नगर पंचायत रानीगंज के वार्ड नंबर 14 स्थित नेभू टोला इन दिनों एक अनोखी वजह से चर्चा में है। यहां के निवासी भगवान प्रसाद यादव अचानक अपने आध्यात्मिक जीवन को लेकर लोगों के बीच आकर्षण और जिज्ञासा का केंद्र बन गए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार भगवान प्रसाद यादव ने सांसारिक जीवन से दूरी बनाकर पूरी तरह ईश्वर भक्ति और साधना का मार्ग अपना लिया है, जिससे पूरे इलाके में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
भगवान प्रसाद यादव का कहना है कि उन्हें ईश्वर की विशेष कृपा प्राप्त हुई है और भगवान की शक्तियों तथा भक्ति का गहरा ज्ञान उन्हें अनुभव के माध्यम से मिला है। इसी अनुभूति के बाद उन्होंने यह निर्णय लिया कि वे अपना जीवन पूरी तरह भगवान के चरणों में समर्पित करेंगे। उनका मानना है कि सांसारिक मोह माया से दूर रहकर ही आत्मिक शांति और सच्चा संतोष प्राप्त किया जा सकता है।
भगवान प्रसाद यादव एक सामान्य पारिवारिक पृष्ठभूमि से आते हैं। उनके पिता का नाम दिनेश प्रसाद यादव और माता का नाम रंभा देवी है। वे विवाहित हैं और उनके तीन बच्चे भी हैं। परिवार के लोगों के अनुसार पहले वे सामान्य गृहस्थ जीवन जी रहे थे, लेकिन बीते कुछ समय से उनके स्वभाव और जीवनशैली में बड़ा बदलाव देखने को मिला है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि भगवान प्रसाद यादव अब अधिकतर समय पूजा पाठ, ध्यान और साधना में बिताते हैं। वे सांसारिक गतिविधियों से लगभग पूरी तरह दूर हो चुके हैं। सुबह से लेकर देर रात तक वे ईश्वर चिंतन में लीन रहते हैं और सादा जीवन अपनाए हुए हैं। उनके इस बदलाव को देखकर कुछ लोग उन्हें ईश्वर की कृपा का पात्र मान रहे हैं तो कुछ लोग इसे गहरी आध्यात्मिक अनुभूति का परिणाम बता रहे हैं।
नेभू टोला और आसपास के क्षेत्रों में लोग उन्हें देखने और उनसे बातचीत करने के लिए पहुंच रहे हैं। कई लोग उनसे आध्यात्मिक मार्गदर्शन भी ले रहे हैं। इस पूरे घटनाक्रम ने नगर पंचायत रानीगंज में एक नई चर्चा को जन्म दे दिया है, जहां एक सामान्य गृहस्थ का अचानक आध्यात्मिक जीवन की ओर मुड़ जाना लोगों के लिए आश्चर्य और आकर्षण दोनों का विषय बना हुआ है।


