Friday, December 5, 2025
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उच्चाधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग, परिजनों ने डीआईजी देवीपाटन मंडल को सौंपा प्रार्थना पत्र

नमस्कार दोस्तों ई खबर में आपका स्वागत है आज हम बात करेंगे

बलरामपुर।
ग्राम पेड़रिया, थाना गैण्डास बुजुर्ग के निवासी सद्दाम पुत्र इस्लाम अली ने अपनी नाबालिग बहन से जुड़े एक संवेदनशील प्रकरण में निष्पक्ष कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस उपमहानिरीक्षक देवीपाटन मंडल को प्रार्थना पत्र सौंपा है।

प्रार्थी के अनुसार 23 नवंबर 2025 की शाम उनकी बहन और भान्जी गांव के बाहर गई थीं, जहां लौटते समय एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा अनुचित व्यवहार किए जाने की शिकायत परिवार ने दर्ज कराई थी। परिवार का कहना है कि घटना की जानकारी उनकी पत्नी ने भी देखते ही तुरंत दी थी, जिसके बाद मामले की सूचना थाने को दी गई।

परिजनों का आरोप है कि थाने में मुकदमा दर्ज होने के बावजूद गंभीर धाराओं को शामिल नहीं किया गया और आवश्यक प्रक्रिया, विशेषकर चिकित्सीय परीक्षण, समय पर पूरा नहीं कराया गया। परिजनों ने यह भी कहा कि स्थानीय स्तर पर उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है।

क्या है पूरा मामला

धारा बढ़ोतरी और निष्पक्ष जांच के लिए परिजनों ने डीआईजी देवीपाटन मंडल को दिया प्रार्थना पत्र

ग्राम पेड़रिया, थाना गैण्डास बुजुर्ग के निवासी सद्दाम पुत्र इस्लाम अली ने अपनी नाबालिग बहन से जुड़े एक संवेदनशील मामले में निष्पक्ष जांच और उचित कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस उपमहानिरीक्षक, देवीपाटन मंडल गोंडा को प्रार्थना पत्र सौंपा है।

प्रार्थी के अनुसार 23 नवंबर 2025 की शाम लगभग 5:30 बजे उनकी बहन नसरीन (16) और भान्जी गांव के बाहर गए हुए थे। इसी दौरान परिवार ने आरोप लगाया कि गांव के ही गुलाम नबी उर्फ छोटे बाबू, पुत्र गुलाम तैस उर्फ झम्मन, निवासी पैडरिया, द्वारा नसरीन के साथ अनुचित एवं असामान्य व्यवहार किया गया। घटना की जानकारी परिवार की महिला सदस्य ने तुरंत परिजनों को दी, जिसके बाद मामले की सूचना थाने में की गई।

परिवार का आरोप है कि थाना गैण्डास बुजुर्ग ने आरोपी के प्रभाव में आकर घटना की गंभीरता के अनुरूप धाराएं नहीं जोड़ीं और केवल 75(2) एवं पॉक्सो की 7/8 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया (मु.अ.सं. 110/2025)। परिजनों के अनुसार आवश्यक चिकित्सकीय प्रक्रिया भी समय पर और नियमानुसार नहीं कराई गई, जिससे उन्हें न्याय मिलने में कठिनाइयाँ आ रही हैं।

इसी के चलते परिजनों ने डीआईजी स्तर पर आवेदन देकर अनुरोध किया है कि मामले में धारा 64 बी.एन.एस. सहित आवश्यक धाराओं की बढ़ोतरी कर निष्पक्ष और पारदर्शी जांच सुनिश्चित की जाए। परिवार ने कहा कि उच्चस्तरीय हस्तक्षेप से उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है।

पीड़िता के भाई मोहम्मद इरफान ने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि मेरी बहन को न्याय मिले और दोषियों के ऊपर सबसे सख्त कार्यवाही हो और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और आरोपी जेल की सलाखों के पीछे जा सके। इरफान ने कहा हम न्याय मिलने के इंतजार में हैं। और हमें मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ जी पर बहुत भरोसा है।

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