Tuesday, December 3, 2024
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बॉक्स ऑफिस के बाद ओटीटी पर धमाल मचाएगी ‘फुकरे 3’

वरुण शर्मा ऋचा चड्ढा पुलकित सम्राट स्टारर फिल्म फुकरे 3 28 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया था। लोगों को यह कॉमेडी फिल्म काफी पसंद आई थी। ऐसे में अब रिलीज के लगभग दो महीने के अंदर फुकरे 3 ने OTT प्लेटफॉर्म पर भी दस्तक दे दी है।

कॉमेडी फ्रैंचाइजी फिल्मों में से एक ‘फुकरे’ की तीसरी किस्त ‘फुकरे 3’ 28 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। वरुण शर्मा, ऋचा चड्ढा स्टारर यह फिल्म लोगों को काफी पसंद आई थी। बॉक्स ऑफिस पर दूसरी फिल्मों के क्लैश के बावजूद फिल्म ऑडियंस को एंटरटेन करने में सक्सेसफुल रही

सिनेमाघरों में धमाल मचाने के लगभग दो महीने के अंदर अब ‘फुकरे 3‘ ने OTT प्लेटफॉर्म पर भी दस्तक दे दी है। ऐसे में अगर आपने इस फिल्म को सिनेमा हॉल में नहीं देखा है, तो अब आप इसे अपने घर पर बैठे कर आराम से देख सकते हैं।

बॉक्स ऑफिस पर कितना किया कलेक्शन

सिनेमाघरों में इस फिल्म ने धमाल मचा दिया था। sacnilk की रिपोर्ट के अनुसार, ‘फुकरे 3’ ने घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 95.30 करोड़ रुपये का कारोबार किया था। वहीं, दुनियाभर में यह 127.75 करोड़ रुपये का आंकड़ा छूने में सफल रही। ‘फुकरे 3’ में पंकज त्रिपाठी, ऋचा चड्ढा, पुलकित सम्राट, वरुण शर्मा और मनजोत सिंह लीड रोल में नजर आए हैं।

क्या है ‘फुकरे 3’ की कहानी

‘फुकरे 3’ में दिखाया गया है कि चूचा यानी वरुण शर्मा के सपने देखने की पावर का फुकरे गैंग इस्तेमाल करते हुए पैसे कमाती है। वहीं, भोली पंजाबन यानी ऋचा अब पॉलिटिक्स में आ चुकी है। प्रचार करने और भीड़ इकट्ठा करने के लिए वह फुकरे गैंग की मदद लेती है। इसके बाद हनी, चूचा को भोली पंजाबन के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए कहता है और यही से कहानी में ट्विस्ट आता है।

Demat Account का बन गया रिकॉर्ड, CDSL पर 10 करोड़ के पार हुआ आंकड़ा

शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट के जरिए अच्छा रिटर्न भी कमाया जा सकता है. हालांकि शेयर बाजार में नुकसान होने की भी संभावना रहती है. वहीं शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग करते वक्त लोगों को कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए, ताकी किसी प्रकार की हानि का सामना न करना पड़े. इस बीच शेयर बाजार से जुड़ी एक अहम जानकारी सामने आई है. इसको लेकर देश के निवेशकों में भी खुशी की लहर है. आइए जानते हैं इसके बारे में.

डीमैट अकाउंट

दरअसल, शेयर बाजार में इंवेस्टमेंट और ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत रहती है. डीमैट अकाउंट के जरिए खरीदे गए शेयरों को सुरक्षित रखने का माध्यम मिलता है और खरीदने गए शेयरों को बेचने का भी विकल्प मिलता है. शेयर बाजार में इंवेस्टमेंट करने के लिए डीमैट अकाउंट लोगों के लिए काफी जरूरी होता है. वहीं अब डीमैट अकाउंट को लेकर नया अपडेट सामने आया है,

शेयर मार्केट

देश में डीमैट अकाउंट रखने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है. इसके साथ ही अब ये आंकड़ा बढ़कर 10 करोड़ के पार चला गया है. अब देश में डीमैट खातों की संख्या 10 करोड़ के पार हो गई है, जो कि काफी बड़ी उपलब्धि भी मानी जा रही है. साथ ही इससे ये संकेत भी मिलता है कि देश के लोग शेयर मार्केट की तरफ काफी आकर्षित होते हुए दिखाई दे रहे हैं.

