नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में 12 अगस्त की सुबह 9:30 बजे एक बुजुर्ग महिला के घर में घुसकर उनकी बहू और रिश्तेदारों द्वारा हंगामा, तोड़फोड़ और धमकियों का मामला सामने आया है।
पीड़िता शिवकुमारी (64 वर्ष), निवासी जिला द्वारका, ने बताया कि उनकी बहू नीलम और उसकी बहन सुमन और सीता भाई विशाल जीजा सुनील (निवासी बदरपुर) अचानक घर में घुस आईं और गाली-गलौज करने लगीं। इसके बाद दोनों ने पत्थर फेंकने शुरू कर दिए, जिससे घर का काफी सामान टूट गया और शिवकुमारी घायल हो गए।
शिकायतकर्ता के अनुसार, नीलम की शादी 2022 में उनके बेटे अजय से हुई थी। शादी के शुरुआती 15 दिन तक रही लेकिन उसके दौरान भी लड़ाई झगड़े किए और उसके बाद वह किसे के साथ कीमतें समान के साथ घर छोड़ कर चली गई और अजय को भी घर से भगा दिया। इस दौरान वह लगातार झगड़ा करती रही और संपत्ति अपने नाम कराने का दबाव डालती थी। धमकी देती थी—“अगर नाम पर नहीं करोगे तो हाथ काट दूँगी, नस काट दूँगी।”
शिवकुमारी ने बताया कि नीलम के अलावा उसकी तीन और बहनें — सीता, फूल और सुमन — तथा जीजा सुनील और भाई विशाल भी इस विवाद में शामिल हैं। राखी वाले दिन ये सभी मिलकर उनके घर में घुसे, पत्थरबाजी की और उनके घर के बच्चों को किडनैप करने की और घर में पेट्रोल डालकर जलाने की भी धमकी दी।
पीड़िता का कहना है कि घटना के दौरान उन्होंने पुलिस को फोन किया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। बाद में जब वे नजदीकी थाने पहुँचे, तो एफआईआर दर्ज करने से भी इनकार कर दिया गया। यहाँ तक कि पुलिसकर्मियों के सामने भी नीलम ने गाली-गलौज और मारपीट की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
शिवकुमारी ने आरोप लगाया कि यह केवल एक घरेलू विवाद नहीं, बल्कि जानमाल की धमकी, बच्चों की सुरक्षा और संपत्ति हड़पने की साजिश का गंभीर मामला है, जिसमें पुलिस की लापरवाही ने आरोपियों के हौसले और बढ़ा दिए हैं।
स्थानीय लोगों ने भी इस घटना पर नाराज़गी जताते हुए प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।