Friday, December 5, 2025
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गुरुग्राम से बड़ी खबर | तीन महीने की प्रेग्नेंट पत्नी को गर्भपात की गोली देने का आरोप, 15 दिन बाद पति फरार — मोतिहारी की निशा ने मीडिया से लगाई इंसाफ की गुहार

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बिहार/मोतिहारी सिमराहा| विशेष रिपोर्ट

गुरुग्राम सेक्टर–53 में घरेलू काम करने वाली निशा, पत्नी अरविंद गुप्ता, ने अपने पति और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। निशा मूलतः बिहार के जिला मोतिहारी, थाना राजेपुर गांव सिमराहा की रहने वाली हैं। उनका कहना है कि अरविंद से उनका 6 साल पुराना रिश्ता है—जिसमें 3 साल रिलेशनशिप और 3 साल शादी को हो चुके हैं। निशा और अरविंद ने मंदिर में लव मैरिज की थी।

निशा ने आरोप लगाया है कि शादी के बाद भी अरविंद ने कभी उन्हें ससुराल नहीं ले गया। जब भी वह पूछती थीं, अरविंद कहता था कि उसके माता-पिता उन्हें स्वीकार नहीं करेंगे। इसी बीच निशा 3 से साढ़े 3 महीने की गर्भवती हुईं, लेकिन उनका कहना है कि अरविंद ने उन्हें ताकत की दवा बताकर गर्भपात कराने वाली गोली दे दी, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनका बच्चा गिर गया। इस घटना के लगभग 15 दिन बाद अरविंद उन्हें छोड़कर भाग गया और अपने गांव मोतिहारी चला गया।

पति के गायब होने पर निशा अपने पति को ढूंढते–ढूंढते मोतिहारी स्थित ससुराल पहुँचीं, लेकिन वहां स्थिति और भी खराब मिली। निशा का आरोप है कि उनकी भाभी बबीता देवी, भैया राकेश गुप्ता, सास शांति देवी, देवर ओमप्रकाश, ननद पूजा देवी और ससुर कमलेश गुप्ता ने मिलकर उनके साथ गाली–गलौज, धक्का–मुक्की और मारपीट की और घर से भगा दिया। निशा के अनुसार, ससुराल पक्ष ने उनसे साफ कहा कि उन्हें अरविंद की शादी वहां करानी है जहाँ से ₹5 लाख दहेज मिले। ससुराल वालों ने यह भी कहा कि—
“हमारे बेटे की शादी तुमसे नहीं हुई है, हमें दहेज वाला रिश्ता चाहिए।”

निशा ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि अरविंद अब किसी और लड़की से शादी करने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने गुरुग्राम और मोतिहारी दोनों जगह थाने में आवेदन दिया, और मामला अदालत में भी चल रहा है, लेकिन अभी तक किसी तरह की ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। निशा का कहना है कि वह अकेली हैं, बेसहारा हैं, और लंबे समय से न्याय के इंतज़ार में हैं।

निशा ने मीडिया में भावुक अपील करते हुए कहा कि—
“मैंने अरविंद से सच्चा प्यार किया, उसके साथ जीवन बिताने के सपने देखे। मैं चाहती हूँ कि वह किसी और से शादी न करे। हम पति–पत्नी की तरह साथ रहना चाहते हैं। लेकिन वह दहेज के लालच में और अपने परिवार के कहने पर ऐसा कर रहा है। मेरा कोई नहीं है, मैं बिल्कुल अकेली हूँ। मुझे न्याय चाहिए।”

निशा ने पुलिस और प्रशासन से अनुरोध किया है कि उनके मामले में जल्द कार्रवाई हो, उन्हें सुरक्षा मिले और उनके पति को दूसरी शादी करने से रोका जाए। पीड़िता का कहना है कि अगर समय रहते न्याय नहीं मिला, तो उनके जीवन पर बड़ा संकट आ सकता है।

यदि आप चाहें, मैं इस खबर को स्थानीय संस्करण, डिजिटल पोर्टल या टीवी स्क्रिप्ट के रूप में भी तैयार कर सकती हूँ।

नीलम नाम की एक महिला ने एक युवक पर तीन साल तक प्रेम संबंध के बाद शादी से इनकार करने और धोखा देने का गंभीर आरोप लगाया है।

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नीलम नाम की एक महिला ने एक युवक पर तीन साल तक प्रेम संबंध के बाद शादी से इनकार करने और धोखा देने का गंभीर आरोप लगाया है। मामला गोविंदपुर क्षेत्र से जुड़ा बताया जा रहा है। पीड़िता के अनुसार युवक का नाम प्रिंस कुमार है, जो वर्ष 2022 से 2025 तक उससे लगातार रिश्ते में रहा। इस दौरान दोनों के बीच शादी की बात तय मानी जाती रही।

नीलम का आरोप है कि प्रिंस कुमार ने बार बार यह कहकर शादी टाली कि पहले उसकी नौकरी लग जाने दी जाए। इसी भरोसे पर नीलाम ने न केवल सामाजिक रूप से रिश्ता निभाया बल्कि आर्थिक रूप से भी युवक की मदद की। पीड़िता के अनुसार उसने करीब तीन लाख रुपये भी युवक को दिए ताकि वह नौकरी की तैयारी पूरी कर सके और भविष्य सुरक्षित हो सके।