10 करोड़ के पार हुआ आंकड़ा

सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज ने बुधवार को कहा कि उसके मंच पर डीमैट खातों की संख्या 10 करोड़ से अधिक हो गई है. सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (सीडीएसएल) ने 1999 में परिचालन शुरू किया और इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्रतिभूतियों को रखने, लेनदेन करने और शेयर बाजारों पर सौदों के निपटान की सुविधा दी. सीडीएसएल ने बयान में कहा कि उसने एक और मील का पत्थर पार किया है और उसके मंच पर 10 करोड़ से अधिक डीमैट खाते हो गए हैं.

लोकसभा में कानून बनने की राह देख रहे हैं 700 से ज़्यादा प्राइवेट मेम्बर बिल

लोकसभा में 700 से ज़्यादा प्राइवेट मेंबर बिल सालों से पेंडिंग पड़े हैं. ये बिल जून 2019 में पेश किए गए थे, जब मौजूदा लोकसभा ने संसदीय चुनावों के बाद अपनी पहचान बनाई थी, जबकि कुछ तो इस साल की मानसून सेशन के दौरान अगस्त में ही पेश किए गए थे. प्राइवेट मेम्बर बिल वो विधेयक होते हैं जिसे कोई भी सांसद अपनी तरफ से लोक सभा में पेश करता है और उसपर वोटिंग और चर्चा कराना चाहता है. प्राइवेट मेम्बर बिल लाने का मकसद यह है कि संसद नए कानून बनाए या किसी मौजूदा नियमों और कानूनों में कोई बदलाव लाए.

शुक्रवार को जारी एक लोकसभा बुलेटिन के मुताबिक, लोकसभा में 713 ऐसे प्राइवेट मेम्बर बिल पेंडिंग हैं. इन बिल्स में यूनिफार्म सिविल कोड, जेंडर एक्युँलिटी, क्लाइमेट चेंज, एग्रीकल्चर, मौजूदा दंड और चुनावी कानूनों में सुधार, संविधानीय नियमों में बदलाव और कई अन्य मुद्दे भी शामिल हैं. पार्लियामेंट की सेशन में जब शुक्रवार का दूसरा हिस्सा होता है, तो सदस्यों को लोकसभा और राज्यसभा में प्राइवेट मेम्बेर्स के बिल या प्रस्तावों को पेश करने या चर्चा करने का समय रखा जाता है. एक प्राइवेट मेम्बर के बिल पर चर्चा ख़तम होने पर, संबंधित मंत्री जवाब देता है और सदस्य से इसे वापस लेने की बात करता है.  बहुत बार ऐसा होता है कि किसी प्राइवेट मेम्बर के बिल पर वोट लिया जाता है, लेकिन यह बहुत अद्भुत घटना मानी जाती है.

इस वक्त, जब देश में कई महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा हो रही है, प्राइवेट मेम्बर बिल का यह सफलता बहुत ज़रूरी है. इन बिल्स के माध्यम से सांसद लोगों की आवाज़ को सुनने का एक मंच प्रदान करते हैं, जिससे समाज को नए कानूनों और सुधारों के बारे में जागरुकता होती है. इन बिल्स के माध्यम से सांसद देशवासियों के मुद्दों को लेकर सकारात्मक परिवर्तन की राह में कदम बढ़ा सकते हैं. सांसदों की इस प्रकार की सकारात्मक पहल काबिले तारीफ है और कानूनी सुधारों को बढ़ावा देने में ज़रूरी भूमिका निभा सकती है और देशवासियों के लिए समृद्धि और समानता की दिशा में कदम बढ़ा सकती है.

