शुभमन गिल की कप्तानी वाली टीम इंडिया मैनचेस्टर में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट मैच की तैयारियों में जुटी है। इस मैच में टीम इंडिया के पास जीत के साथ सीरीज में बराबरी हासिल करने का मौका होगा।इंग्लैंड दौरे के साथ ही युवा शुभमन गिल की कप्तानी की अग्नि परीक्षा शुरू हो गई थी। पहले टेस्ट में हार के बाद जिस तरह से गिल ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को शानदार जीत दिलाई, उसने दिग्गज क्रिकेटरों को काफी प्रभावित किया। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल का मानना है कि भारत के युवा कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ अब तक शानदार बल्लेबाजी और नेतृत्व क्षमता की झलक दिखाई है, लेकिन अभी असली परीक्षा होना बाकी है। भारत को लॉर्ड्स टेस्ट में 22 रन से हार का सामना करना पड़ा था, जिससे इंग्लैंड ने सीरीज में बढ़त बना ली। अब दोनों टीमें 23 जुलाई से मैनचेस्टर में चौथे मुकाबले में आमने-सामने होंगी।अब शुरू होगी असली परीक्षा
ईएसपीएनक्रिकइन्फो में लिखे अपने कॉलम में चैपल ने कहा कि टीम इंडिया अब इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट मैच की तैयारी कर रही है। ऐसे में अब सभी की नजरें कप्तान शुभमन गिल पर टिकी हैं। शुभमन गिल ने अब तक बेहतरीन बल्लेबाजी कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है और बेहतरीन कप्तानी की काबिलियत की झलक भी दिखाई है, लेकिन उनकी असली परीक्षा अब शुरू होगी। यह वह मौका है जो टेस्ट कप्तान के रूप में उनकी दिशा तय करेगा।
चैपल ने भारतीय टीम की फील्डिंग पर भी चिंता जताई और कहा कि इस स्तर पर खराब फील्डिंग भारत को भारी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि भारत फिर से एक लचर फील्डिंग वाली टीम बनने का जोखिम नहीं उठा सकता। बेहतरीन टीमें मैदान में चुस्त होती हैं, अतिरिक्त रन नहीं देतीं और मौके नहीं गंवातीं।
खिलाड़ियों पर भरोसा जताना होगा
ग्रेग चैपल ने शुभमन गिल को सलाह दी कि वे अपनी कोर टीम के साथ बने रहें और सिलेक्टर्स के साथ मिलकर उन खिलाड़ियों पर भरोसा जताएं जो कठिन परिस्थितियों में मैच जिता सकते हैं। उन्होंने कहा कि गिल और सिलेक्टर्स को उन खिलाड़ियों की पहचान करनी होगी जो दबाव में प्रदर्शन कर सकते हैं। कप्तान को हर खिलाड़ी की भूमिका स्पष्ट रूप से समझानी चाहिए, ताकि सभी को अपनी जिम्मेदारी का पता हो। चैपल का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब टीम इंडिया सीरीज में पिछड़ रही है और अगला टेस्ट निर्णायक साबित हो सकता है। शुभमन गिल के पास न सिर्फ भारत को सीरीज में वापस लाने का मौका है, बल्कि खुद को एक भरोसेमंद और रणनीतिक कप्तान के तौर पर स्थापित करने का भी सुनहरा मौका है।