बाजपुर/सिंधौली-शाह, 10 अगस्त 2025 — बाजपुर थाना क्षेत्र में रविवार को हुई एक खौफनाक वारदात ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि गांव के ही कुख्यात राजाबाबू पुत्र रामस्नेही को पुलिस ने 9 अगस्त को हिरासत से छोड़ दिया, और रिहा होते ही उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया।
पीड़ित दुर्गेश मिश्रा पुत्र अशोक कुमार मिश्रा के मुताबिक, 4 अगस्त को विवाद तब शुरू हुआ जब राजाबाबू नशे की हालत में पड़ोसन मीरा देवी के घर पहुंचा और गाली-गलौज की। मीरा देवी के विरोध करने पर आरोपी ने धमकी दी थी। पुलिस ने इस मामले में उसे पकड़ भी लिया था, लेकिन 9 अगस्त को रहस्यमय परिस्थितियों में छोड़ दिया गया।
पुलिस से छूटते ही राजाबाबू ने मानो बदले की आग में जलते हुए 10 अगस्त की सुबह अपने साथियों — मानवेंद्र पुत्र रूपराम, सोनू पुत्र रूपराम, हरिओम पुत्र रूपराम, फूलबाबू पुत्र रामस्नेही, रामलाल पुत्र कामताप्रसाद — के साथ दुर्गेश मिश्रा के घर पर धावा बोल दिया। सोनू ने धारदार ‘कांटा बल्लम’ से वार किया, जबकि बाकी ने लाठी-डंडों से परिवार को बेरहमी से पीटा।
हमले में दुर्गेश मिश्रा की गर्दन और हाथ पर गहरे घाव आए, वहीं मीरा देवी, विशाल मिश्रा और अशोक मिश्रा समेत अन्य परिजनों के सिर और शरीर पर गंभीर चोटें लगीं। खून से लथपथ परिवार चीखता-चिल्लाता रहा, लेकिन हमलावर “अब तुम्हें जिंदा नहीं छोड़ेंगे” की धमकी देकर फरार हो गए।
गांव में भारी दहशत फैल गई है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर पुलिस ने आरोपी को समय रहते जेल में रखा होता तो यह खून-खराबा नहीं होता। पीड़ित पक्ष ने पुलिस प्रशासन से आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की है। बाजपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।