 

पाकिस्तान ने ब्रिक्स का सदस्य बनने के लिए किया आवेदन, संगठन में छह और देश होंगे शामिल

ब्रिक्स का गठन 2010 में ब्राजील रूस भारत चीन और दक्षिण अफ्रीका ने मिलकर किया था। इन देशों के पहले अक्षर को मिलाकर संक्षिप्त नाम ब्रिक्स दिया गया। ब्रिक्स के इन पांच देशों की वैश्विक जनसंख्या में भागीदारी 41 प्रतिशत वैश्विक विकास में 24 प्रतिशत व वैश्विक व्यापार में 16 प्रतिशत भागीदारी है।अब क्षेत्रीय व वैश्विक संगठनों के महत्व को समझते हुए पाकिस्तान भी ब्रिक्स का सदस्य बनना चाहता है।

क्षेत्रीय व वैश्विक संगठनों के महत्व को समझते हुए पाकिस्तान भी ब्रिक्स का सदस्य बनना चाहता है। रूसी न्यूज एजेंसी तासा की रिपोर्ट के अनुसार, रूस में पाकिस्तान के नवनियुक्त राजदूत मुहम्मद खालिद जमाली ने कहा है कि उनके देश ने 2024 में ब्रिक्स का सदस्य बनने के लिए आवेदन किया है। ब्रिक्स का गठन 2010 में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने मिलकर किया था।

इन देशों के पहले अक्षर को मिलाकर संक्षिप्त नाम ब्रिक्स दिया गया। ब्रिक्स के इन पांच देशों की वैश्विक जनसंख्या में भागीदारी 41 प्रतिशत, वैश्विक विकास में 24 प्रतिशत व वैश्विक व्यापार में 16 प्रतिशत भागीदारी है। अक्टूबर में दक्षिण अफ्रीका हुए ब्रिक्स सम्मेलन में संगठन में छह और देशों को शामिल करने का निर्णय लिया गया था।

ये देश हैं अर्जेंटीना, मिस्त्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात। इनकी सदस्यता एक जनवरी, 2024 से प्रभावी हो जाएगी। यानी अगले साल की शुरुआत से ब्रिक्स में कुल 11 सदस्य हो जाएंगे। रूस में पाकिस्तान के राजदूत मुहम्मद खालिद जमाली ने विश्वास जताया कि 2024 में रूस की अध्यक्षता में वह इसका सदस्य बन सकता है, वह पहले ही इसके लिए आवेदन कर चुका है।

भारतीय सेना ने विमानन रखरखाव के लिए स्थापित किए दो केंद्र, अधिकारी बोले- 10 साल में बदले हालात

भारतीय सेना की सैन्य विमानन इकाई के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सूरी ने आयोजित एयरो एमआरओ सम्मेलन में कहा कि पिछले 10 वर्षों में एमआरओ गतिविधियों से जुड़े पक्षों की संख्या बढ़ने से हालात बदले हैं। उन्होंने कहा कि हमने देश में दो एमआरओ केंद्र स्थापित किए हैं जिनमें से एक उत्तर में और एक पूर्व में स्थित है।

भारतीय सेना ने देश में विमानन रखरखाव एवं मरम्मत (एमआरओ) के लिए दो केंद्रों की स्थापना की है। यहां उसकी 50-60 गतिविधियों को अंजाम देने की योजना है। सेना की सैन्य विमानन इकाई के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सूरी ने आयोजित एयरो एमआरओ सम्मेलन में कहा कि पिछले 10 वर्षों में एमआरओ गतिविधियों से जुड़े पक्षों की संख्या बढ़ने से हालात बदले हैं।

