भारत-बांग्लादेश सीमा पर बांग्लादेश की ओर से तस्करों द्वारा लगातार घुसपैठ की कोशिशें की जा रही हैं। अब तस्करों के हमले में BSF का एक जवान घायल हो गया है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में एक बार फिर बांग्लादेशी तस्करों ने बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत के सतर्क जवानों पर हमला कर जबरन तस्करी की कोशिश की। बीएसएफ की 143वीं बटालियन की सीमा चौकी तराली-1 पर तैनात सतर्क और बहादुर जवानों ने इस हमले का साहसपूर्वक सामना किया। कठिन परिस्थितियों में भी जवानों ने अत्यंत संयम बरतते हुए आत्मरक्षा में फायरिंग की और तस्करी की इस कोशिश को पूरी तरह नाकाम कर दिया। कार्रवाई के दौरान दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। मौके से 10 किलो गांजा, 100 फेंसेडिल की बोतलें और एक धारदार हथियार बरामद किया गया है। इस अभियान में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया, जिसे बाएं हाथ में चोट आई है।
तस्करों ने कैसे किया हमला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना रात करीब 01:50 बजे की है, जब द्वितीय पाली की अग्रिम चेक पोस्ट पर ड्यूटी दे रहे जवान ने देखा कि 3 से 4 संदिग्ध व्यक्ति बैकलोड के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा की ओर बढ़ रहे हैं। ड्यूटी पर तैनात जवान ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए अपने साथी को अलर्ट किया और तस्करों की दिशा में तेजी से बढ़ा। जवान ने उन्हें चुनौती देते हुए रुकने के लिए कहा, लेकिन वे नहीं रुके और पत्थरबाज़ी, गाली-गलौज व टॉर्च लाइट का प्रयोग करते हुए आक्रामक हो गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जवान ने एक पीएजी से हवा में चेतावनी स्वरूप फायर किया। इसके बावजूद तस्कर और उग्र हो गए तथा जवान के अत्यधिक निकट आकर उस पर धारदार हथियार से हमला कर दिया।
दो संदिग्ध तस्करों को पकड़ा गया
तस्करों के हमले में BSF का जवान घायल हो गया। इसी दौरान अन्य जवान भी मौके पर पहुंच गए। अंधेरे और पास के घरों का लाभ उठाकर तस्कर भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन सतर्क जवानों ने पीछा कर दो संदिग्ध तस्करों को पकड़ लिया। उनके पास से भारी मात्रा में मादक पदार्थ और तस्करी का सामान बरामद हुआ। इसके बाद इलाके की गहन तलाशी ली गई, जिसमें 100 फेंसेडिल की बोतलें और एक तेज धारदार दाह बरामद हुआ। गिरफ्तार तस्करों को आगे की पूछताछ के लिए सीमा चौकी तराली-1 लाया गया है।
घटना पर BSF ने क्या कहा?
बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत के प्रवक्ता ने कहा कि हमारे कर्तव्य पथ पर इस प्रकार की घटनाएं असामान्य नहीं हैं। हमारे जवान असाधारण साहस, प्रतिबद्धता और सतर्कता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। बांग्लादेशी अपराधियों द्वारा जबरन घुसपैठ और लगातार हमलों को लेकर बीजीबी के साथ बार-बार फ्लैग मीटिंग कर उन्हें सचेत किया गया है, बावजूद इसके उनकी ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। बीजीबी की इस निष्क्रियता से तस्करों और अपराधियों के हौसले और बढ़ गए हैं। इसके बावजूद बीएसएफ के जवान सीमाओं की रक्षा करने और हर परिस्थिति में राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पूरी तरह सक्षम हैं।