मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित रेलवे लांड्री में यात्रियों को चूना लगाया जा रहा है साथ ही यात्रियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी किया जा रहा है। यहां लाए जाने वाले चादर और टॉवल को धोने के बजाए सीधे पैक किया जा रहा हैऔर उसके बाद AC कोच में सफर करने वाले यात्रियों को थमाए जा रहे हैं।ग्वालियर: यदि आप भारतीय रेलवे के ट्रेन की AC कोच में सफर करते हैं तो यह खबर आपके काम की है। यह बेहद चौंकाने वाली खबर भी है। एसी कोच में सफर करने वालों की सेहत के साथ किस तरह से खिलवाड़ किया जा रहा है। सफर के नाम पर एक का मोटा किराया वसूला जा रहा है तो वहीं सुविधा देने के नाम पर धोखेबाजी की जा रही है। जी हां, ट्रेनों के AC कोच में सफ़र करने वाले यात्रियों को सोने के लिए बेडरोल उपलब्ध करता है ,और उपयोग के बाद बेडरोल के बेडशीट, टॉवल और पिलो कवर रेलवे लांड्री में धोकर प्रेस कर दोबारा इस्तेमाल के लिए तैयार किए जाते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित रेलवे लांड्री में यात्रियों को चूना लगाया जा रहा है साथ ही यात्रियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी किया जा रहा है। यहां लाए जाने वाले चादर और टॉवल को धोने के बजाए सीधे पैक किया जा रहा हैऔर उसके बाद AC कोच में सफर करने वाले यात्रियों को थमाए जा रहे हैं।मैकेनाइज्ड लांड्री में मशीनें खराब
दरअसल, ग्वालियर में रेलवे ने लांड्री का कांट्रैक्ट एक प्राइवेट फर्म को दिया है। ग्वालियर के रेलवे स्टेशन परिसर के पास बनी रेलवे मैकेनाइज्ड लांड्री का जब जायजा लिया गया तो कर्मचारी बेडरोल के पैकेट तैयार कर रहे थे जबकि लांड्री में चादर और टॉवल धोने के लिए लगी तीनों वाशिंग मशीन खराब थी और चादरों को बिना धोए ही सीधे इस्त्री किया जा रहा था। प्रेस मशीन पर काम कर रहे एक कर्मचारी से जब हमने पूछा की बिना धोए सीधे प्रेस कर रहे हो तो उसने भी इस बात पर हामी भरी। ये चादरें बिना धोए सीधा प्रेस कर बेडरोल पैकेट में पैक की जा रही थीं और यही पैकेट्स ग्वालियर इंटरसिटी , बुंदेलखंड, साबरमती समेत कई ट्रेनों में ऐसी कोच में बाँटने के लिए पहुंचाएं जा रहे हैं।
यात्रियों ने भी की शिकायत
लांड्री के कामकाज की पूरी तस्वीरे कैमरे में भी क़ैद हुई। इस घोटाले और लापरवाही पर हमने इसकी हकीकत जानने के लिए हमारे सहयोगी बुंदेलखंड एक्सप्रेस पहुंचे जहां एसी कोच में सफर कर रहे यात्रियों से बात की तो उन्होंने बताया की चादर और पिलो कवर गंदे और बदबूदार हैं, जिससे हमारी सेहत बिगड़ सकती है। यह रेलवे की बड़ी लापरवाही है। हम AC कोच में सफर कर रहे हैं। ज्यादा पैसे देकर हमने टिकट खरीदा है। लेकिन यात्रियों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसकी शिकायत हमने रेलवे को की है।
डीआरएम को चिट्ठी लिखेंगे सांसद
गंदे और बदबूदार पिलो कवर, हैंड टॉवल, चादर, बुंदेलखंड में यात्रा करने वाले यात्रियों ने देख तो उन्होंने खासी नाराजगी व्यक्त की और इसके लिए सीधा-सीधा रेलवे को जिम्मेदार बताया। वहीं इस मामले की जानकारी ग्वालियर सांसद भारत सिंह कुशवाह को लगी तो वह भी यह सुनकर हैरान रह गए। उन्होंने कहा यह बहुत ही गलत और दुर्भाग्यपूर्ण है, गंदी और बदबूदार बेड रोल यात्रियों को देना गलत है और उन्हें इस बारे में अब तक जानकारी नहीं थी यदि ऐसा कुछ भी है तो वे रेलवे डीआरएम को पत्र लिख कर मामले की जांच करायेंगे। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।