50-60 गतिविधियां संचालित करने की योजना

उन्होंने कहा कि हमने देश में दो एमआरओ केंद्र स्थापित किए हैं, जिनमें से एक उत्तर में और एक पूर्व में स्थित है। हम इन एमआरओ केंद्रों में 50-60 गतिविधियां संचालित करने की योजना बना रहे हैं। एमआरओ कार्यों के संदर्भ में सूरी ने कहा कि हम एचएएल से संपर्क करते हैं, वे निजी कंपनियों के पास जाते हैं और फिर यह हमारे पास वापस आता है।

सेना के पास 400 हेलीकाप्टर

इसमें असली नुकसान समय का होता है। उन्होंने सेना के पास उपलब्ध हेलीकाप्टरों के बारे में कहा कि हमारे पास लगभग 400 हेलीकाप्टर हैं और हम आज देश में हेलीकाप्टर के सबसे बड़े परिचालक हैं। असैन्य क्षेत्र में हमारे पास 233 हेलीकाप्टर मौजूद हैं।

डिजिटल भुगतान पर बढ़ा देशवासियों का भरोसा; UPI से अगस्त में हुए 10 अरब से ज्यादा लेनदेन

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के आंकड़ों के अनुसार 30 अगस्त को यूपीआइ लेनदेन का आंकड़ा 10.24 अरब हो गया। इन लेनदेन का मूल्य 1518456.4 करोड़ रुपये रहा। जुलाई में यूपीआइ लेनदेन की संख्या 9.96 अरब थी जबकि जून में यह 9.33 अरब थी। अगस्त 2021 में यूपीआई के जरिए लेनदेन का आंकड़ा केवल 3.5 बिलियन था जो दो वर्षों में लगभग तीन गुना बढ़ चुका है।

एकीकृत भुगतान व्यवस्था (UPI) के जरिये लेनदेन का आंकड़ा अगस्त में 10 अरब को पार कर गया। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के आंकड़ों के अनुसार,30 अगस्त को यूपीआइ लेनदेन का आंकड़ा 10.24 अरब हो गया।

इन लेनदेन का मूल्य 15,18,456.4 करोड़ रुपये रहा। जुलाई में यूपीआइ लेनदेन की संख्या 9.96 अरब थी  जबकि जून में यह 9.33 अरब थी। एनपीसीआइ देश में सभी खुदरा भुगतान प्रणालियों का मुख्य संगठन है।

अगस्त 2021 में यूपीआई के जरिए लेनदेन का आंकड़ा केवल 3.5 बिलियन था, जो दो वर्षों में लगभग तीन गुना बढ़ चुका है। हमारे देश में अब ज्यागदात व्यापारी यूपीआई के जिए लेनदेन पर भरोसा दिखा रहे हैं। आज के समय करोड़ों की कमाई करने वाले व्यापारी हो या सब्जी बेचने वाले छोटे-मंझोले दुकानदार, सभी यूपीआई के जरिए लेनदेन कर रहे हैं।गौरतलब है कि 35 से ज्यादा देश अब भारत की यूपीआई तकनीक को अपनाना चाहते हैं। जापान उन देशों में शामिल है जिन्होंने हाल ही में यूपीआई को अपनाने में रुचि व्यक्त की है।

डिजिटल भुगतान पर बढ़ा देशवासियों का भरोसा

साल 2016-17 मे नोटबंदी के दौरान भारत सरकार ने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दिया। साल 2016 में मोदी सरकार ने UPI-BHIM लॉन्च किया था। नोटबंदी के बाद बड़े पैमाने पर लोगों ने डिजिटल भुगतान पर भरोसा किया।

इसके बाद कोविड महामारी के दौरान डिजिटल भुगतान के जरिए देश के ज्यादातर लोग पैसों के भुगतान के लिए कैश की जगह यूपीआई को चुना और आज के समय हर तरफ कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक यूपीआई पर भारतीयों का अटूट भरोसा है।

यात्रीगण ध्यान दें, 24 नवंबर से 3 दिसंबर तक रहेंगी 30 ट्रेनें रद्द, लाइन बिछाने को लेकर रेलवे ने लिया यह फैसला

