जलेसर (एटा)।
ग्राम मई, तहसील जलेसर में ग्रामीणों की ज़िंदगी नारकीय होती जा रही है। ग्राम समाज की ज़मीन पर बने चकरोड़ (गाटा संख्या 348/0.2180) को गाँव के दबंग व्यक्तियों धर्मेन्द्र पुत्र महेश कुमार, राघवेन्द्र पुत्र महेश कुमार, योगेन्द्र पाल सिंह पुत्र गोपाल सिंह तथा उनके परिवार की महिलाओं ने अवैध रूप से कब्ज़ा कर रास्ता पूरी तरह बंद कर दिया है।
यह रास्ता क्यों है ज़रूरी?
इसी मार्ग से ग्रामीण स्कूल जाने वाले बच्चों को रोज़ाना निकलना पड़ता है।
मंदिर में पूजा अर्चना के लिए भी यही मुख्य रास्ता है।
गाँव के कई परिवारों के मकानों तक पहुँचने का एकमात्र मार्ग यही चकरोड़ है।
लेकिन दबंगों के कब्ज़े के कारण ग्रामीणों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। जब भी ग्रामीण अतिक्रमण हटाने की बात करते हैं, आरोपियों की ओर से झगड़े और धमकी का सामना करना पड़ता है।
लेखपाल पर भी सवाल
ग्रामीणों का कहना है कि जब लेखपाल पहले मौके पर पहुँचे थे तो उन्होंने साफ़ कहा था कि यह भूमि ग्राम समाज की है। लेकिन अब वही लेखपाल अपना बयान बदलते हुए कह रहे हैं कि यह जगह ग्राम समाज की नहीं है। इससे ग्रामीणों में गहरा रोष है और लेखपाल की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।
ग्रामीणों की गुहार
ग्राम प्रधान रेखादेवा सहित ग्रामीण भगवानदास और राकेश कुमार ने उपजिलाधिकारी जलेसर को प्रार्थना पत्र देकर मांग की है कि:
दबंगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
ग्राम समाज की भूमि से अवैध कब्ज़ा तुरंत हटवाया जाए।
ग्रामीणों के लिए रास्ता खुलवाकर उन्हें राहत दी जाए।
ग्रामीणों का कहना है –
“हमने कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। दबंग लोग रोज़ाना हमें डराते-धमकाते हैं। बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, बुज़ुर्ग मंदिर नहीं पहुँच पा रहे। अगर प्रशासन ने अब भी कार्रवाई नहीं की तो हम आंदोलन करने को मजबूर होंगे।”
यह मामला अब पूरे गाँव में चर्चा का विषय बन गया है और ग्रामीणों की निगाहें प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकी हैं।