बेगूसराय
जिला बेगूसराय के वार्ड नंबर 45 से एक संवेदनशील पारिवारिक मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता राहुल कुमार (निवासी — बेगूसराय) ने अपनी पत्नी मोती कुमारी और ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पत्नी की नौकरी को लेकर चल रहे तनाव के बीच अब उन्हें जान-माल के नुकसान का भय सता रहा है।
परोक्ष परिचय — परिवार और विवाद की जड़
राहुल कुमार ने बताया कि उनकी शादी लगभग 9 वर्ष पूर्व हुई थी और उनके दो बच्चे हैं — 8 साल की बेटी और 6 साल का बेटा। राहुल के अनुसार उन्होंने पत्नी की पढ़ाई में हर संभव सहयोग दिया और वर्ष 2022 में मोती कुमारी ने स्नातक की शिक्षा पूरी की। अब मोती कुमारी नौकरी करना चाहती हैं, लेकिन इसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ गया है।
पति का आरोप — “डर है कि मेरा हाल ज्योति मौर्य जैसा न हो जाए”
राहुल ने कहा,
“मैंने पत्नी की पढ़ाई अपनी मेहनत से करवाई, हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। लेकिन अब जब वह नौकरी करना चाहती हैं, तो मुझे डर है कि कहीं मेरा घर न टूट जाए। आजकल कई मामलों में देखा गया है कि महिलाएं नौकरी करने के बाद बदल जाती हैं। मुझे डर है कि मेरा हाल ‘ज्योति मौर्य’ जैसा न हो जाए।”
राहुल का कहना है कि जब उन्होंने पत्नी को नौकरी करने से रोका तो मोती कुमारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा,
“अगर आपने नौकरी नहीं करने दी तो मैं आपको छोड़कर चली जाऊंगी और फिर नौकरी करूंगी।”
ससुरालवालों पर गंभीर आरोप — धमकियाँ और जान से मारने की कोशिश का दावा
राहुल ने अपनी सास रिंकू देवी, पत्नी के जीजा राजू चौधरी और ससुर संजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
उनका कहना है कि इन लोगों ने उन्हें कई बार धमकियाँ दी हैं, यह कहते हुए —
“हमारे पास बहुत पावर है, हम तुम्हें उठा भी सकते हैं, तुम्हारा कुछ भी करवा सकते हैं।”
राहुल ने आगे आरोप लगाया कि करीब छह महीने पहले उनके ससुर संजय सिंह ने उन्हें जान से मारने की कोशिश की थी, और अब फिर से उन्हें और उनके परिवार को खतरे की धमकियाँ दी जा रही हैं। इन घटनाओं से राहुल अत्यधिक मानसिक तनाव में हैं और उन्होंने स्थानीय प्रशासन से तत्काल सुरक्षा व निष्पक्ष जांच की मांग की है।
उन्होंने कहा,
“अगर मुझे या मेरे परिवार को कुछ भी होता है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी मेरी सास रिंकू देवी, ससुर संजय सिंह और पत्नी के जीजा राजू चौधरी पर होगी।”
पत्नी का पक्ष — “मैं सिर्फ आत्मनिर्भर बनना चाहती हूं”
दूसरी ओर, मोती कुमारी का कहना है कि उनका उद्देश्य सिर्फ आत्मनिर्भर बनना है।
“मैं नौकरी इसलिए करना चाहती हूं ताकि अपने बच्चों का भविष्य बेहतर बना सकूं। इसमें गलत क्या है? मैं घर की जिम्मेदारियाँ निभाते हुए भी काम करना चाहती हूं।”
उन्होंने पति पर लगाए गए कुछ आरोपों का खंडन किया है और कहा कि परिवार में बातचीत से हल निकल सकता है।
समाज-संदर्भ और विशेषज्ञों की राय
यह मामला अब शहर में चर्चा का विषय बन गया है। समाजशास्त्र विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे विवादों में संवाद, आपसी समझ और कानूनी मार्ग ही सबसे उचित समाधान हैं।
डर, धमकी या हिंसा के माध्यम से ऐसे मुद्दे केवल और अधिक जटिल हो जाते हैं।
परिवार के मानसिक स्वास्थ्य और बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए किसी तटस्थ मध्यस्थ या काउंसलर की मदद लेना आवश्यक बताया जा रहा है।
प्रशासन से गुहार और आगे की स्थिति
राहुल कुमार ने स्थानीय प्रशासन से सुरक्षा प्रदान करने, धमकी व उत्पीड़न की निष्पक्ष जांच कराने की गुहार लगाई है।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दोनों पक्षों से पूछताछ और स्थिति की समीक्षा की जानी अपेक्षित है।
यदि धमकी, उत्पीड़न या हमले के साक्ष्य प्राप्त होते हैं, तो संबंधित पक्षों पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है और पीड़ित को सुरक्षा एवं न्यायिक सहायता प्रदान की जानी चाहिए।


