नमस्कार दोस्तों, ई खबर में आपका स्वागत है। आज हम आपको सेक्टर-36, चंडीगढ़ से एक दिल दहला देने वाली घटना के बारे में बताएंगे।
19 सितंबर की दोपहर करीब 1:30 बजे, सेक्टर-36/37 की लाइट पर एक दर्दनाक हादसा हुआ। 65 साल की महिला ड्राइवर सुनिता अग्रवाल (CH01CW3058) ने तेज रफ्तार कार से 23 वर्षीय अमित पुत्र– शिव कुमार, मकान नंबर–1400, गांव–फै़दन निज़ामपुर, सेक्टर–47, बुरैल, चंडीगढ़–160047 को टक्कर मार दी।
लेकिन ध्यान दें—अमित उस वक्त एक्टिवा पर नहीं था। वह सिर्फ अपने मोबाइल पर बात कर रहा था और सड़क किनारे खड़ा था।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टक्कर इतनी जोरदार थी कि अमित हवा में उछलकर सड़क पर गिर गया। राहगीर कुछ सेकंड के लिए सहम गए।
अस्पताल में जिंदगी-मौत की जंग
अमित को गंभीर हालत में PGI सेक्टर-12 ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत बेहद नाजुक है और फिलहाल वह बयान देने के लिए फिट नहीं हैं।
अमित के माता-पिता शिव कुमार और वंदना को 3 बजे इस घटना की जानकारी मिली।
पुलिस ने तुरंत किया मुकदमा दर्ज
सूचना मिलते ही HC अनिल और उनकी टीम मौके पर पहुंचे। घटना स्थल की तस्वीरें खिंचवाई गईं और साक्ष्य इकट्ठा किए गए।
पुलिस ने सुनिता अग्रवाल के खिलाफ BNS की धारा 281 और 125(A) के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया है।
कानूनी मदद भी उपलब्ध
पुलिस ने बताया कि अमित या उसके परिवार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सेक्टर-43, चंडीगढ़ से निःशुल्क कानूनी सहायता (Free Legal Aid) ले सकते हैं।
सड़क सुरक्षा पर बड़ा सवाल
यह हादसा एक बार फिर याद दिलाता है कि सड़क पर एक पल की लापरवाही किसी की जान ले सकती है।
अमित की जान खतरे में है और सवाल उठता है—क्या प्रशासन ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाकर सड़क पर सुरक्षा का भरोसा दिलाएगा?
सेक्टर-36 का यह हादसा सिर्फ एक टक्कर नहीं, बल्कि चेतावनी है।
एक घर का इकलौता बेटा मौत से जूझ रहा है और जिम्मेदारी का सवाल अब सभी के सामने है।