नीलम का कहना है कि नौकरी लगने के बाद प्रिंस कुमार ने अचानक अपना रवैया बदल लिया और साफ कह दिया कि वह उससे शादी नहीं करेगा। युवक ने यह भी कहा कि उसके घरवाले नीलम को स्वीकार नहीं करेंगे और अब उसे अपना रास्ता खुद देखना चाहिए। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि प्रिंस कुमार की पहले से एक बेटी भी है, जिसकी जानकारी उससे छुपाई गई थी।

फिलहाल आरोपी युवक मणिपुर में प्रशिक्षण ले रहा है और उसका फॉर्म त्रिपुरा से भरा बताया जा रहा है। पीड़िता का दावा है कि उसके पास युवक का आधार कार्ड और फोटो जैसे अहम दस्तावेज भी मौजूद हैं। प्रिंस कुमार के पिता का नाम परमर बताया गया है।

नीलाम ने इस पूरे मामले को भावनात्मक धोखाधड़ी और आर्थिक शोषण बताया है। उसका कहना है कि तीन साल तक उसे शादी का झांसा देकर मानसिक और आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया गया। अब जब वह सामाजिक रूप से भी इस रिश्ते को लेकर बदनामी झेल रही है तब युवक ने पूरी जिम्मेदारी से इनकार कर दिया है।

पीड़िता न्याय की मांग कर रही है और चाहती है कि उसके साथ हुए कथित धोखे की निष्पक्ष जांच हो तथा उसे उसका हक और सम्मान मिले। मामले को लेकर क्षेत्र में चर्चा का माहौल है और लोग यह जानना चाहते हैं कि आगे प्रशासन और पुलिस इस पर क्या कार्रवाई करती है।

यह खबर पीड़िता के आरोपों पर आधारित है और मामले की सच्चाई जांच के बाद ही पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगी।

पन्ना, बैतूल, कटनी और धार में बनेंगे नए मेडिकल कॉलेज, CM मोहन यादव ने की चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक

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CM मोहन यादव ने लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की है। सीएम ने इस दौरान अधिकाधिक अस्पतालों और डॉक्टर्स को आयुष्मान योजना से जोड़ने का निर्देश दिया है। उन्होंने बॉन्ड वाले डॉक्टर्स को प्रदेश में ही सेवाएं देने के लिए तैयार करने को भी कहा है।भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में आमूलचूल परिवर्तन लाना ही सरकार की मंशा है। स्वास्थ्य सेवाओं के आधुनिकीकरण और चिकित्सा शिक्षा के व्यापक विस्तार के लिए सरकार बहुस्तरीय सुधार लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अधिकाधिक नागरिकों को आयुष्मान योजना का लाभ दिलाया जाए। जो अस्पताल या डॉक्टर आयुष्मान योजना के तहत इलाज नहीं करते हैं या इस योजना में इम्पैनल्ड नहीं है, उन्हें भी इस योजना से जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टर्स की आपूर्ति के लिए विभाग भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाए। यह प्रयास किया जाए कि फील्ड में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के संचालन के लिए निजी चिकित्सकों की भी सेवाएं ली जाए। इसके लिए उन्हें कॉल पर बुलाने के अलावा अच्छा मानदेय (इन्सेंटिव) भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा ग्रहण कर रहे ऐसे विद्यार्थी, जिनकी फीस सरकार द्वारा अदा की जा रही है, ऐसे बॉन्ड वाले डॉक्टर्स को मध्यप्रदेश में ही सेवाएं देने के लिए रोका जाए। ऐसे डॉक्टर्स को प्रदेश के जनजातीय एवं दूरस्थ क्षेत्रों में सेवाएं देने के लिए इन्हें भी आकर्षक मानदेय राशि दी जाए।
अधिक संख्या में डॉक्टर्स की आवश्यकता- मोहन यादव
मुख्यमंत्री मोहन यादन ने कहा कि प्रदेश में तेजी से नए मेडिकल कॉलेजेस स्थापित हो रहे हैं, ऐसे में अधिक संख्या में डॉक्टर्स की आवश्यकता होगी। बॉन्ड वाले डॉक्टर्स को प्रमोट कर, इनके मानदेय का रिवीजन कर सभी नए मेडिकल कॉलेजेस एवं फील्ड के अस्पतालों में इनकी सेवाएं ली जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को मंत्रालय में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा सहित खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की योजनाओं, कार्यक्रमों और संचालित गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में उप मुख्यमंत्री लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राजेन्द्र शुक्ल, राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, मुख्य सचिव अनुराग जैन सहित अपर मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) नीरज मंडलोई भी उपस्थित थे।