रेल प्रशासन द्वारा अधोसंरचना विकास के कार्यों को शीघ्र पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी संदर्भ में अधोसंरचना विकास हेतु दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मंडल के अंतर्गत चंदिया रोड स्टेशन में तीसरी लाइन जोड़ने के लिए प्री नॉन/नॉन इंटरलॉकिंग का कार्य दिनांक 25 नवम्बर 2023 से 04 दिसम्बर 2023 तक किया जायेगा, जिसके फलस्वरुप कुछ गाड़ियों का परिचालन प्रभावित रहेगा।
निरस्त होने वाली गाडियां:-
1- दिनांक 23 नवम्बर 2023 से 04 दिसम्बर 2023 तक बिलासपुर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18234 बिलासपुर-इंदौर नर्मदा एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
इसी प्रकार दिनांक 24 नवम्बर 2023 से 05 दिसम्बर 2023 तक इंदौर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18233 इंदौर- बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
2- दिनांक 29 नवम्बर 2023 को रानी कमलापति से रवाना होने वाली गाडी संख्या 22169 रानी कमलापति-संत्रागाछी एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
इसी प्रकार दिनांक 30 नवम्बर 2023 को संत्रागाछी से रवाना होने वाली गाडी संख्या 22170 संत्रागाछी-रानी कमलापति एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
3- दिनांक 22 नवम्बर 2023 से 04 दिसम्बर 2023 तक बिलासपुर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18236 बिलासपुर-भोपाल एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
इसी प्रकार दिनांक 24 नवम्बर 2023 से 06 दिसम्बर 2023 तक भोपाल से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18235 भोपाल- बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
4- दिनांक 25 नवम्बर व 02 दिसम्बर 2023 को उदयपुर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 20971 उदयपुर-शालीमार एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
इसी प्रकार दिनांक 26 नवम्बर व 03 दिसम्बर 2023 को शालीमार से रवाना होने वाली गाडी संख्या 20972 शालीमार- उदयपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
5- दिनांक 25 नवम्बर व 02 दिसम्बर 2023 को शालीमार से रवाना होने वाली गाडी संख्या 22830 शालीमार-भुज एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
इसी प्रकार दिनांक 28 नवम्बर व 05 दिसम्बर 2023 को भुज से रवाना होने वाली गाडी संख्या 22829 भुज -शालीमार एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
6- दिनांक 26 नवम्बर व 03 दिसम्बर 2023 को दुर्ग से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18213 दुर्ग-अजमेर एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।
इसी प्रकार दिनांक 27 नवम्बर व 04 दिसम्बर 2023 को अजमेर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18214 अजमेर- दुर्ग एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।

22 जनवरी को अयोध्या में मनेगी दूसरी दिवाली, MP के 25 लाख से अधिक परिवारों को पीले चावल से मिलेगा निमंत्रण

विहिप का आह्वान है कि प्रांतभर के हिंदू अपने मुहल्ले या गांव के मंदिर को ही अयोध्या मानकर वहां एकत्र हों। परंपरानुसार पूजा-पाठ आराधना व अनुष्ठान करें। पूज्य संतों द्वारा दिए गए विजय महामंत्र श्रीराम-जय राम-जय जय राम का जाप करें। साथ ही अयोध्या के भव्य-दिव्य कार्यक्रम के सीधे प्रसारण को साक्षात देखें। आरती में अपना स्वर मिलाए। प्रसाद बांटें और इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के प्रत्यक्षदर्शी बनकर आनंद मनाएं।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के आह्वान पर अयोध्या में आगामी जनवरी में होने वाले राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के निमित्त मध्यभारत प्रांत के 25 लाख से अधिक परिवारों को निमंत्रण देंगे। इसके लिए श्री राम मंदिर में पूजित अक्षत (पीले चावल) कलश संगठन की दृष्टि से बने हमारे मध्यभारत प्रांत आ चुके हैं।

