिर वेट स्क्रबर इसके बाद चिमनी में जाएगा। ये पूरी प्रक्रिया करनी होगी।

4 और 10 मार्च को दूसरा और तीसरा ट्रायल
इसमें प्राइमरी से ठोस अवशिष्ट की राख निकलेगी, दूसरा मल्टी साइक्लोन से ठोस अपशिष्ट निकलेगा, तीसरा ड्राई स्क्रबर से निकलेगा, चौथा वेट फिल्टर से सॉलिड पार्टिकल निकलेंगे, लास्ट में वेट स्क्रबर में पानी निकलेगा। जो सॉलिड पार्टिकल निकलेंगे। उनको स्टेबलाइज करके लैंडफिल में एक अलग सेल बनाकर उसमें डाला जाएगा और उसका डिस्पोजल होगा। कोर्ट ने तीन ट्रायल के लिए कहा है। पहला ट्रायल 10 टन का होगा जो 27 तारीख से चल रहा है, 10 टन का दूसरा ट्रायल 4 तारीख को होगा और 10 टन का तीसरा ट्रायल 10 तारीख को होगा। पिछला ट्रायल 90 टन पर किया गया था।

कैलाश विजयवर्गीय जी कहां जा रहे हैं? अमित शाह के फोन मिलाते ही दौड़े आए मंत्री; MP में हलचल

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अमित शाह की एक कॉल और अचानक से हुई इस मुलाकात ने राज्‍य के राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि जब अमित शाह ने फोन किया तो उस समय विजयवर्गीय पार्टी कार्यकर्ताओं की शादी में शामिल होने और महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि उत्सव में भाग लेने के लिए उज्जैन की तरफ जा रहे थे।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दो दिनों तक चले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 के समापन समारोह में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कार्यक्रम खत्म होने के बाद इंदौर के लिए रवाना हुए। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान उन्होंने नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बारे में पूछा, तब उन्हें बताया गया कैलाश विजयवर्गीय इंदौर निकल चुके हैं। इसके बाद अमित शाह का कॉल कैलाश विजयवर्गीय के पास पहुंचा तब तक कैलाश भोपाल से काफी दूर निकल चुके थे। लेकिन अमित शाह का कॉल आने के तत्काल बाद वह वापस स्टेट हैंगर लौटे।
इस दौरान उनकी अमित शाह से शॉर्ट मीटिंग भी हुई। बताया जा रहा है अमित शाह ने केंद्रीय राजनीति में उनसे मुलाकात कर नाराजगी की तमाम अटकलें को भी खारिज किया है और संदेश देने की कोशिश भी की है।

20 मिनट तक बंद कमरे में हुई बैठक
बताया जा रहा है कि जब अमित शाह ने फोन किया तो उस समय विजयवर्गीय पार्टी कार्यकर्ताओं की शादी में शामिल होने और महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि उत्सव में भाग लेने के लिए उज्जैन की तरफ जा रहे थे। वह भोपाल के आउटर इलाके में पहुंच चुके थे लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री का फोन आने पर उन्‍होंने अपने ड्राइवर को वापस स्टेट हैंगर की ओर जाने का आदेश दिया। सूत्रों के मुताबिक, यहां पहुंचने के बाद दोनों नेताओं के बीच करीब 20 मिनट तक बंद कमरे में बैठक हुई।
अमित शाह के फोन से राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा
बता दें कि अमित शाह की एक कॉल और अचानक से हुई इस मुलाकात ने राज्‍य के राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा शुरू कर दी है। सूत्र बता रहे हैं कि शाह ने खुद विजयवर्गीय को स्‍पेशली फोन कॉल किया, जिसके बाद उन्‍होंने अपनी कार वापसी दिशा में दौड़ा दी और यह मीटिंग हुई। इसके बाद चर्चा शुरू हो गई कि जीआईएस खत्म होने के बाद मध्य प्रदेश में क्‍या कोई अगला बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम होने वाला है।

PM मोदी की मां के नाम पर होगा एक वार्ड, बागेश्वर धाम कैंसर अस्पताल के शिलान्यास के दौरान बड़ा ऐलान

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बागेश्वर धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैंसर अस्पताल का शिलान्यास किया। इस दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ऐलान किया कि इस कैंसर अस्पताल के एक वार्ड का नाम पीएम मोदी की मां के नाम पर होगा।
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम में मेडिकल एंड साइंस रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर की आधारशिला रखी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कैंसर अस्पताल का शिलान्यास किया। इस दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ऐलान किया कि इस कैंसर अस्पताल के एक वार्ड का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के नाम पर होगा।
अस्पताल के शिलान्यास से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बागेश्वर धाम में स्थित बालाजी के मंदिर में पहुंचकर पूजा अर्चना की। इसके बाद उन्होंने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की मां से भी मुलाकात की। इस मौके पर पंडित शास्त्री ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में रेखांकित किया। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने गढ़ा गांव में प्रधानमंत्री के आने को बड़ी उपलब्धि बताया और उम्मीद जताई कि इस क्षेत्र की स्थिति तेजी से बदलेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की बढ़ती शक्ति का भी जिक्र किया और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ऐसे नेता हैं जो न केवल जवानों का ध्यान रखते हैं, बल्कि किसानों की स्थिति को भी सुधारने का काम कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व और उम्मीदें

