बरेली | उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां 27 वर्षीय विवाहिता ने अपने पति पर अन्य औरतों के साथ अवैध संबंध, शारीरिक हिंसा और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि उसने रिश्ते को बचाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन अंततः उत्पीड़न से तंग आकर अब वह तलाक और बेटी के भविष्य के लिए आर्थिक सहायता की मांग कर रही है।
शादी के बाद बदला व्यवहार
पीड़िता सुषमा (27) पत्नी राहुल शर्मा, थाना 12 गिरी गेट क्षेत्र के माला टोन की रहने वाली है। सुषमा की शादी वर्ष 2017 में राहुल शर्मा से पूरे रीति-रिवाज के साथ हुई थी। दंपति की एक बेटी सोना (7 वर्ष) है, जो फिलहाल मां के साथ रहती है। सुषमा का मायका मटिया, गली नंबर 3 में है, जबकि ससुराल श्मशान भूमि के पास स्थित है।
पीड़िता के अनुसार, शादी के शुरुआती छह महीने तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन इसके बाद पति का व्यवहार अचानक बदलने लगा।
अन्य औरतों के साथ अवैध संबंध का आरोप
सुषमा का आरोप है कि उसके पति राहुल शर्मा महिला के साथ अवैध संबंध हैं। पीड़िता का दावा है कि यह बात ससुराल पक्ष को भी भली-भांति पता है और इसके बावजूद घरवालों ने कभी विरोध नहीं किया। सुषमा के अनुसार, पति के हाथ पर किसी अन्य महिला का नाम लिखा होना भी उसके अवैध संबंधों की पुष्टि करता है। ससुराल में इन महिलाओं का आना-जाना तक बना रहा, जिससे पीड़िता को मानसिक रूप से तोड़ दिया गया।
सास के दबाव में शादी का दावा
पीड़िता के मुताबिक, राहुल शर्मा ने कई बार कहा कि उसने यह शादी अपनी मां पूनम शर्मा के दबाव में की थी और वह इस रिश्ते से खुश नहीं है। सुषमा का कहना है कि उसकी मां का वर्ष 2022 में निधन हो चुका है। उसके परिवार में दो बहनें हैं और कोई भाई नहीं है, ऐसे में वह पहले से ही सामाजिक और आर्थिक दबाव में है।
फोन में फोटो देखने पर बर्बरता
सुषमा ने बताया कि जब उसने पति के मोबाइल फोन में अन्य औरतों के साथ आपत्तिजनक फोटो देख ली, तो इस बात पर राहुल शर्मा ने उसके साथ बुरी तरह मारपीट की। पीड़िता का आरोप है कि पति ने कहा, “तेरी औकात क्या है मेरे फोन को देखने की।” इसके बाद से उस पर लगातार शारीरिक हिंसा और मानसिक अत्याचार किए जाने लगे।
रिश्ता बचाने की कोशिश भी नाकाम
पीड़िता का कहना है कि उसने परिवार और समाज की खातिर कई बार रिश्ता बचाने की कोशिश की। एक बार मुकदमा दर्ज कराने के बावजूद वह चार साल बाद दोबारा ससुराल लौटी, इस उम्मीद में कि शायद पति सुधर जाए। लेकिन हालात नहीं बदले और पति के अवैध संबंध लगातार जारी रहे।
अब तलाक और बेटी के भविष्य की मांग
सुषमा ने साफ कहा है कि अब वह इस रिश्ते को आगे नहीं बढ़ाना चाहती। उसकी मांग है कि पति उसे कानूनी रूप से तलाक दे, बेटी की पढ़ाई, पालन-पोषण और शादी तक पूरी आर्थिक जिम्मेदारी निभाए और नियमित रूप से भरण-पोषण राशि दे। पीड़िता का कहना है कि वह अपनी बच्ची के सुरक्षित भविष्य के लिए यह लड़ाई लड़ रही है और अब सम्मान के साथ नया जीवन शुरू करना चाहती है।
