उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ज़िले की रहने वाली रितु देवी, पति इंद्रेश चौहान की पिछले लगभग दो वर्षों से लापता होने की शिकायत लेकर दर-दर भटक रही हैं। उनकी कहानी सिर्फ एक महिला की नहीं, बल्कि एक मां, एक पत्नी और एक जुझारू जीवन संगिनी की है, जो कैंसर पीड़ित बेटे के इलाज के बीच अपने पति को खो चुकी है।
बेटा ब्लड कैंसर से पीड़ित, पति अचानक गायब
रितु देवी बताती हैं:
“मेरा बेटा शिव, उम्र 8 साल, ब्लड कैंसर से पीड़ित है।
हम दोनों पति-पत्नी बेटे के इलाज के लिए लखनऊ मेडिकल कॉलेज आए थे।
लेकिन 12 अक्टूबर 2023 की सुबह, मेरे पति इंद्रेश हमें अस्पताल में छोड़कर कहीं चले गए, और तब से अब तक उनका कोई पता नहीं चला।”
FIR दर्ज, फिर भी सुराग नहीं
रितु देवी ने लखनऊ के नज़दीकी थाने में गुमशुदगी की FIR दर्ज करवाई, लेकिन
अब तक पुलिस या किसी एजेंसी से कोई ठोस मदद नहीं मिली
उन्होंने परिवार और रिश्तेदारों में भी पूरी खोजबीन की, लेकिन कोई जानकारी सामने नहीं आई
“दो साल से हर सुबह इस उम्मीद में उठती हूँ कि शायद आज उनके बारे में कोई खबर आए, लेकिन कुछ भी नहीं।”
चार छोटे बच्चों की ज़िम्मेदारी अकेले निभा रहीं रितु
रितु देवी के चार बच्चे हैं, जिनमें सबसे छोटा बेटा शिव कैंसर से जूझ रहा है
पति के लापता होने के बाद से घर की सारी ज़िम्मेदारी रितु के कंधों पर आ गई है
इलाज का खर्च, बच्चों की पढ़ाई, घर का राशन – सब कुछ अकेले उठा रही हैं
“सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं, रिश्तेदारों ने भी मुंह मोड़ लिया। अब कहां जाऊँ, किससे कहूँ?” — रितु देवी
अपील: लापता पति को खोजने और कानूनी कार्रवाई की मांग
रितु देवी की मांग है कि:
1. उनके पति इंद्रेश यादव की तलाश के लिए विशेष पुलिस टीम गठित की जाए
2. सभी रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, अस्पतालों और आश्रय स्थलों में उनकी फोटो प्रसारित की जाए
3. यदि कोई आपराधिक कारण या दबाव हो, तो उसकी निष्पक्ष जांच हो
4. सरकारी सहायता और बच्चों की चिकित्सा मदद भी उन्हें दी जाए
शिकायतकर्ता का विवरण
नाम: रितु देवी
उम्र: 35 वर्ष
पति: इंद्रेश चौहान (लापता)
पुत्र: शिव (8 वर्ष, कैंसर पीड़ित)
पता: ग्राम मानी राम मोयवपुर, थाना – मानीराम, जिला – गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
संवाददाता 8871022710
हम सबकी जिम्मेदारी है: एक माँ, एक पत्नी को न्याय दिलाना
रितु देवी जैसी महिलाओं की आवाज़ तब तक दबाई जाती है, जब तक समाज या प्रशासन उसे सुनने और समर्थन देने का निर्णय नहीं करता। यह सिर्फ एक गुमशुदगी का मामला नहीं, बल्कि एक परिवार के टूटते हुए हौसले और उम्मीदों की लड़ाई है।
यदि आपने इंद्रेश चौहान को देखा हो, या उनसे जुड़ी कोई जानकारी हो, तो कृपया निकटतम पुलिस स्टेशन या दिए गए नंबर पर संपर्क करें।