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय स्थिति का भी जिक्र किया और बताया कि यूक्रेन, रूस, और अमेरिका जैसे देशों के प्रमुखों से भी पीएम मोदी की बातचीत होती है। इस दौरान बाबा बागेश्वर ने प्रधानमंत्री मोदी और अपनी मां के बीच हुए संवाद का भी जिक्र किया। साथ ही कहा कि प्रस्तावित अस्पताल में एक वार्ड प्रधानमंत्री मोदी की माता जी के नाम पर स्थापित किया जाएगा। प्रधानमंत्री द्वारा अस्पताल का शिलान्यास किए जाने के बाद प्रस्तावित अस्पताल की रूपरेखा का भी एक वीडियो के जरिए प्रदर्शन किया गया।

218 करोड़ की लागत से बनेगा अस्पताल

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शिलान्यास किए गए इस कैंसर अस्पताल का निर्माण 218 करोड़ रुपये की लागत से होगा। इसके लिए 10.925 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की जा चुकी है और अस्पताल का निर्माण 36 माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अस्पताल के पहले चरण में 100 बिस्तरों की सुविधा होगी, जिसमें अत्याधुनिक मशीनों और विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद से गरीब कैंसर रोगियों का नि:शुल्क उपचार किया जाएगा।

दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र कब से शुरू होगा? आ गई तारीख, जानें डिटेल्स

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दिल्ली में जहां नवगठित बीजेपी सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में है वहीं अब विधानसभा के पहले सत्र की तारीख भी आ गई है।
नई दिल्ली: दिल्ली में रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में है। बीजेपी के वादों को पूरा करने और पिछली सरकार के कार्यकाल की कमियों को दुरूस्त करने के लिए ताबड़तोड़ कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं इस बीच नए विधानसभा के पहले सत्र की तारीख भी आ गई है। 24 फरवरी से 27 फरवरी तक दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र चलेगा।
दिल्ली विधानसभा के पहले सत्र में कैग रिपोर्ट पेश की जाएगी
24 फरवरी सोमवार से शुरू होनेवाले विधानसभा सत्र में लंबित कैग रिपोर्ट पेश की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि सत्र 24, 25, 27 फरवरी को आयोजित किया जाएगा तथा आम आदमी पार्टी (आप) की पिछली सरकार के प्रदर्शन से जुड़ी 14 लंबित कैग (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) रिपोर्ट सदन में पेश की जाएंगी। विधायकों को 24-25 फरवरी को शपथ दिलाई जाएगी और 26 फरवरी को शिवरात्रि की छुट्टी के बाद बीजेपी की सरकार कैग रिपोर्ट पेश करेगी। इससे पहले दिल्ली में ‘आप’ सरकार के दौरान भाजपा ने अदालत से गुहार लगाई थी कि सरकार को कैग रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया जाए।

भाजपा ने ‘आप’ सरकार पर अपने ‘‘भ्रष्टाचार’’ को छिपाने के लिए रिपोर्ट को रोकने का आरोप लगाया था। इस महीने की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा ने दिल्ली में नई सरकार बनाई है। विधानसभा में उसके 48 विधायक हैं जबकि विपक्षी आम आदमी पार्टी के 22 विधायक हैं।

विभागों का बंटवारा
बता दें कि रेखा गुप्ता ने बृहस्पतिवार शाम मंत्रिपरिषद के सदस्यों को विभागों का बंटवारा भी कर दिया है। रेखा गुप्ता ने वित्त, सेवाएं, सतर्कता, राजस्व, महिला एवं बाल विकास विभाग अपने पास ही रखा है। मुख्यमंत्री के पास कुल 10 विभाग हैं, जो सभी मंत्रियों में सबसे अधिक हैं। उनके पास सामान्य प्रशासन विभाग, भूमि एवं भवन, सूचना एवं जनसंपर्क तथा प्रशासनिक सुधार विभाग भी है।

प्रवेश वर्मा को पीडब्ल्यूडी, जल, विधायी मामले, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण तथा गुरुद्वारा मामलों का भी प्रभार सौंपा गया है। वहीं, आशीष सूद को गृह, बिजली, शहरी विकास और शिक्षा विभाग मिले हैं। कपिल मिश्रा को कानून एवं न्याय, श्रम एवं रोजगार, कला, संस्कृति, भाषा एवं पर्यटन विभाग दिया गया है जबकि मनजिंदर सिंह सिरसा को उद्योग, वन एवं पर्यावरण तथा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का मंत्री बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पंकज सिंह को स्वास्थ्य, परिवहन और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग का प्रभार दिया गया है, जबकि रवींद्र इंद्राज को सामाजिक कल्याण, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण, सहकारिता विभाग आवंटित किये गए हैं।