आजमगढ़: कलवारी मुड़िया कि रहने वाले वंदना उम्र 24 साल सोनू कुमार से प्रेम के जाल में फंसी हुई थी सोनू कुमार और वंदना के प्रेम संबंधों को करीबन 6 से 7 साल हो चुके हैं सोनू और वंदना दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं सोनू वंदना से बहुत बड़े-बड़े वादे किए और बोलता है मैं तेरे से ही शादी करूंगा और किसी और से नहीं करूंगा ऐसा बोलकर वंदना को पहले फुला कर शारीरिक संबंध बना लिए और तीन महीना से वंदना प्रेग्नेंट है कुछ दिनों बाद वंदना के घर वाले वंदना की शादी करने का बोलते हैं तो सोनू कुमार करता है कि मैं ही वंदना से शादी करूंगा वंदना की शादी किसी और से नहीं होने दूंगा तब वंदना के पापा मुन्नीलाल ने सोनू को घर बुलाया और कहा कि तू वंदना से अभी शादी कर ले नहीं तो उसको छोड़ दे तब सोनू ने कहा मैं वंदना से अभी शादी नहीं करूंगा मेरी बहन है मैं उसकी शादी करूंगा उसके बाद ही वंदना से शादी करूंगा तब वंदना के पिताजी मुन्नीलाल ने कहा कि मेरी और भी बेटी है मुझे उनकी भी शादी करवाना है मैं वंदना को लेकर नहीं बैठ सकता इसी बातों पर दोनों की बहस हो गई और मणिलाल जी ने पुलिस को फोन करके बुलाया पुलिस वालों ने वंदना को और सोनू कुमार को 22 मई 2024 को परपुर जेल में ले गए सोनू से वहां पुलिस ने पूछा कि तुम वंदना से शादी करना चाहते हो क्या तो सोनू ने कुछ नहीं बोला चुप हो गया और फिर वंदना 23 में को जेल गई सोनू से मिलने तो बोलता है कि मुझे यहां से छुड़ा ले मैं तुझसे शादी करने के लिए तैयार हूं तो वंदना ने बोला मैं अपने अपने घर वालों से बात करती हूं मेरे पास बेल के लिए पैसे नहीं है तब ही सोनू की मां शांति देवी भी वहां मौजूद थी उसने वंदना से कहा सोनू तेरे से शादी नहीं करेगा फिर सोनू की मां ने पुलिस ने 20000 देकर आजमगढ़ जेल में सोनू को भिजवा दिया और सोनू की मां शांति देवी ने 13 जून को सोनू को जेल से छुड़ा लिया और सोनू 15 जून को वह वंदना को फोन किया और आजमगढ़ के पास वाले नाले के पास मिलने बुलाया और फिर वंदना से कहा मुझे 10000 और एक सोने की चैन दे दो मैं चार-पांच दिन में रूम की व्यवस्था करता हूं फिर तुझे लेने आऊंगा और फिर तब से अभी तक सोनू का कोई पता नहीं चला