भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बीते दिन यानी 19 नवंबर को विश्व कप का फाइनल मुकाबला खेला गया, जिसमें भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा। यह मैच दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया। भारतीय टीम इस कप को जीतने के लिए शुरू से ही मेहनत की हुई थी। इस टूर्नामेंट में टीम ने सभी मुकाबले जीते लेकिन फाइनल में आकर हार का सामना करना पड़ा। अब इसी पर भारतीय टीम के दो दिग्गज खिलाड़ियों के बयान सामने आए हैं जिसमें उन्होंने बताया है कि आखिर हमारी टीम कहां चूक गई।
भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 240 रनों का लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया को दिया था। भारत की ओर से रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने ओपनिंग का मोर्चा सभांला था। गिल महज चार रन बना कर पवेलियन लौट गए। जबकि रोहित शर्मा 31 गेंदों में 47 रन बना पाए। जिसमें 4 चौके और 3 छक्के शामिल हैं। वहीं किंग कोहली ने 63 गेंदों में 54 रन बनाकर आउट हुए। युवा खिलाड़ी श्रेयस अय्यर भी कुछ कमाल नहीं दिखा पाए, केवल चार रन ही टीम इंडिया के लिए जोड़ पाए। केएल राहुल ने सबसे ज्यादा रन टीम इंडिया के लिए जोड़ा। उन्होंने 107 गेंदों में 66 रन बनाया। भारतीय टीम द्वारा दिए गए 240 लक्ष्य को ऑस्ट्रेलिया ने 43 ओवरों में 4 विकेट गंवाकर आसानी से हासिल कर लिया।
कहां चूक गई टीम इंडिया?
दरअसल, हार पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग ने फाइनल मैच को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सहवाग ने मैच के खत्म होने के बाद क्रिकबज से बात की। जिसमें उन्होंने कहा कि कोहली और राहुल अपनी साझेदारी के दौरान 250 रनों का टारगेट ध्यान में रखते हुए ज्यादा कम्फर्टेबल हो गए थे। लेकिन वे चाहते तो सिंगल रन लेकर अपनी साझेदारी को और आगे तक ले जा सकते थे। सहवाग ने आगे कहा कि, दूसरे पावरप्ले में 4-5 रन आसानी से बिना बाउंड्री के बन सकते थे। उस वक्त 5 फील्डर घेरे के अंदर थे। राहुल ने 66 रन बनाने के लिए 107 गेंदें खर्च कर दी।
हार पर गावस्कर ने क्या कहा?
सुनिल गावस्कर ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा, मार्श ने 2 ओवरों में 5 रन दिए। हेड ने 2 ओवरों में 4 रन दिए। मुझे लगता है कि ये वो ओवर थे जिसमें पार्ट टाइम बॉलर्स को टारगेट किया जा सकता था। यहां बिना रिस्क के 20-30 रन बन सकते थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जानकारी के लिए बता दें कि, भारत ने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को मात दी थी लेकिन फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया छठी बार विश्व कप विजेता बना गया है।