इन पूजित अक्षत कलश का जिला सह वितरण मंगलवार को गुफा मंदिर लालघाटी से किया गया। इस मौके पर संगठन के 32 जिलों के प्रतिनिधि पूजित अक्षत कलश अपने जिलों में ले जाने के लिए उपस्थित थे। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत प्रचार प्रमुख जितेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक तीर्थ क्षेत्र न्यास के आह्वान पर इस अक्षत निमंत्रण को लेकर, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता अन्य हिंदू संगठनों के साथ मिलकर एक जनवरी से 15 जनवरी के बीच प्रांत के नगर ग्रामों में हिंदू परिवारों तक जाएंगे।

हम भगवान श्रीराम के 14 वर्ष बाद अयोध्या लौटने की खुशी में प्रति वर्ष दिवाली मनाते हैं। इस बार आगामी 22 जनवरी को तो वह दूसरी दीपावली होगी, जब रामजी 500 वर्षों के बाद, भारत की स्वतंत्रता की अमृत बेला में अपने जन्म-स्थान पर लौटेंगे। इसलिए यह आवश्यक है कि विश्व का समस्त हिंदू समाज इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रत्यक्ष शामिल हो। सब रामभक्तों को तो उस दिन अयोध्या नहीं बुलाया जा सकता।

इसलिए विहिप का आह्वान है कि प्रांतभर के हिंदू अपने मुहल्ले या गांव के मंदिर को ही अयोध्या मानकर वहां एकत्र हों। वहां की परंपरानुसार पूजा-पाठ, आराधना व अनुष्ठान करें। पूज्य संतों द्वारा दिए गए विजय महामंत्र श्रीराम-जय राम-जय जय राम का जाप करें। साथ ही अयोध्या के भव्य-दिव्य कार्यक्रम के सीधे प्रसारण को साक्षात देखें।

आरती में अपना स्वर मिलाए।  प्रसाद बांटें और इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के प्रत्यक्षदर्शी बनकर आनंद मनाएं। विहिप ने देश को 45 भागों में बांटकर प्रत्येक भाग के लिए 27 जनवरी से 22 फरवरी के बीच में उस भाग के लिए निश्चित दिन अयोध्या पधारने का निवेदन किया है। इसी क्रम मे मध्यभारत प्रांत से दिनांक 17 फरवरी को लगभग 2500 लोगों के दर्शनों की व्यवस्था की गई है।

चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के पास है ऐसी अनोखी कार, जो दुनिया के किसी नेता के पास नहीं, जानें खासियत

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग हाल ही में अमेरिका की यात्रा पर गए। यहां उन्होंने एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन से इतर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से बातचीत भी की। तनाव के बीच दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच बातचीत पर पूरी दुनिया की नजर थी। इन सबके बीच एक और खास चीज पर दुनिया की नजर गई, वो थी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की कार।  चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग की सुरक्षा बेहद चाक चौबंद रहती है। यह कार ऐसी ही सुरक्षित कार है।

दरअसल, शी जिनपिंग की सुरक्षा का दारोमदार चीन की सेंट्रल सिक्योरिटी ब्यूरो पर है, जो चीन के सभी आला नेताओं और उच्च सैन्य अधिकारियों को सुरक्षा देती है। जिनपिंग की खास कार देख जो बाइडेन भी प्रभावित हुए और वे तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाए। बाइडेन ने चीनी राष्ट्रपति की गाड़ी को सुंदर कार बताया। इतना ही नहीं, बाइडेन ने अपनी 10 टन वजनी काडिलैक लिमोजिन कार से चीनी राष्ट्रपति की कार की तुलना की।

बुलेटप्रूफ लिमोजिन कार है सबसे सुरक्षित

बता दें कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की कार एक बुलेटप्रूफ लिमोजिन है, जिसे होंगकी N701 कहा जाता है। इसे दुनिया की सबसे सुरक्षित कार माना जाता है। विदेशी दौरों के समय शी जिनपिंग की सुरक्षा काफी हद तक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की ही तरह होती है।

