सूरजपुर-जोहड़ा/प्रयागराज।
थाना-सर क्षेत्र के खानपुर डांडी गांव में 30 सितंबर 2025 की शाम एक शांतिप्रिय परिवार पर दबंगों ने हमला कर दहशत फैला दी। ई-रिक्शा चालक श्याम पुत्र स्वर्गीय सुखलाल उर्फ चुन्नीलाल ने बताया कि घटना के समय वह काम के सिलसिले में घर से बाहर थे और घर में केवल उनका 10 वर्षीय बेटा मौजूद था।
श्याम ने मीडिया को बताया कि परसिंदे उर्फ राजितराम पुत्र लोहरी, नगिना देवी पत्नी बरखिंडे उर्फ़ राजितराम, सूरज पुत्र जवाहिर और सरिता देवी पत्नी शैलेश ने अचानक घर पर हमला बोल दिया। आरोपियों ने पहले चारदीवारी तोड़ी और फिर गाली-गलौज करते हुए श्याम के बेटे पर लात घुसो से वार किया, जिससे बच्चा मामूली रूप से घायल हो गया।
श्याम ने बताया, “जब मैंने फोन पर सूचना पाई तो तुरंत डायल 112 को कॉल किया। पुलिस मौके पर पहुंची और केस को चौकी में रेफर कर दिया, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। हम न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं।”
पीड़ित ने यह भी कहा कि राजेश राम ने उनके भाई की चाबी तोड़ दी, और पूरी घटना सुनियोजित प्रतीत होती है।
प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल
गांव के लोगों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता के कारण दबंगों का हौसला बढ़ा हुआ है। श्याम ने जिलाधिकारी प्रयागराज को लिखित शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि यदि उनके या उनके परिवार के साथ कोई अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी इन्हीं आरोपियों की होगी।
ग्रामीणों में दहशत
घटना के बाद से गांव में भय और तनाव का माहौल है। ग्रामीणों ने कहा कि यह कोई सामान्य झगड़ा नहीं बल्कि सुनियोजित हमला था। अब सबकी नज़रें थाना-सर पुलिस पर हैं — क्या वे इस निर्दोष परिवार को न्याय दिला पाएंगे या यह मामला भी कागज़ों में दबकर रह जाएगा?
पीड़ित परिवार ने मीडिया के माध्यम से गुहार लगाई है कि दबंगों के ऊपर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए और हमें जल्दी से जल्दी न्याय मिलना चाहिए।