वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के इतिहास में अब भारत ने नई कहानी लिख दी है। जो कोई कप्तान नहीं कर पाया, वो गिल की कप्तानी में मुमकिन हुआ।भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही ये सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है, जिसका अगला चक्र अब शुरू हो चुका है। भारतीय टीम का हालांकि इस नए चक्र में अभी तक खाता तो नहीं खुला है, लेकिन इसके दूसरे ही मैच में भारतीय टीम ने एक ऐसा कारनामा कर दिया है, जो इससे पहले कभी नहीं हुआ था। टीम ने इतना बड़ा स्कोर टांगा है, जो अपने आप में एक कमाल और करिश्मा ही है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में इंग्लैंड ने बनाया है सबसे बड़ा स्कोर
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप यानी डब्ल्यूटीसी के इतिहास में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के ही नाम पर है। इंग्लैंड ने पिछले ही साल यानी 2024 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में 823 रन बना दिए थे। टीम का ये स्कोर इतना विशाल था कि सात विकेट पर पारी घोषित करनी पड़ी। लेकिन बात अगर टीम इंडिया की करें तो उसका सबसे बड़ा स्कोर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में 601 रन का है। ये स्कोर भारत ने साल 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पुणे में बनाया था। ये स्कोर तो अभी भी भारत का सबसे बड़ा स्कोर डब्ल्यूटीसी में है, विदेशी सरजमीं पर भारत ने अपना सबसे बड़ा टोटल अब बना लिया है।
विदेशी जमीन पर भारत ने बनाया डब्ल्यूटीसी का सबसे बड़ा स्कोर
भारतीय टीम जब पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी, तब पर्थ में खेले गए मुकाबले में भारत ने 487 रन बनाए थे। तब भारत ने छह विकेट खोलकर ये रन बनाए थे और उसके बाद पारी घोषित कर दी थी। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में ये भारत का विदेशी जमीन पर सबसे बड़ा स्कोर था। लेकिन अब नई कहानी शुभमन गिल की कप्तानी में लिखी गई है।
इतने रन बनाकर भी क्या जीत दर्ज कर पाएगी भारतीय टीम
इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया ने बर्मिंघम टेस्ट की पहली पारी में 587 रन बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है। ये विदेशी जमीन पर भारत का सबसे बड़ा और ओवरआल दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। भारत ने भले ही इतना बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया हो, लेकिन इसका फायदा तभी होगा, जब टीम मुकाबले में जीत दर्ज करे। अभी भारत मजबूत स्थिति में है, लेकिन इसे यूं ही बनाए रखना होगा, जब तक मैच खत्म न हो जाए। देखना होगा कि बाकी बचे हुए दिनों में मैच किस ओर जाता है।