Friday, November 14, 2025
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बलरामपुर में ज़मीन पर कब्जे की साजिश — बुजुर्ग कमलेश चौहान का आरोप: पड़ोसी कर रहे हैं गाली-गलौज, धमकी और जबरन कब्जे की कोशिश

रिपोर्ट — बलरामपुर (उत्तर प्रदेश)।
जनपद बलरामपुर के थाना ललिया क्षेत्र के भाना गांव में ज़मीन विवाद को लेकर एक बुजुर्ग परिवार के साथ जबरन कब्जा और मारपीट की कोशिश का मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता कमलेश चौहान (50 वर्ष) पुत्र मोहनलाल चौहान, निवासी लैवुड़वा, फौजदारपुरखा, भाना बलिया ने आरोप लगाया है कि उनके पड़ोसी उदयराम चौहान, उसके पिता राधे चौहान और अन्य परिजन मिलकर उनकी पैतृक ज़मीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।

कमलेश चौहान ने बताया कि वे अपने पूर्वजों की इस ज़मीन पर पीढ़ियों से रह रहे हैं, और यही उनका रहन-सहन और जीविका का आधार है। दरवाजे के सामने की ज़मीन पर वे जानवर बांधने, लहसुन बोने और अन्य घरेलू कार्य करते हैं, लेकिन विपक्षी पक्ष अब इस ज़मीन को “अपनी बताकर” जबरन कब्जे का प्रयास कर रहा है।

“रात में थूनी उखाड़ दी, बोले — अब यह ज़मीन हमारी है”

कमलेश चौहान ने अपनी लिखित शिकायत में बताया कि 10 नवंबर 2025 की रात विपक्षी उदयराम, उसके पिता राधे, और उसके रिश्तेदार बच्चाराम (जो उदयराम के मामा बताए जाते हैं) ने उनके घर के सामने की थूनी (सीमाचिह्न) उखाड़ दी और ज़मीन पर कब्जा करने की कोशिश की।

> “हमारा पुराना कच्चा घर गिर गया था। पीछे एक छोटा पक्का मकान है जिसमें हम रह रहे हैं। अब ये लोग सामने की गिरी हुई जगह को कब्जा कर लेना चाहते हैं। बोलने पर गाली-गलौज करते हैं और झगड़े पर उतारू हो जाते हैं।”

“हमारे परिवार में दो भाई बीमार हैं, मैं अकेला सब संभाल रहा हूँ”

कमलेश चौहान ने बताया कि उनके पिता मोहनलाल के तीन बेटे हैं —

1. कमलेश चौहान (शिकायतकर्ता),

2. रामकृपाल (करीब 35 वर्ष), जो पिछले दो साल से टीबी और शुगर की बीमारी से जूझ रहे हैं,

3. और श्रीपाल चौहान, जिन्हें ब्लड कैंसर है और जिनका इलाज लखनऊ में चल रहा है।

> “दोनों भाई गंभीर रूप से बीमार हैं, ज़्यादातर बिस्तर पर रहते हैं। घर के सभी काम और खेती-बाड़ी मैं अकेले संभालता हूँ। ऐसे में विपक्षी लोग हमारी लाचारी का फायदा उठाकर ज़मीन हड़पना चाहते हैं।”

“बच्चाराम बोला — यह ज़मीन अब मेरे भांजे की होगी”

शिकायतकर्ता ने कहा कि विवाद के दौरान बच्चाराम (उदयराम का मामा) खुलेआम बोला कि —

> “अब यह ज़मीन मेरे भांजे को दे देंगे, चाहे तू कुछ भी कर ले।”

इस दौरान गाली-गलौज और धमकी भी दी गई। चौहान परिवार ने बताया कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो विपक्षी पक्ष ज़मीन पर पक्का निर्माण कर लेगा।

पुलिस से न्याय की गुहार

कमलेश चौहान ने अपनी शिकायत थाना बलिया, जनपद बलरामपुर में दर्ज कराई है और भाना गांव के प्रधान तथा स्थानीय अधिकारियों से भी न्याय की अपील की है।
उन्होंने कहा कि—

> “हमारी ज़मीन पर अवैध कब्जे की कोशिश हो रही है। हम डर के साये में जी रहे हैं। अगर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो यह लोग हमारी पुश्तैनी ज़मीन हड़प लेंगे।”

“हम पीढ़ियों से यहां रह रहे हैं, अब हमें ही बेघर करने की साजिश”

कमलेश चौहान का कहना है कि उनके पूर्वज कई पीढ़ियों से इसी ज़मीन पर रहते आए हैं, लेकिन अब स्थानीय प्रभावशाली लोग उनकी ग़रीबी और बीमारी का फायदा उठाकर उन्हें विस्थापित करने की साजिश रच रहे हैं।

> “हम मेहनत से अपना जीवन चला रहे हैं। लेकिन अब लगता है कि बिना किसी गलती के हमें ही अपना घर छोड़ना पड़ेगा। पुलिस और प्रशासन से यही गुहार है कि हमें न्याय मिले और हमारी ज़मीन सुरक्षित रहे।”

 

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