Wednesday, October 29, 2025
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किशनगंज: खेत विवाद में परिवार पर जानलेवा हमला — चाकू-लाठी से गंभीर घायल, जेवर-नकद लूटे गए; आरोपियों पर खुला तांडव, परिवार दहशत में

खजुरबाड़ी (वार्ड नं. 01), थाना पहाड़कट्टा — 29 अक्टूबर 2025
खजुरबाड़ी वार्ड नंबर-01 के निवासी मोहम्मद माजीद आलम (उम्र 32) व उनके परिजन एक नियोजित और बेरहमी भरे हमले के बाद भय और असहायता की स्थिति में हैं। परिवार का आरोप है कि खेत की अपनी जमीन पर पेचिदा विवाद के बावजूद आगामी कार्रवाई के नाम पर आरोपियों ने प्लानिंग करके हमला किया, लोगों को मारने के लिए नकद भुगतान किया गया और वारदात के बाद परिवार को पेट्रोल डालकर जला देने की खुली धमकी दी जा रही है। पीड़ित परिवार का कहना है कि कुछ आरोपियों की हिरासत हुई है, परन्तु कई आरोपी आज भी खुलेआम घूम रहे हैं और परिवार को निशाना बनाने की धमकियाँ दे रहे हैं।

घटना के अनुसार, यह जघन्य हमला 28 सितंबर 2025 की सुबह करीब 09:00 बजे हुआ जब माजीद खेत में ट्रैक्टर से हल चला रहे थे। माजीद का कहना है कि जिस जमीन का विवाद पहले पंचायत और थाने की मौजूदगी में सुलझा दिया गया था, उसी जमीन पर अचानक मंगलू उर्फ सतीबुर रहमान व उसकी पत्नी मौसना खातून के साथ कुछ अन्य दबंग लोग आ गए और कहा कि जमीन तब तक नहीं दी जाएगी जब तक चार लाख रुपये न दे दिए जाएँ। इसके बाद आरोपियों ने साजिशन लोगों को इकट्ठा कर हमला बोल दिया।

घटना स्थल पर मौजूद परिवारियों के बयानों के अनुसार मौके पर सामने आये नामजद आरोपियों में सोहराब आलम, अंजर आलम, अजमल आलम, नाजो बेगम, नाजिया खातून, गौसी, मुजम्मील व तौहीद आलम के नाम प्रमुख रूप से दर्ज हैं। माजीद के बयान के मुताबिक चश्मदीद घटना के समय साजिद नामक भाई मौके पर पहुंचे तो आरोपी मिलकर उस पर लाठियाँ-डंडे से हमला करने लगे; सोहराब द्वारा साजिद के हाइड्रोसिल में चाकू का वार किया गया और मौसना ने दोनों हाथों से उस पर कुत्सित आचरण किया।

माजीद ने बताया कि जब बचाव के लिए परिवार के अन्य सदस्य—सहबाज, राजिक व बहनें सहजादी व राजेफा—मौके पर पहुंचे तो उन पर भी जमकर लाठियाँ भांजी गईं और बहनों के कपड़े फाड़ दिए गए। अचानक ही हमलावर घर के अंदर घुस गए और माजीद की मां रहमतुन निशा पर पेट तथा गुप्त अंगों पर प्रहार किया गया; पीड़ित का आरोप है कि इस कृत्य से उनकी माँ की हालत इतनी बदतर हो गई कि उनकी बच्चेदानी बाहर निकल आई और वह बेहोश हो गईं। माजीद ने यह भी कहा कि उनकी मां थायरॉइड की गंभीर समस्या से पीड़ित हैं, इसलिए ऑपरेशन कराना फिलहाल संभव नहीं है और स्थिति और जटिल हो चुकी है।

