बुलन्दशहर | शिकारपुर थाना क्षेत्र | विशेष रिपोर्ट
बुलन्दशहर जिले के शिकारपुर थाना क्षेत्र में 60 वर्षीय वृद्ध महिला शशी रानी के साथ हुई मारपीट, जानलेवा हमले और चोरी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। पीड़िता का आरोप है कि किश्त के रुपये मांगने पर मोहल्ले के ही अमित, रवि, पिता वीरेंद्र व अमित पिता वीरेंद्र रवि और अमित दोनों सगे भाई हैं पत्नी खुशी(अमित की पत्नी खुशी है) ने न केवल उन्हें और साथ आए मैनेजरों को कमरे में बंद कर दिया, बल्कि बाद में घर में घुसकर लाठी–डंडों व चाकू से हमला कर घायल भी कर दिया। पीड़िता की शिकायत के बावजूद अब तक पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज न किए जाने से परिवार दहशत में है।
किश्त मांगने पर कमरे में बंद किया, पुलिस ने छुड़ाया
पीड़िता शशी रानी के अनुसार उन्होंने एक वर्ष पूर्व अमित व रवि को 1 लाख रुपये पीली कोठी सेटिंग कंपनी से किश्तों पर दिलवाए थे। तय समय पर किश्तें जमा न होने पर वह कंपनी मैनेजरों के साथ दो माह पूर्व उनके घर पहुंचीं।
आरोप है कि इस दौरान विपक्षीगण गाली-गलौज पर उतर आए और तीनों को कमरे में बंद कर दिया। मामला बढ़ने पर पुलिस को 112 नंबर पर कॉल किया गया, जिसके बाद शशी रानी और दोनों मैनेजरों को पुलिस ने बाहर निकाला।
08 नवम्बर को घर में घुसकर चाकू से जानलेवा हमला
पीड़िता का कहना है कि इसी रंजिश में 08.11.2025 की रात करीब 8 बजे आरोपियों ने उनके घर में धावा बोल दिया।
रवि ने चाकू से जान से मारने की कोशिश की, लेकिन बचाव में हाथ उठाने पर शशी रानी के हाथ में गंभीर चोट आ गई। अमित ने घूंसे–लातों से हमला किया और उसकी पत्नी खुशी ने डंडों से पीटा।
शोर मचाने पर पति व अन्य लोग पहुंचे तो उन्हें भी धक्का देकर गिराया गया।
पीड़िता का आरोप है—
“अगर मेरे पति समय पर न आते तो ये लोग मुझे मार ही डालते।”
घर से 3 लाख रुपये चोरी करके ले गए
हमले के दौरान आरोपियों ने घर में रखे 3,00,000 रुपये भी उठा लिए। पीड़िता का कहना है कि यह रकम उनकी जीवन भर की जमा पूंजी थी, जिसे आरोपी जबरन ले भागे।
थाने में मेडिकल हुआ पर मुकदमा दर्ज नहीं—पीड़िता बोली: ‘कहीं सुनवाई नहीं’
हमले के बाद शिकारपुर पुलिस ने उनका मेडिकल जरूर कराया, लेकिन रिपोर्ट होने के बावजूद कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।
पीड़िता ने एसएसपी को 10 नवंबर को प्रार्थना पत्र भी दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अब पीड़िता एक बार फिर उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रही है।
पीड़िता बोली—“अभी भी धमकियां मिल रही हैं, किसी भी दिन मेरी हत्या कर सकते हैं”
शशी रानी का कहना है कि आरोपी लगातार घर के बाहर आकर धमकियां दे रहे हैं।
वह कहती हैं—
“यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो ये लोग मुझे किसी भी दिन जान से मार सकते हैं। पुलिस से गुहार है कि मेरी शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर मुझे सुरक्षा दी जाए।”
पीड़ित परिवार भय के माहौल में जी रहा है और आरोपियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहा है।
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