जौनपुर (बदलापुर) – तहसील बदलापुर के ग्रामसभा बबुरा में सोमवार को ग्रामीणों का आक्रोश उस समय फूट पड़ा जब ग्राम प्रधान नीलम विश्वकर्मा पर मनरेगा, नाली, नल, इंटरलॉकिंग, खड़ंजा, आरसीसी बेंच, रिबोर और ह्यूम पाइप जैसी योजनाओं में करोड़ों रुपये की बंदरबांट के आरोप लगे।
ग्रामीणों ने बताया कि सरकारी कागजों पर दर्ज काम महज एक दिन जेसीबी चलवाकर दिखाया गया और मात्र ₹1,69,064 की रकम गबन कर ली गई। आरोप है कि यह स्थिति सिर्फ मनरेगा तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य योजनाओं में भी कागजों पर ही कार्य दिखाकर बजट का खेल किया गया है।
प्रदर्शन का नेतृत्व राजनाथ मौर्य ने किया। इस दौरान सहदेव गुप्ता, रामलाल मौर्य, मुकेश कुमार, सुबाष मौर्य, डॉ. गुलाम गौस, राहुल खरवार, विधायक निषाद, राजकुमारी सिंह, फकीर निषाद, दयाराम निषाद, राजबली निषाद, संभाजीत निषाद, मायावती निषाद समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।
करीब 70 पुरुष और 25 महिलाएं इस विरोध में शामिल थीं और कुल मिलाकर सैकड़ों ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ नारेबाजी की।
ग्रामीणों ने सम्पूर्ण समाधान दिवस पर एसडीएम साहिबा को शिकायत पत्र भी सौंपा और मांग की कि ग्राम प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों की ग्रामीणों से जांच-पड़ताल कराई जाए।
राजनाथ मौर्य ने कहा कि,
“प्रधान ने केवल कागजों पर काम दिखाया है, जबकि जमीन पर आज तक कोई स्थायी कार्य नहीं हुआ। बार-बार शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही। अब जनता ही इंसाफ की उम्मीद कर रही है।”
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर भ्रष्टाचार की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।
स्थानीय संवाददाता ई खबर मीडिया की रिपोर्ट