हमले के दौरान घर में रखे दो झुमका, नथिया, मांगटीका, एक अंगूठी और ₹25,000 नकद भी छीन लिये गये — यह भी मामले में दर्ज है। परिवार का आरोप है कि यह पूरा मामला पहले से रचा गया था और साजिशन अंजाम दिया गया। माजीद ने दावा किया कि आरोपियों ने साजिद की हत्या के लिए सोहराब व उसके बेटे अंजर को ₹50,000 भुगतान भी किया था।

परिवार को लगातार यह धमकी दी जा रही है कि यदि वे शिकायतें वापस नहीं लेते या केस नीचे नहीं कराते तो आरोपियों द्वारा रातों-रात उनके घर में पेट्रोल डालकर पूरे परिवार को जला दिया जाएगा। माजीद का कहना है, “जमीन हमारा है — इसके बावजूद उन्होंने योजना बनाकर हम पर हमला करवाया। हमें बार-बार जान से मारने की धमकी दी जा रही है। हम बहुत भयभीत हैं।”

घायल परिजन आनन-फानन गाड़ियों में बिठाकर किशनगंज लाये गये और फातिमा अस्पताल में उनका उपचार कराया गया। माजीद, साजिद व अन्य परिजनों का मेडिकल परीक्षण और एमएलसी (मेडिकल लेगल सर्टिफिकेट) तैयार हुआ है तथा डॉक्टरों ने भी चोटों की पुष्टि की है। पीड़ित परिवार के पास एम्बुलेंस/हॉस्पिटल के डॉक्टरों के रिपोर्ट और एमएलसी उपलब्ध हैं, जो मामले की गंभीरता की पक्षधर रिपोर्ट पेश करते हैं। परिवार ने थाने सहित उच्च प्रशासन को कई बार आवेदन दिए हैं, परन्तु उनका आरोप है कि गहन सुनवाई और ठोस गिरफ्तारी नहीं की जा रही है — सिर्फ़ कुछ आरोपियों की अस्थायी हिरासत बतायी गई है जबकि कई नामजद आरोपी बाहर खुले घूम रहे हैं।

स्थानीय ग्रामीण और परिजन घटना के समय कुछ लोगों द्वारा तमाशा देखने की बात कर रहे हैं और पुलिस और जिला प्रशासन से तुरंत, निष्पक्ष और कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। परिवार ने सुरक्षा, दोषियों की गिरफ्तारी, घायलों के समर्थन हेतु मान्य चिकित्सा परीक्षण एवं मुआवजा देने की भी गुहार लगाई है।

कानूनी दृष्टिकोण से इस मामले में चोट पहुँचाने, जानलेवा हमला, लूट, महिला के साथ शारीरिक अत्याचार और हत्या की साज़िश समेत कई आपराधिक धाराएँ लग सकती हैं। पीड़ितों ने नामजद आरोपियों के खिलाफ अपना विस्तृत बयान थाना पहाड़कट्टा में PSI धीरेज कुमार के समक्ष 28-09-2025 शाम 17:28 बजे दिया था, जो रिकॉर्ड में उपलब्ध है। अब पुलिस की जवाबदेही बनती है कि वे एफआईआर के आधार पर त्वरित छानबीन, मेडिकल साक्ष्य, साक्षियों की जांच और ताबड़तोड़ गिरफ्तारी कर के पीड़ित परिवार को न्याय व सुरक्षा प्रदान करें।

माजीद, साजिद, रहमतुन निशा, सहजादी व राजिक के पास उपलब्ध एमएलसी व डॉक्टर की रिपोर्टें इस बात की पुष्टि करती हैं कि उन पर गंभीर हिंसात्मक आक्रमण हुआ है और मामले की संवेदनशीलता व तात्कालिकता को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर संज्ञान लेना अनिवार्य है।

पुलिस प्रवक्ता की टिप्पणी इस रिपोर्ट तैयार होने तक उपलब्ध नहीं हो पायी है; यदि थाना या प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान मिलता है तो रिपोर्ट में अपडेट किया जाएगा।

रिपोर्टर: स्थानीय ब्यूरो, किशनगंज
दिनांक: 29 अक्टूबर 2025

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