मास्को/नई दिल्ली, 7 जुलाई 2025
BRICS शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे पर बेबाक और सख्त रुख अपनाते हुए अंतरराष्ट्रीय मंच से स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद को किसी भी रूप में समर्थन देना एक खतरनाक और अक्षम्य गलती है।
पीएम मोदी ने कहा,
“आज का समय मिलकर दुनिया को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने का है। आतंकवाद को बढ़ावा देना चाहे किसी राजनीतिक एजेंडे के तहत हो या निजी स्वार्थ के लिए — यह न केवल मानवता के खिलाफ है, बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए भी गंभीर चुनौती है।”
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि BRICS जैसे वैश्विक मंचों की जिम्मेदारी है कि वे इस चुनौती के खिलाफ एकजुट हों और स्पष्ट नीति अपनाएं।
प्रधानमंत्री के मुख्य बिंदु:
आतंकवाद का कोई धर्म, जाति या सरहद नहीं होती
राजनीतिक हितों के लिए आतंकवाद को सहारा देने वालों को वैश्विक बिरादरी से जवाब मिलना चाहिए
भारत आतंकवाद के खिलाफ ‘ज़ीरो टॉलरेंस नीति’ पर अडिग है
BRICS देशों को मिलकर एक साझा रणनीति बनानी चाहिए
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि डिजिटल टेक्नोलॉजी, आर्थिक सहयोग और विकासशील देशों (Global South) की आवाज़ को मज़बूती देना BRICS की प्राथमिकता होनी चाहिए।
इस शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्षों सहित कई अन्य देशों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
BRICS मंच पर मोदी के इस बयान को वैश्विक समुदाय की ओर से आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई के लिए एक मजबूत संदेश माना जा रहा है।