बॉन्ड वाले डॉक्टर्स शासकीय डॉक्टर्स के रूप में भर्ती होंगे
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सभी स्वास्थ्य योजनाओं के तहत पात्र हितग्राहियों तक इनका लाभ समय पर और प्रभावी रूप से पहुंचे, इसके लिए डिलेवरी सिस्टम को और मजबूती और पारदर्शिता के साथ लागू किया जाए। मुख्यमंत्री ने फील्ड अमले की भूमिका पर विशेष जोर देते हुए कहा कि फील्ड स्तर पर संवेदनशीलता, तत्परता और जवाबदेही से ही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि विभागीय सेवाओं का समन्वय और योजनाबद्ध क्रियान्वयन ही सरकार की लक्ष्य पूर्ति का वास्तविक माध्यम है। बैठक में बताया गया कि बॉन्ड वाले डॉक्टर्स को शासकीय डॉक्टर्स के रूप में भर्ती करने के लिए, इनके भर्ती नियम संशोधित किए जा रहे हैं। इसके लिए जल्द ही मंत्रीपरिषद की बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा।

सीजेरियन आपरेशन पर सख्ती से नियंत्रण किया जाए- मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश में तेजी से नए मेडिकल कॉलेजेस की स्थापना के लिए विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में गर्भवती माताओं का बेवजह सीजेरियन आपरेशन करने की शिकायत आती रहती हैं, इस पर सख्ती से नियंत्रण किया जाए। उन्होंने कहा कि 108 एम्बुलेंस के चालकों द्वारा ज़बरदस्ती मरीजों को प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाने की शिकायत भी आती हैं, इसकी सख्ती से निगरानी करें और ऐसी प्रवृत्ति को रोकें। बताया गया कि बीते दो साल मे 84000 से अधिक कार्डियक सर्जरी शासकीय अस्पतालों में हुई है। प्राइवेट अस्पतालों की तुलना में शासकीय अस्पतालों में कार्डियक सर्जरी बहुत कम खर्चे में होती है। इस पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभागीय व्यवस्थाओं की सराहना की। बताया गया कि प्रदेश में देहदान करने वाले 38 मृतकों को गॉड आफ ऑनर दिया गया है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक बेहद अच्छी योजना है और पूरे समाज के बीच इसे बेहद प्रमुखता से प्रचारित किया जाना चाहिए।

मेडिकल टूरिज्म हब बनेगा एक जिला
बैठक में उप मुख्यमंत्री लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राजेन्द्र शुक्ल ने बताया कि अगले तीन सालों में चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा सीएम-केयर योजना के सफल क्रियान्वयन को कार्ययोजना में ले लिया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2028 की समाप्ति तक राजगढ़, मंडला, छतरपुर, उज्जैन, दमोह एवं बुधनी में निर्माणाधीन गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज प्रारंभ कर देने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा पीपीपी मोड पर तैयार किए जाने वाले सभी मेडिकल कॉलेजेस का निर्माण कार्य भी इसी अवधि के दौरान पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा प्रदेश के एक जिले को मेडिकल टूरिज्म हब के रूप में विकसित करने का लक्ष्य लिया गया है। प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालय में कैथलैब की स्थापना भी वर्ष 2028 तक कर दी जाएगी। वर्ष 2028 तक मातृ मृत्यु दर 100 प्रति लाख जीवित जन्म करने का लक्ष्य लिया गया है। उन्होंने बताया कि खाद्य प्रशासन के सुदृढ़ीकरण के लिए FSSAI द्वारा वर्ष 2025-26 के लिए 41.07 करोड़ रुपए की कार्ययोजना मंजूर कर दी गई है। इसी प्रकार औषधि प्रशासन के सुदृढ़ीकरण के लिए 211 करोड़ रुपए की लागत से 5 साल की कार्ययोजना बनाकर CDSCO को भेज दी गई है। इसमें उल्लेखित सभी पूंजीगत कार्य 3 साल की समय-सीमा में पूरे कर लिए जाएंगे।

बीते दो वर्ष की विभागीय उपलब्धियां
बैठक में प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री संदीप यादव द्वारा बीते दो वर्षों में विभाग को मिली उपलब्धियों की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में नवाचार की दृष्टि से निजी निवेशकों को अस्पताल के निर्माण के लिए एक रुपए में जमीन देकर प्रोत्साहित किया जा रहा है। निजी निवेशकों के सहयोग से पीपीपी मोड पर कटनी, धार, पन्ना और बैतूल जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा रही है। इसके अलावा पीपीपी मोड पर ही 9 जिलों अशोक नगर, मुरैना, सीधी, गुना, बालाघाट, भिंड, टीकमगढ़, खरगौन एवं शाजापुर में नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए निविदा की कार्रवाई प्रचलित है। इनके लिए द्वितीय निविदा 24 दिसंबर 2025 तक आमंत्रित की गई हैं। उन्होंने बताया कि –

पीपीपी मोड पर प्रदेश में 4 नए मेडिकल कॉलेज पन्ना, बैतूल, कटनी और धार के निर्माण के लिये भूमि-पूजन जल्द ही किया जाएगा।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा करेंगे इन मेडिकल कॉलेजेस के निर्माण का भूमिपूजन।
वित्त वर्ष 2003-04 में मध्यप्रदेश में मात्र 5 मेडिकल कॉलेज हुआ करते थे, वर्ष 2025-26 में प्रदेश में मेडिकल कॉलेजेस की संख्या बढ़कर 52 हो गई है।
मेडिकल कॉलेज सतना से संबंद्ध नवीन चिकित्सालय 383 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। इसका भूमिपूजन जल्द ही किया जाएगा।
प्रदेश में 14 नये नर्सिंग कॉलेज खुलेंगे।
भोपाल एवं रीवा में कार्डिएक कैथलैब प्रारंभ, ग्वालियर एवं जबलपुर में भी कैथलैब जल्द ही खोलने की तैयारी।
बॉन्ड वाले 2500 डाक्टर्स जल्द ही उपलब्ध होंगे।
इन्हें प्रदेश में ही सेवाएं देने के लिए तैयार किया जाये।
हास्पिटल खोलने के लिए निवेशकों को 1 रूपये में जमीन देने के मामले में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी
ऐसा नवाचार करने में देश का पहला राज्य है मध्यप्रदेश।
रेडियोथैरेपी सुविधाओं के लिए मेडिकल कॉलेज इंदौर, जबलपुर, रीवा एवं ग्वालियर में 50 करोड़ प्रति मशीन की लागत से आधुनिक ड्यूल एनर्जी लीनियर एक्सीलेटर मशीन खरीदी जा रही हैं।
भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा एवं सागर मेडिकल कॉलेज में सीटी स्केन (9 करोड रूपए प्रति मेडिकल कॉलेज) एवं एम.आर.आई. मशीनें (14 करोड़ रूपए प्रति मेडिकल कॉलेज) स्थापित की जा रही है। मेडिकल कॉलेज ग्वालियर, रतलाम एवं विदिशा के लिए भी ऐसी ही मशीनें खरीदी जाएंगी।
मेडिकल कॉलेज भोपाल, इंदौर, रीवा एवं सागर में रेडियोथैरेपी सुविधाओं के विस्तार के लिए ब्रेकीथेरिपी मशीनें खरीदने के लिए इन सभी मेडिकल कॉलेजेस को 7-7 करोड़ रूपए दिए जा रहे हैं।
शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की संख्या 14 से बढ़कर 19
प्रमुख सचिव ने बताया कि शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की संख्या 14 से बढ़कर अब 19 एवं निजी चिकित्सा महाविद्यालय की संख्या 12 से बढ़कर अब 14 हो गई है। इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा इंदौर में ईएसआईसी (ESIC) चिकित्सा महाविद्यालय (50 सीटर) भी प्रारंभ किया गया है। महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर से संबंद्ध महाराजा यशवंत राव चिकित्सालय परिसर में विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए 773.07 करोड रुपए तथा मेडिकल कॉलेज रीवा में भी विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए 321.94 करोड रुपए मंजूर किए गए हैं। बताया गया कि प्रदेश के तीन नए जिलों मैहर, मऊगंज और पांढुर्ना में नए जिला चिकित्सालय के निर्माण के लिए मंजूरी दे दी गई है। टीकमगढ़, नीमच, सिंगरौली, शिवपुरी एवं डिंडोरी के जिला चिकित्सालय का उन्नयन करते हुए कुल 800 बिस्तरों की वृद्धि की गई है और इसके लिए 810 नए पदों पर भर्ती की मंजूरी भी दे दी गई है।

मातृ मृत्यु दर 173 से कम होकर 142
प्रमुख सचिव ने बताया कि मई 2024 से प्रारंभ हुई पीएमश्री एयर एंबुलेंस सेवा में अबतक 109 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया। जुलाई 2025 से प्रारंभ की गई शव परिवहन सेवा के जरिए अबतक 6308 शवों का परिवहन किया गया। प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालय में जन औषधि केंद्रों की स्थापना कर दी गई है। शासकीय औषधि वितरण में जीएस-1 प्रणाली का क्रियान्वयन किया जा रहा है। बताया गया कि एसआरएस 2018-20 में जारी की गई तुलना में मध्यप्रदेश में मातृ मृत्यु दर 173 से कम होकर 142 तथा शिशु मृत्यु दर 41 से कम होकर 37 हो गई है।

टीबी एलिमिनेशन प्रोग्राम में मध्यप्रदेश टॉप 5 में
प्रमुख सचिव ने बताया कि नेशनल टीबी एलिमिनेशन प्रोग्राम में मध्यप्रदेश देश के टॉप फाइव परफॉर्मर स्टेटस में से एक है। सिकल सेल स्क्रीनिंग मे भी मध्यप्रदेश ने देश में अव्वल प्रदर्शन किया है। अबतक कुल 1 करोड़ 25 लाख 38 हजार 125 सिकल सेल स्क्रीनिंग की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर एकीकृत उपचार केन्द्रों की स्थापना, भोपाल एवं इंदौर में सेंटर ऑफ कॉम्पीटेन्स तथा प्री-नेटल जांच के लिए मेडिकल कॉलेज रीवा में एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 12 हजार 655 आयुष्मान आरोग्य मंदिर, 448 मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक, 72 मोबाइल मेडिकल यूनिट और 148 शव वाहन संचालित किए जा रहे हैं।

