उत्तरप्रदेश। जिला बलिया थाना नरई निरपुर ढोला गाँव का मामला सामने आया पीड़िता पूजा मिश्रा ने बताया कि उसके ससुराल वाले उसे बहुत परेशान कर रहे हैं और मेरी शादी को 8 साल हो चुके हैं तथा पति मुझे ज्यादा परेशान करता है। दहेज के तनाव में एक और युवती के सपनो को चकनाचूर कर दिया। पति व ससुराल वालों की मांग पूरी करने में नाकाम रहने पर उसे तब ससुराल छोड़ना पड़ा, जबकि वह 8 माह की गर्भवती है। इस हालत में घंटों तक नरई थाने के बाहर बैठे रहने के बाद भी पुलिस ने उसकी फरियाद नहीं सुनी और एफआईआर दर्ज नहीं की। क्या है मामला नरई थाने में अपराध पति शराब पीकर करता है आरोपी का दोस्त हनुमान जी मिश्रा उर्फ़ फिरोज मास्टर है और पटना में पढ़ते है
पीड़िता पत्नी पूजा मिश्रा वह बच्ची वह भी परेशान करते है पूजा 8 साल से ससुराल रह रही थी और मारपीट करने वाला मुख्य आरोपी प्रमोद मिश्रा है। पत्नी पूजा मिश्रा जिसके मुताबिक जिला बलिया निवासी प्रमोद की शादी पूजा मिश्रा की शादी 8 साल पहले निवासी के साथ किया था। विवाह के कुछ 7 साल बाद से ही कम दहेज लाने की बात पर प्रताड़ना शुरु हो गई। 10 हजार मायके से लाने की बात कहकर उसे घर से निकाल दिया गया था, तब परिजन और पंचायत के हस्तक्षेप पर ससुराल वाले पूजा को वापस ले जाने पर राजी हो गए। इसके बाद भी ससुराल वालों का रवैया नहीं बदला। इस बीच वह गर्भवती भी हो गई पर प्रताड़ना जारी रही। पूजा के ससुर नहीं है सास और पति प्रमोद, तथा पांच नंद हैपांच नंद में से दो नन्द उसे उन्हें बहुत परेशान करती हैं बार बार मारने पिटने की धमकी देती है पति प्रमोद ने उसके साथ मारपीट शुरु कर दी गर्भ में पल रहे बच्चे की खातिर तमाम मुसीबतों का सामना कर रही भूमिका के सामने तब जान बचाकर भागने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा। पीड़ित की हालत बिगड़ने लगी और अंतत: रात में ससुराल से भागकर गांव में ही रहने वाले व्यक्ति घर में छिप गई। वहीं से पिता और भाई को खबर देकर बुलाया तो परिजन उसे अपने घर ले गये। तब की कायमी भूमिका के ससुराल में हुए अत्याचार से माता-पिता और भाई के सब्र का बांध टूट गया। तब उनको सबक सिखाने का मन बनाकर सभी लोग एक सुबह करीब 10 बजे थाने पहुंच गए। जहां पुलिस ने जांच के नाम पर घंटो तक लटकाये रखा। जब सोशल मीडिया पर खबर चली तब जाकर भी पति समेत 5 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज तो नहीं किया। परन्तु तलाशने की कार्यवाही में तेजी आई। इस मामले में पीड़िता के परिजन ने पुलिस पर आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद रसूखदारों के दबाव में देर शाम छोड़ देने का आरोप लगाया है। वहीं नरई थाना में उपस्थिति पुलिस ने कहा कि जल्द ही सभी को पकड़ लिया जाएगा। परन्तु ये सिर्फ खोखले दावे है गर्भवती सतना रेफर 8 माह की गर्भवती भूमिका को थाने में बयान दिलाने के बाद अस्पताल ले जाया जाएगा जहां कमजोरी के चलते हालत बिगड़ने लगी, तब डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया था तब देर शाम पूजा नाम की विवाहिता ने बताया कि उसके पति उसे पिछले एक डेढ़ साल से बहुत ज्यादा परेशान कर रहे हैं। जब वह थाना में कंप्लेंट लिखवाने गई तो थाना में उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। मेरा पति ने ₹200000 मेरी मम्मी सुशीला से लिए थे तथा इससे भी उनका पेट नहीं भरा तो वह दहेज के लिए मुझे रोज-रोज ताने मारते और परेशान करने लगे हमने नारे थाना में 4 अप्रैल को शिकायत दी परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई तथा मेरे पति तब से फरार हैं और ₹10000 लेकर गए मैं अकेली हूं और 8 महीने की गर्भवती हूं तथा मेरे पति ने मेरे जो पेट में पल रहा है बच्चा उसे गिरवाने के लिए अस्पताल ले गए और जब चेक किया के मेरे पेट में लड़की है तो लड़की को सफाई करवाने के लिए ₹25000 डॉक्टर ने मांगे इतने पैसे हमारे पास नहीं थेऔर मेरा पति कहीं मुझे छोड़कर भाग गया और अब उनका कोई पता नहीं है।
पूजा मिश्रा की दो अन्य बेटियां
पूजा ने लगाई सरकार से मदद की गुहार
पीड़िता महिला गर्भवती है और वह कहीं आज नहीं सकती और जब वह पुलिस स्टेशन नारे थाना गई तो वहां भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई तथा घंटे तक उसे ऐसे ही बिठाकर रखा जब भी थाना में फोन करते हैं तो वहां से कोई उचित जवाब नहीं आता तथा मेरा जो मीडिया के माध्यम से अनुरोध है कि मेरी मदद की जाए तथा अगर मुझे कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार मेरे पति और उनके घर वाले होंगे।
ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट