अजमेर।
मुन्नी महाराज कॉलोनी निवासी मुकीम अहमद ने मीडिया अधिकारी जयपुर को दिए ज्ञापन में गंभीर आरोप लगाया है कि ड्राइवर और कंडक्टर की लापरवाही से उनके बेटे की जान चली गई, लेकिन आज तक उन्हें न तो न्याय मिला और न ही मुआवजा।
मुकीम अहमद ने बताया कि 20 नवंबर 2019 को ब्यावर से दिल्ली के लिए रवाना हुई एक लग्जरी बस में उनका बेटा आमिर खान (सीट नंबर-03) सफर कर रहा था। देर रात करीब 12 बजे जब बस दूदू और बगरू के बीच पहुंची, तभी उसमें शॉर्ट सर्किट से अचानक आग लग गई। इस हादसे में आमिर खान की मौके पर ही मौत हो गई और उसका शव जलती हुई बस के अंदर से बरामद हुआ।
पीड़ित पिता का कहना है कि हादसे की सूचना किसी अन्य यात्री ने पुलिस को दी थी। बाद में शव को निकालकर जयपुर अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन घटना को चार साल से ज्यादा समय बीत चुका है, इसके बावजूद न तो ड्राइवर-कंडक्टर पर कार्रवाई की गई और न ही पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि दी गई।
मुकीम अहमद ने प्रशासन और सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें न्याय दिलाया जाए और परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
पता (पीड़ित का):
C/O शम्मी अहमद, मुन्नी महाराज कॉलोनी, छोटी नागफनी, अजमेर, राजस्थान, 305001