शादी का झांसा देकर दो बार की जबरदस्ती, पैसे भी हड़पे… सच सामने आया तो बोला – मैं छह बच्चों का बाप हूं

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दिल्ली में मजदूरी करने आई कौशांबी की 18 वर्षीय युवती के साथ ठेकेदार की दरिंदगी बेनकाब

दिल्ली। राजधानी दिल्ली के मदनपुर खादर स्थित जे जे कॉलोनी में कौशांबी की एक 18 वर्षीय युवती के साथ ठेकेदार द्वारा शोषण का मामला सामने आया है। पीड़िता पुष्पा देवी, निवासी थाना इटावा (कौशांबी), ने ठेकेदार राजेश कुमार पर शादी का झांसा देकर जबरदस्ती करने, मारपीट, पैसे हड़पने और धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।

छह महीने की पहचान, तीन महीने साथ रखा… फिर दो बार जबरदस्ती करने की कोशिश
जानकारी के मुताबिक, करीब छह माह पहले पुष्पा की पहचान राजेश से हुई थी। राजेश (उम्र 30 वर्ष), मूल रूप से बहराइच जिले के भगुनियापुर गांव का रहने वाला है और वर्तमान में सिकंदराबाद के सिकेड़ा इलाके में मार्बल का ठेका चलाता है।
पीड़िता का आरोप है कि राजेश ने शादी का भरोसा देकर उसे तीन महीने तक साथ रखा और दो बार उसके साथ जबरदस्ती संबंध बनाने की कोशिश की। विरोध करने पर मारपीट की और घर से भगा दिया।

“मैं शादीशुदा हूं… छह बच्चे हैं”—सच्चाई सामने आई तो बदला चेहरा
पुष्पा के अनुसार जब उसने शादी की बात की तो राजेश ने साफ कहा कि वह पहले से विवाहित है और उसके छह बच्चे हैं। इसके बाद वह उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगा।

किन्नर के घर भी रखा… विवाद के बाद भगा दिया
पुष्पा ने बताया कि सितंबर 2024 में राजेश उसे सिकंदराबाद ले गया, जहां एक किन्नर भी उनके साथ रहती थी। कुछ दिन वहीं रखा और फिर विवाद होने पर उसे वहां से भी निकाल दिया।

₹80,000 भी ले लिए… पैसे मांगे तो गुंडे बुलाकर धमकाया
पीड़िता के मुताबिक, राजेश ने उससे करीब 80 हजार रुपये ले लिए थे। जब उसने पैसे वापस मांगे तो आरोपी ने गुंडे बुलाकर मारपीट की कोशिश की और धमकी दी कि “तुझे आनंद विहार में पिटवा दूंगा।”
पुष्पा का कहना है कि आरोपी ने न सिर्फ उसके साथ गलत हरकतें कीं, बल्कि कई अन्य लोगों से भी इसी तरह ठगी की है।

“मैं पढ़ी-लिखी नहीं… कानूनी जानकारी नहीं, इसलिए मीडिया का सहारा लिया”
पुष्पा ने बताया कि उसके पास न कानूनी प्रक्रिया की जानकारी है और न ही इतना पैसा कि किसी वकील या पुलिस के चक्कर लगा सके। इसी कारण उसने मीडिया से मदद की अपील की है।
उसने यह भी कहा कि अब उसका मालिक “साहब बाबू” भी उसे काम पर रखने को तैयार नहीं क्योंकि किसी ने उसे राजेश के बारे में गलत जानकारी दे दी।

थाने में शिकायत दर्ज, आरोपी फरार
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सूत्रों के अनुसार आरोपी राजेश कुमार फिलहाल फरार है और उसकी तलाश की जा रही है।

मजदूर महिलाएं अक्सर फंसती हैं ऐसे जाल में
घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। लोगों का कहना है कि मजदूरी करने आने वाली महिलाओं को कई ठेकेदार नौकरी और शादी का झांसा देकर शोषण करते हैं।

तलाक के बाद बच्चों से मिलने से वंचित फरजाना बेगम, प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार

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हैदराबाद, तेलंगाना — फरजाना बेगम, जो मूल रूप से हैदराबाद जिले की निवासी हैं, अपने तीन बच्चों के संरक्षण और उनसे मिलने के अधिकारों को लेकर प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रही हैं। फरजाना की शादी वर्ष 2005 में मोहम्मद अनीस से हुई थी और उन्हें दो बेटों व एक बेटी का जन्म हुआ। वर्ष 2016 में दोनों का तलाक हो गया, लेकिन फरजाना का आरोप है कि तलाक उनके साथ धोखे से कराया गया।

फरजाना बेगम का कहना है कि मोहम्मद अनीस ने उन्हें जानकारी दिए बिना धोखे से तलाक के कागज़ों पर साइन करवा लिए। बाद में जब उन्होंने कई जगह शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, तो उन्हें यह कहते हुए लौटा दिया गया कि तलाक उन्होंने अपनी मर्जी से दिया है, इसलिए इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो सकती।

