समस्तीपुर।
बिहार के समस्तीपुर जिले से एक बार फिर जमीन और अधिकार से जुड़ा सनसनीखेज मामला सामने आया है। गुटलन पासवान, पिता नथनी पासवान, जिस जमीन पर घर बनाना चाहते हैं, वह उनके मामा कैलाश पासवान और चंदेश्वर पासवान की बताई जा रही है। परिवार की सहमति और वैध कागजात होने के बावजूद गांव के कुछ लोग उन्हें उस जमीन पर घर बनाने से रोक रहे हैं।
पीड़ित गुटलन पासवान का कहना है कि जमीन से जुड़े सभी आवश्यक कागजात उनके पास मौजूद हैं, लेकिन आज तक राजस्व रसीद नहीं कट पाई है। रसीद नहीं होने के कारण प्रशासनिक स्तर पर भी घर निर्माण की अनुमति नहीं मिल पा रही है। उन्होंने अंचल कार्यालय समेत कई अधिकारियों के चक्कर लगाए, लेकिन कहीं से समाधान नहीं निकला।
गुटलन पासवान ने आरोप लगाया कि गांव के ही कुछ प्रभावशाली लोग लगातार दबाव बना रहे हैं और धमकी देकर निर्माण कार्य रुकवा रहे हैं। इस बीच उन्होंने रसीद कटवाने के लिए सरकारी शुल्क देने की भी कोशिश की, लेकिन संबंधित कार्यालय ने भुगतान स्वीकार नहीं किया। नतीजतन, मामला आज भी अधर में लटका हुआ है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह विवाद अब केवल जमीन तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि सामाजिक तनाव का रूप लेता जा रहा है। एक ओर परिवार के सदस्य जमीन देने को तैयार हैं, तो दूसरी ओर गांव के कुछ लोग बेवजह अड़ंगा डाल रहे हैं।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि प्रशासन की निष्क्रियता और स्थानीय दबंगों की मनमानी के कारण गुटलन पासवान अपने ही रिश्तेदारों की जमीन पर छत नसीब होने से वंचित हैं। सवाल यह उठता है कि जब जमीन वैध है और परिवार की सहमति है, तो फिर घर निर्माण में बाधा क्यों?
अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इस मामले में कब तक संज्ञान लेता है और क्या गुटलन पासवान को उनका हक मिल पाएगा, या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा।
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