रायसेन (मध्य प्रदेश) —
गौहरगंज तहसील के जतनपुर गाँव के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। गाँव की टूटी सड़कें, अधूरी नालियाँ और ठप पड़ी नल-जल योजना ग्रामीणों के लिए बड़ी मुसीबत बनी हुई हैं। गल सिंह मंडलोई पिता देव सिंह समेत ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की, यहाँ तक कि CM हेल्पलाइन 181 पर भी गुहार लगाई, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
सड़क पर मौत का खतरा
पिपलियागोली से जतनपुर तक की ग्रेवल सड़क पूरी तरह गड्ढों में बदल चुकी है। रोजाना वाहन फंसते हैं, स्कूली बच्चों और ग्रामीणों की जान पर बन आती है।
नालियों में गंदगी, बीमारी का अड्डा
गाँव की नालियाँ अधूरी पड़ी हैं और जहाँ बनी हैं वहाँ सफाई महीनों से नहीं हुई। गंदा पानी घरों के सामने बह रहा है, जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।
नल-जल योजना ठप
“हर घर नल से जल” योजना के तहत पाइप और नल तो लगाए गए, लेकिन महीनों से पानी की एक बूंद तक नहीं आई। महिलाएँ आज भी कई किलोमीटर दूर से पानी ढोने को मजबूर हैं।
“एक साल से नल लगे हैं लेकिन पानी नहीं आया। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सब परेशान हैं।” — गल सिंह मंडलोई
प्रशासन ने टाली जिम्मेदारी
22 सितंबर 2025 को दर्ज शिकायत (CM हेल्पलाइन पर) में समाधान के बजाय जिम्मेदारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा (RES) रायसेन पर डाल दी गई। अधिकारियों ने शिकायतकर्ता से फोन पर सहमति लेकर शिकायत विलोपित करने की बात कही, लेकिन ग्रामीणों को स्थायी समाधान नहीं मिला।
ग्रामीणों की मांग
1. जतनपुर मार्ग की तुरंत मरम्मत हो।
2. नालियों की सफाई और अधूरा निर्माण पूरा किया जाए।
3. नल-जल योजना की आपूर्ति शुरू हो।
4. अधिकारी मौके पर पहुँचकर स्थायी समाधान सुनिश्चित करें।
यह मामला साफ दिखाता है कि सरकारी योजनाएँ कागजों में चल रही हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत में ग्रामीण आज भी अंधेरे और संकट से जूझ रहे हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन जागेगा या जतनपुर के लोग इसी तरह परेशान होते रहेंगे।