फरजाना का कहना है कि तलाक पति-पत्नी के बीच हुआ है, लेकिन बच्चों से उनका रिश्ता खत्म नहीं हुआ। इसके बावजूद मोहम्मद अनीस न तो उन्हें बच्चों से मिलने देता है और न ही उनसे बात करने की इजाजत देता है। तलाक के बाद मोहम्मद अनीस ने दूसरी शादी कर ली, और तभी से बच्चों को फरजाना से दूर रखा जा रहा है।

फरजाना का दर्द बयां करते हुए कहना है,
“पति से तलाक हुआ है, बच्चों से नहीं। मुझे बच्चों से मिलना तो दूर, बात तक नहीं करने दी जा रही है। ऐसे आदमी के पास बच्चों का रहना सुरक्षित नहीं है। मैं अपने बच्चों का भविष्य अंधकार में नहीं जाने दूंगी।”

फरजाना बेगम ने जिला प्रशासन व राज्य सरकार से हस्तक्षेप करने की अपील की है ताकि उन्हें उनके बच्चे वापस मिल सकें। उनका कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास पर गंभीर असर पड़ सकता है।

स्थानीय स्तर पर यह मामला चर्चा का विषय बन चुका है और अब उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए फरजाना बेगम को न्याय दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाएगा।

पति दूसरी महिला के साथ भागा, चार बच्चों की परवरिश को तरस रही पिंकी देवी—प्रशासन व मीडिया से लगाई न्याय की गुहार

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दिल्ली के पंजाबी बाग में रह रही बिहार की महिला बोलीं—“चार बच्चों के साथ कहां जाऊं, मेरा पति खर्चा तक नहीं उठाता… हमें न्याय दिलाइए”

दिल्ली के पंजाबी बाग क्षेत्र में रहने वाली बिहार की पिंकी देवी (33) अपने चार बच्चों के साथ बेहद परेशान हाल में दिन गुजार रही हैं। उनका आरोप है कि उनके पति सुरेश साह (40), जो मूल रूप से सीतामढ़ी जिले के रहने वाले हैं, उन्हें और उनके बच्चों को बिना बताए छोड़कर दूसरी महिला के साथ भाग गए हैं।

पिंकी देवी का मायका मुजफ्फरपुर जिले में है और उनकी शादी को 15 साल हो चुके हैं। उनके चार बच्चे हैं—सबसे बड़ी बेटी 14 साल की है। पिंकी बताती हैं कि उनका पति पिछले कई वर्षों से परिवार की जिम्मेदारी ढंग से नहीं निभा रहा था और किसी भी तरह का खर्चा नहीं उठाता था।

8 नवंबर को छोड़कर चला गया, फोन भी ब्लॉक कर दिया: पिंकी

पिंकी देवी के अनुसार, वे और उनके पति दोनों दिल्ली में मजदूरी करते थे। लेकिन लगभग एक महीने पहले, 8 नवंबर को उनका पति अचानक घर छोड़कर चला गया और तब से अब तक वापस नहीं आया।

“मेरे नंबर को ब्लॉक कर दिया है। फोन करती हूँ तो उठाता भी नहीं… चार बच्चों के साथ कहाँ जाऊँ? खर्चा उठाना मुश्किल हो रहा है,” — पिंकी देवी कहती हैं।

रिंकी नाम की महिला के साथ रहने का आरोप

पिंकी देवी का आरोप है कि उनका पति इस समय रिंकी नाम की महिला, जो हरियाणा/पंजाब क्षेत्र की बताई जाती है और जिसकी भी पहले शादी हो चुकी थी, उसी के साथ रह रहा है।

“दोनों एक महीने पहले भाग गए। रिंकी को भी उसका पति छोड़ चुका था। अब दोनों साथ रह रहे हैं… मुझे और मेरे बच्चों को बेसहारा छोड़ दिया,”— पिंकी देवी बताती हैं।

“मैं न्याय चाहती हूँ… मेरे बच्चों की परवरिश कैसे होगी?”

पिंकी देवी कहती हैं कि वे इस समय पंजाबी बाग, दिल्ली में चार बच्चों के साथ गुज़ारा कर रही हैं, लेकिन रोज़ी–रोटी और बच्चों के खर्च का भारी संकट है।

“मैं मीडिया और प्रशासन से हाथ जोड़कर गुहार लगाती हूं… मेरी खबर को फैलाया जाए ताकि मेरे पति का पता चल सके और मुझे न्याय मिले। मेरे बच्चों की परवरिश कोई देखेगा?” — पिंकी देवी का निवेदन।

प्रशासन से कार्रवाई की मांग

पिंकी देवी चाहती हैं कि

उनके पति की खोज की जाए,

उन्हें चार बच्चों के भरण–पोषण का हक दिलाया जाए,

और वे तथा उनके बच्चे सुरक्षित जीवन जी सकें।

स्थानीय प्रशासन और महिला आयोग से भी उन्होंने मदद की अपील की है।

सोने के भाव में उछाल, चांदी ने भी लगाई तेज छलांग, एमसीएक्स पर ये रहे भाव, जानें महानगरों में कीमतें

