बाराबंकी।
थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के ग्राम कुटी मजरे बस्ती निवासी पप्पू पुत्र राम आधार अपनी पत्नी सुधा की गुमशुदगी को लेकर पिछले एक महीने से दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। बावजूद इसके न तो पुलिस उनकी पत्नी का कोई सुराग लगा पाई है, और न ही मामले में कोई ठोस कार्यवाही हुई है। पप्पू अब तक कई बार पुलिस अधीक्षक कार्यालय और अन्य अधिकारियों के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें हर जगह से सिर्फ़ आश्वासन ही मिला है।
मामला 4 अक्टूबर 2025 का है, जब सुबह करीब 7:30 बजे पप्पू की पत्नी सुधा को गांव का ही एक व्यक्ति सुरेन्द्र कुमार पुत्र राम खेलावन, ग्राम चिलहटा थाना जहांगीराबाद, बाराबंकी बहला-फुसलाकर भगा ले गया। बताया जाता है कि पपनामऊ (थाना चिनहट, लखनऊ) की एक दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में दोनों को एक साथ देखा गया था — जिसमें सुरेन्द्र मोटरसाइकिल पर सुधा को जबरन बैठाकर ले जाता हुआ दिखाई दे रहा है। कई स्थानीय लोगों ने भी इस घटना को अपनी आंखों से देखने की पुष्टि की है।
पप्पू ने अपनी शिकायत में कहा है कि सुरेन्द्र पहले भी कई महिलाओं को बहला-फुसलाकर भगाने में लिप्त रहा है। उन्हें आशंका है कि कहीं वह सुधा को गलत काम में न धकेल दे या जान से मारकर लाश को नदी में न बहा दे। उनका कहना है कि सुधा का मोबाइल नंबर (8169856702 और 9559750587) अभी भी चालू है, लेकिन विवेचक द्वारा कॉल सर्विलांस या लोकेशन ट्रेसिंग जैसी कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है।
मामला थाना कोतवाली नगर, बाराबंकी में मु0अ0सं0-942/2025, धारा 67 बी०एन०एस० के तहत दर्ज किया गया था। लेकिन प्रार्थी के अनुसार, कहना है कि जब वह थाने जाते हैं तो उन्हें उल्टे-सीधे जवाब दिए जाते हैं, जिससे वह मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं।
पप्पू का कहना है कि उन्होंने लखनऊ, बाराबंकी और आस-पास के सभी इलाकों में अपनी पत्नी की तलाश की है। जहां-जहां सुधा जाया करती थी, वहां जाकर भी उन्होंने जानकारी की, लेकिन अब तक कोई पता नहीं चल पाया है।
पप्पू आर्थिक रूप से इतने सक्षम नहीं हैं कि बड़े स्तर पर खोजबीन करा सकें। उन्होंने जनता और प्रशासन दोनों से गुहार लगाई है कि उनकी पत्नी को जल्द से जल्द ढूंढने में मदद की जाए। उन्होंने कहा —
“मेरी पत्नी की जान को खतरा है। मैं गरीब आदमी हूं, अपनी मेहनत से परिवार चलाता हूं। पुलिस सिर्फ़ कहने के लिए केस दर्ज कर बैठी है, पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही। अगर किसी को मेरी पत्नी सुधा के बारे में कोई भी जानकारी मिले तो कृपया मोबाइल नंबर 9005090204 पर संपर्क करें।”
अब सवाल यह है कि आखिर पुलिस कब जागेगी और एक गरीब व्यक्ति की पीड़ा को कब सुना जाएगा। क्या पप्पू को अपनी पत्नी का चेहरा फिर कभी देखने को मिलेगा, या यह भी एक अधूरा मामला बनकर रह जाएगा?
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