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 जामनगर में बुजुर्ग दंपती को घर से निकालने की साजिश — पड़ोसी महिलाओं का आतंक, मारपीट, झूठे केस और धमकियों से दहशत में परिवार

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जामनगर। जामनगर के सिक्का थाना क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां रहने वाले 63 वर्षीय बुजुर्ग साइमोनभाई और उनकी पत्नी मर्सी साइमोन पिछले दो वर्षों से अपने ही पड़ोसियों के अत्याचार का शिकार हो रहे हैं। आरोप है कि कुछ पड़ोसी महिलाएं और उनके परिजन मिलकर इस बुजुर्ग दंपती को उनका स्वामित्व वाला घर खाली कराने की साजिश रच रहे हैं।

साइमोनभाई ने बताया कि वे पिछले 35 वर्षों से गुजरात हाउसिंग बोर्ड के अपने खरीदे हुए मकान में परिवार सहित रह रहे हैं। वे पहले डीसीसी में और बाद में रिलायंस कंपनी में सेवा कर चुके हैं। अब रिटायरमेंट के बाद परिवार के साथ शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहते थे, परंतु पड़ोसियों के आतंक ने उन्हें भय और बेबसी में जीने पर मजबूर कर दिया है।

“हर दिन नई गंदी हरकत — अब जीना मुश्किल हो गया है”

फरियादी साइमोनभाई का आरोप है कि उनके पड़ोसी घेलूभा जाडेजा की पत्नी कुसुमबा, उनकी बेटी मनिषाबा, हिनाबेन महेशभाई राइकठा, और **मिना बेन ** मिलकर उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान करते हैं।

“ये लोग रोज हमारे दरवाजे के बाहर गंदगी फेंकते हैं — कभी गाय का गोबर, कभी कुत्ते का मल, कभी शराब का गंदा पानी। जब हमने विरोध किया तो बोलीं — ‘हम जो चाहें करेंगे, तू क्या कर लेगा।’”

साइमोनभाई ने बताया कि आरोपित महिलाएं रात में शराब बनाती हैं और नशे में गाली-गलौज करती हैं। कई बार उनके घर में घुसकर मारपीट की और धमकाया कि अगर घर खाली नहीं किया तो झूठे केस में फंसा देंगे।

बेटी के साथ मारपीट, CCTV तोड़े

साइमोनभाई ने बताया कि जब उनकी बेटी स्मिता कुछ समय के लिए घर आई थी, तो आरोपियों ने घर में घुसकर उसके साथ भी मारपीट की।

“हमने अपनी सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे लगाए थे, लेकिन इन लोगों ने कैमरे तोड़ दिए। कैमरों पर ग्रीस और तेल डालकर उन्हें बेकार कर दिया।”

उन्होंने कहा कि 28 जुलाई 2023 और 27 नवंबर 2023 को आरोपियों ने CCTV हटाने की धमकी दी, और एक बार तो घर की दीवार में लगी हवा की खिड़की से पाइप डालकर घर में पानी भर दिया।

पुलिस में कई बार शिकायत, फिर भी कार्रवाई नहीं

फरियादी ने बताया कि उन्होंने दो बार सिक्का पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, मगर अब तक किसी आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। उल्टा, पड़ोसी महिलाओं ने उन पर छेड़छाड़ जैसे झूठे केस लगाकर बदनाम करने की कोशिश की।

“हम बूढ़े लोग हैं। अब इस उम्र में झूठे केसों में फंसाकर हमें समाज में नीचा दिखाया जा रहा है। अगर हम घर से बाहर निकलते हैं तो धमकाते हैं कि ‘घर खाली कर, नहीं तो जान से हाथ धो।’”

‘हिनाबेन सबसे ज्यादा सताती है, घर से निकलने नहीं देती’

साइमोनभाई ने बताया कि पड़ोसी हिनाबेन सबसे ज्यादा उत्पीड़न करती है।

“वह कहती है, ‘जब तक तुम घर खाली नहीं करोगे, मैं तुम्हें घर से बाहर नहीं निकलने दूंगी। तुम्हें पिंजरे में बंद कर दूंगी।’”

उन्होंने आरोप लगाया कि हिनाबेन इस मकान को हड़पना चाहती है।

“वह खुलेआम कहती है कि यह मकान हमें चाहिए, तुम खुद यहां से चले जाओ। अगर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, तो एक दिन वह जबरन यह मकान ले लेगी।”

मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से गुहार

साइमोनभाई और उनकी पत्नी ने अब मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और आईजीपी गुजरात को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है।

“हमें और हमारे परिवार को जान का खतरा है। ये लोग शराब के धंधे में लिप्त हैं और हमें इसलिए निकालना चाहते हैं ताकि उनके खिलाफ सबूत मिट जाएं। पुलिस में कई बार शिकायत की, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई।”

उन्होंने मीडिया के माध्यम से हाथ जोड़कर अनुरोध किया है कि उनके मामले को गंभीरता से लेकर कठोर कार्रवाई की जाए।

“जीवनभर ईमानदारी से काम किया, अब अपने ही घर में कैद हैं”

बुजुर्ग साइमोनभाई का दर्द साफ झलकता है —

“हमने जिंदगीभर ईमानदारी से काम किया, पर अब अपने ही घर में कैद होकर रह गए हैं। अगर न्याय नहीं मिला, तो हम न घर बचा पाएंगे, न अपनी जान।”

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