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वायदा बाजार में सोने और चांदी के तेवर चढ़े हुए हैं। ग्लोबल मार्केट में भी सोने का भाव छह सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। आने वाले समय में भी दोनों धातुओं की कीमत में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। वायदा बाजार में बुधवार को इन दोनों बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में उछाल देखा गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर सुबह 10 बजकर 27 मिनट पर फरवरी डिलीवरी के लिए सोने की कीमत बीते सत्र के मुकाबले 0.79 प्रतिशत की उछाल के साथ 1,30,787 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चला गया। इसी समय चांदी की कीमत में बीते सत्र के मुकाबले 1.49 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई और कीमत 1,84,307 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।महानगरों में सोने का हाजिर कीमत
आज दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव ₹13,073 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने का भाव ₹11,985 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने का भाव ₹9,809 प्रति ग्राम है।
goodreturns के मुताबिक, बुधवार को मुंबई में सोने की कीमत ₹13,058 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने का भाव ₹11,970 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने का भाव ₹9,794 प्रति ग्राम है।
कोलकाता में आज सोने का भाव 24 कैरेट सोने के लिए ₹13,058 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने के लिए ₹11,970 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने के लिए ₹9,794 प्रति ग्राम है।
चेन्नई में आज सोने का भाव 24 कैरेट सोने के लिए ₹13,157 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने के लिए ₹12,060 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने के लिए ₹10,055 प्रति ग्राम है।
आज बैंगलोर में 24 कैरेट सोने का भाव ₹13,058 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने का भाव ₹11,970 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने का भाव ₹9,794 प्रति ग्राम है।
ग्लोबल मार्केट में सोने का भाव
ग्लोबल मार्केट में सोने का भाव छह सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। tradingeconomics के मुताबिक, बुधवार को सोने की कीमतों में तेजी का रुख बरकरार रहा, और यह $4,220 प्रति औंस के करीब पहुंच गया। कीमतों में इस उछाल का मुख्य कारण यह है कि बाजार अब फेडरल रिज़र्व से और अधिक मौद्रिक नरमी की उम्मीद कर रहा है।

ताज़ा अमेरिकी आर्थिक रिपोर्टों से यह संकेत मिला है कि देश में आर्थिक गतिविधियों की रफ़्तार कुछ धीमी हुई है। इसी वजह से यह अनुमान काफी मज़बूत हो गया है कि फेड अगले सप्ताह होने वाली अपनी बैठक में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। बाज़ार अब इस कटौती की संभावना को लगभग 90% मानकर चल रहा है।

मुंबई में प्रॉपर्टी डीलर पर ठगी का आरोप, मधुबनी निवासी ने लगाई न्याय की गुहार

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मुंबई। बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले तुलसी नामक व्यक्ति ने मुंबई के एक प्रॉपर्टी डीलर पर ₹50,000 की ठगी का गंभीर आरोप लगाया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, 37 वर्षीय तुलसी, पिता स्वर्गीय हीरालाल, जिला मधुबनी थाना मधेपुरा निवासी हैं। उन्होंने करीब 11 महीने पहले मुंबई स्थित प्रॉपर्टी डीलर साजन सिंह को डाउन पेमेंट के तौर पर ₹50,000 की राशि दी थी।

बताया जा रहा है कि साजन सिंह, जो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और मुंबई के नया गांव ईस्ट इलाके में प्लॉट बेचने का कार्य करते हैं, ने तुलसी को 25 दिनों के भीतर घर उपलब्ध कराने का वादा किया था। लेकिन अब 11 महीने से अधिक का समय बीत चुका है, फिर भी तुलसी को न तो घर मिला और न ही उनकी दी हुई रकम वापस की गई है।

पीड़ित तुलसी का कहना है कि जब भी वह साजन सिंह से अपने घर या पैसे को लेकर बात करते हैं, तो डीलर हर बार 10 या 15 दिनों का समय देकर बात को टाल देते हैं। अब स्थिति यह है कि इतने लंबे समय के बाद भी उन्हें न घर मिला है और न ही किसी प्रकार की स्पष्ट जानकारी दी गई है।

तुलसी ने संबंधित अधिकारियों से न्याय की मांग की है और इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई किए जाने की अपील की है। वहीं, स्थानीय सूत्रों के अनुसार, साजन सिंह नया गांव ईस्ट में लंबे समय से प्रॉपर्टी का कारोबार कर रहे हैं। फिलहाल इस पूरे प्रकरण की पुष्टि के लिए संबंधित विभाग से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।

इस शहर में आज क्यों बंद रहेंगे ऑफिस, स्कूल और बैंक, सरकार ने घोषित की छुट्टी

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सरकार की तरफ से एक दिन के अवकाश की घोषणा की गई है। इस दौरान स्कूल, ऑफिस और बैंक समेत कई संस्थाएं बंद रहेंगी।मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 3 दिसंबर को अवकाश घोषित किया गया है। ये अवकाश सिर्फ भोपाल के लिए ही है। इस दौरान शहर में स्कूल, कॉलेज, बैंक और सभी सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे। बुधवार को छुट्टी के लिए सरकार की तरफ से पत्र भी जारी हुआ है।
भोपाल गैस कांड की 41वीं बरसी
मध्य प्रदेश सरकार ने दुनिया की सबसे भयावह औद्योगिक त्रासदी, भोपाल गैस कांड की 41वीं बरसी पर स्थानीय अवकाश घोषित किया है। यह अवकाश भोपाल शहर और जिले के सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूल-कॉलेजों, बैंक और सार्वजनिक उपक्रमों पर लागू होगा।