कार को घेरे होते हैं कई कमांडो

शी की सुरक्षा करने वाले जवान आमतौर पर लंबे चौड़े होते हैं। ये भी कई लेयर में राष्ट्रपति की सुरक्षा करते हैं। अंदरूनी घेरे में 6 से 8 पर्सनल कमांडो होते हैं, जो उन्हें घेरे होते हैं और उनकी कार के आसपास होते हैं। हालांकि जिनपिंग के सबसे करीब रहने वाले कमांडों को समय समय पर बदला जाता रहता है।

केमिकल ​वीपन्स का भी कार पर कोई असर नहीं

जिनपिंग की कार में बेहद शक्तिशाली इंजन लगा हुआ है। इसके साथ ही, इसे चीन में अब तक बनी सबसे महंगी कार माना जाता है। इसके कस्टमर संस्करण की कीमत ही 8 लाख डॉलर है। पिछले 10 साल में ऐसी केवल 50 कार ही बनी है। शी जिनपिंग की N701 कार को रेड फ्लेग भी कहा जाता है। दरअसल, चीन खुद को एक वामपंथी देश बताता है और यह जिनपिंग की कार का नाम उसकी साम्यवादी विचारधारा को ही दर्शाता है। जिनपिंग की कार पर किसी भी रासायनिक हमले का कोई असर नहीं होता है।

भारत की ताकत: नौसेना ने हेलिकॉप्टर से किया एंटी-शिप मिसाइल का सफल परीक्षण

भारतीय नौसेना ने एक एंटी-शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। यह देश की पहली स्वदेशी एंटी-शिप मिसाइल है। मंगलवार को प्रशिक्षण के दौरान यह मिसाइल सीकिंग-42बी हेलो हेलिकॉप्टर से फायर की गई। रक्षा सूत्रों के अनुसार फायर की गई मिसाइल ने अपने टारगेट को बिल्कुल सटीक हिट किया। जानकारी के मुताबिक डीआरडीओ और भारतीय नौसेना ने मिलकर इस नेवल एंटी शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया। रक्षा विशेषज्ञ इसे रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम मान रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि परीक्षण के दौरान मिसाइल में ‘स्वदेशी सीकर और गाइडेंट टेक्नोलॉजी’ की जांच की गई जो 100 फीसदी सफल रही है।

यह एक लॉन्ग रेंज एंटी-शिप मिसाइल है। बीते वर्ष भारत ने इसी श्रेणी की शॉर्ट रेंज की मिसाइल की टेस्टिंग की थी। शॉर्ट रेंज की मिसाइल 380 किलोग्राम और रेंज 55 किलोमीटर की मारक क्षमता से लैस है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्वदेशी तकनीक से बनाई गई यह भारतीय लॉन्ग रेंज एंटी-शिप मिसाइल सी-स्किमिंग ट्रैजेक्ट्री पर चलते हुए सीधे टारगेट से जाकर टकराई।

गौरतलब है कि ‘सी-स्किमिंग’ उस स्थिति को कहते हैं जब मिसाइल समुद्र की सतह से कुछ मीटर ऊपर तेजी से उड़ते हुए जाती है। अपनी इस तकनीक के कारण मिसाइल राडार में पकड़ में भी नहीं आती। फिलहाल यह तकनीक भारत के पास पहले से उपलब्ध है। भारत की ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल में यही तकनीक इस्तेमाल की जाती है। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि टेस्ट की गई यह आधुनिक मिसाइल नौसैनिक हेलिकॉप्टर्स पर लगाई जाएगी। इस मिसाइल में स्टेट-ऑफ-द-आर्ट नेविगेशन सिस्टम भी है। गौरतलब है कि इसी महीने सेना ने पहले स्वदेशी हमलावर हेलीकॉप्टर ‘रुद्र’ से नई पीढ़ी के रॉकेट भी दागे हैं। इसके अलावा सेना के ‘रुद्र’ स्वदेशी हेलीकॉप्टर से गोला बारूद दागने का भी सफल परीक्षण किया