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रॉबिन उथप्पा के बाद युवराज सिंह ED के सामने हुए पेश, आनलाइन सट्टेबाजी ऐप मामले में हुई पूछताछ

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2011 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे युवराज सिंह प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश हुए। ED ने उनसे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की।पूर्व भारतीय ऑलराउंडर और वर्ल्ड कप विजेता क्रिकेटर युवराज सिंह से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की। यह मामला ऑनलाइन बेटिंग ऐप 1xBet से जुड़ा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, युवराज 23 सितंबर को दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली स्थित ED के दफ्तर पहुंचे, जहां उनसे पूछताछ की गई और उनका बयान दर्ज किया गया। ED ने यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत की है। इसी केस में पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना, शिखर धवन और रॉबिन उथप्पा से भी पूछताछ हो चुकी है।

ED के सामने कई क्रिकेटरों की पेशी
आपको बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों में ईडी इस जांच के तहत कई मशहूर हस्तियों से सवाल कर चुकी है। इनमें क्रिकेटर्स के अलावा फिल्मी हस्तियां और इन्फ्लुएंसर्स भी शामिल हैं। EC यह जानने की कोशिश कर रही है कि 1xBet कंपनी ने इन क्रिकेटरों, अभिनेताओं और इन्फ्लुएंसर्स से संपर्क कैसे किया, किसके जरिये संपर्क हुआ, भुगतान किस माध्यम से हुआ (हवाला या बैंकिंग चैनल), और भुगतान भारत में हुआ या विदेश में। साथ ही एजेंसी ने उनसे यह भी पूछा है कि क्या उन्हें जानकारी थी कि भारत में ऑनलाइन बेटिंग और गेमिंग अवैध है।

ऑनलाइन बेटिंग ऐप के खिलाफ सरकार का बड़ा एक्शन
एजेंसी ने सभी से उनके कॉन्ट्रैक्ट, ईमेल और अन्य डॉक्युमेंट्स की कॉपी उपलब्ध कराने को कहा है। ED यह भी जांच कर रही है कि इन हस्तियों को मिले पैसों का इस्तेमाल कहां किया गया और क्या इसे मनी लॉन्ड्रिंग के तहत प्रोसीड्स ऑफ क्राइम माना जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, 1xBet कंपनी कुराकाओ में रजिस्टर्ड है। इसकी वेबसाइट और ऐप 70 भाषाओं में उपलब्ध है और इसमें खेलों पर करोड़ों यूजर्स दांव लगाते हैं। भारत सरकार ने हाल ही में ऑनलाइन पेमेंट के जरिए खेले जाने वाले ऑनलाइन गेमिंग को बैन कर दिया है। केंद्र सरकार ने संसद को बताया कि 2022 से जून 2025 तक कुल 1524 आदेश जारी कर ऑनलाइन बेटिंग और जुए से जुड़ी साइट्स को ब्लॉक किया गया है। भारत में पिछले कई सालों में ऑनलाइन गेमिंग ऐप का बाजार बहुत तेजी से बढ़ा था। हालांकि, सरकारा द्वारा कड़े कदम उठाए जाने के बाद अब इन ऐप्स पर रोक लग गई है।

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