जानिए क्या बोले DM?
गैस त्रासदी की बरसी को लेकर भोपाल के जिलाधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि शांति और श्रद्धांजलि बनाए रखने के लिए शहर में धारा 144 लागू रहेगी। किसी भी तरह के जुलूस या प्रदर्शन पर पहले अनुमति जरूरी होगी।

गैस त्रासदी में करीब 5300 लोग मारे गए थे
बता दें कि 2-3 दिसंबर 1984 की रात यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से मिथाइल आइसोसायनेट (MIC) गैस के रिसाव से हजारों लोग मारे गए थे। लाखों लोग आज भी इसके दुष्प्रभाव झेल रहे हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, उस रात और उसके बाद करीब 5300 लोग मारे गए थे। जबकि गैर-सरकारी अनुमान 20,000 से ज्यादा मौतों का दावा करते हैं। हर साल 3 दिसंबर को भोपाल में शोक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भोपाल में अटलजी की याद में दो दिवसीय भव्य सांस्कृतिक आयोजन आज से कवि सम्मेलन, ओडिसी नृत्य और विशेष प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रहेगी

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भोपाल। भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष पर राजधानी भोपाल दो दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव की मेजबानी कर रही है। नृत्यधाम संस्था, भुवनेश्वर द्वारा आयोजित यह पुण्यस्मरण कार्यक्रम 3 और 4 दिसंबर को रविंद्र भवन और गौरांजनी सभागार में शाम 6 से रात 9 बजे तक आयोजित होगा। देशभर से आ रहे कवि, कलाकार और जनप्रतिनिधि इसे खास बनाएंगे।

पहला दिन: दिग्गजों की उपस्थिति
महोत्सव के पहले दिन मुख्य अतिथि होंगे विधायक रामेश्वर शर्मा। विशिष्ट अतिथि के रूप में पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर, उप संचालक संस्कृति संचालनालय पूजा शुक्ला और सारस्वत अतिथि गौकुल सोनी शामिल होंगे।
कार्यक्रम में अटलजी के जीवन, संघर्ष और काव्य पर आधारित विशेष प्रस्तुतियों का आयोजन होगा। इनमें उनके व्यक्तित्व, राष्ट्रभक्ति और संवेदनशील कवि हृदय को मंच पर सजीव रूप में पेश किया जाएगा।

दूसरा दिन: साहित्य और संस्कृति का संगम
दूसरे दिन कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे विधायक भगवानदास सबनानी। अध्यक्षता प्रो. खेमसिंह डेहरिया करेंगे। विशिष्ट अतिथियों में डॉ. नुसरत मेहंदी और डॉ. साधना बलवटे शामिल रहेंगी, जबकि सारस्वत अतिथि के रूप में डॉ. आलोक चौबे मौजूद रहेंगे।

देशभर के कवि देंगे प्रस्तुति
कार्यक्रम में कई जाने-माने कवि प्रस्तुति देंगे, जिनमें सत्यदेव ‘सत्य’, डॉ. प्रतिभा द्विवेदी, डॉ. प्रार्थना पंडित, कुमार चंदन, अनूप द्यामाने और बालकवि अर्थव सोनी प्रमुख हैं। इनकी रचनाएं अटलजी के व्यक्तित्व, राष्ट्रवाद और काव्यधारा को केंद्र में रखेंगी।

अटलजी की जीवनगाथा पर विशेष प्रदर्शनी
वरिष्ठ चित्रकार राज सैनी द्वारा तैयार विशेष प्रदर्शनी महोत्सव का बड़ा आकर्षण होगी। इसमें अटलजी के जीवन, राजनीतिक सफर और विचारधारा से जुड़े महत्वपूर्ण प्रसंगों को चित्रों और दस्तावेजों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियां रहेंगी खास
मंच पर ओडिसी और शास्त्रीय नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां होंगी।
नृत्यधाम भुवनेश्वर के कलाकार ओडिसी नृत्य प्रस्तुत करेंगे।
संघ रत्ना बानकर और संघमित्रा तायवाडे शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत करेंगी।
बुंदेली लोकगायन की प्रस्तुति ऋषि विश्वकर्मा देंगे।
दीपान्वीता पावी और तनिसा पाठी समूह नृत्य प्रस्तुति देंगी।

कार्यक्रम की सचिव डॉ. सुभाश्री पटनायक और संयोजक सतीश पुरोहित ने बताया कि यह आयोजन अटलजी की स्मृतियों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि अटलजी भारतीय राजनीति के साथ-साथ साहित्य और संस्कृति की दुनिया में भी अमिट छाप छोड़कर गए हैं, जिन्हें समझना और याद रखना नए भारत के लिए जरूरी है।

स्थानीय संवाददाता, ई खबर मीडिया