बिहार के वैशाली जिले के थाना महान क्षेत्र की रहने वाली मंजू देवी इन दिनों अपनी बेटी की इज्जत, अपने परिवार की सुरक्षा और अपने अधिकारों के लिए एक लंबी और थकाऊ लड़ाई लड़ रही हैं। वर्ष 2020 से चले आ रहे जमीन विवाद ने अब भयावह रूप ले लिया है, जिसमें न केवल मारपीट और लूटपाट हुई है, बल्कि नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी तक दी जा रही है। मंजू देवी ने थाना, एसडीओ कार्यालय से लेकर कई प्रशासनिक स्तरों पर शिकायत की, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
पूर्वजों की जमीन बनी उत्पीड़न की वजह
शिकायतकर्ता मंजू देवी ने बताया कि उनके पास चार कट्ठा जमीन है, जो उनके पूर्वजों की है। यह ज़मीन उन्होंने बदले में ऊपर (ऊंचाई वाले हिस्से) ली थी। इसी जमीन को लेकर वर्ष 2020 से विवाद चल रहा है। इस मामले में गांव के ही कुछ दबंग – नाग दोहरा, राजेन्द्र राय, कोच्चि दर्राई, और दिनेश राय – लगातार उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। विवाद धीरे-धीरे हिंसक और अमानवीय रूप ले चुका है।
घर में घुसकर लूटपाट और छेड़छाड़
मंजू देवी का कहना है कि उन्होंने ₹2 लाख का लोन लिया था जिससे वे अपने परिवार के लिए एक छोटा-सा घर बना रही थीं। जैसे ही यह बात उक्त आरोपियों को पता चली, रवि और राजू घर में घुस आए। आरोप है कि उन्होंने घर में रखे पूरे पैसे लूट लिए और विरोध करने पर मंजू देवी और उनकी 17 वर्षीय नाबालिग बेटी के साथ आरोपी दीपक कुमार ने जबरदस्ती करने की कोशिश की।
जनता हाट पटोरी में खुलेआम मारपीट, दांत तोड़े
इतना ही नहीं, आरोप है कि इन लोगों ने मंजू देवी और उनके परिवार के साथ पटोरी के जनता हाट में सरेआम मारपीट की। मंजू देवी ने बताया कि उनके बड़े दादा का पोता दीपक और अन्य लोगों ने उनके मुंह पर ऐसा हमला किया कि उनके दांत टूट गए। यह सब खुलेआम हुआ लेकिन कोई भी उनके बचाव में आगे नहीं आया।
पति विकलांग, परिवार बेसहारा, प्रशासन से कोई मदद नहीं
मंजू देवी के पति श्री राज बाली राय विकलांग हैं, उनका एक गंभीर एक्सीडेंट हो चुका है। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। बावजूद इसके जब मंजू देवी न्याय की आस में थाने और अधिकारियों के पास गईं, तो उनसे कथित तौर पर रिश्वत की मांग की गई। उनका कहना है कि “हर जगह आवेदन दे चुकी हूं, लेकिन गरीब की आवाज़ कोई नहीं सुनता। कोई सुनवाई नहीं हो रही है।”