गंजबासौदा (मध्य प्रदेश)।
थाना देहात क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली अनु परिहार पत्नी राजेश परिहार ने अपने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि शादी के एक साल के भीतर ही उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। अनु परिहार का विवाह 20 जून 2024 को विधिवत रूप से पंजीकृत हुआ था। विवाह के बाद से ही वह अपने ससुराल में मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का शिकार हो रही है।
अनु ने मीडिया के माध्यम से बताया कि उसके ससुरालवाले उसे पसंद नहीं करते और इस बात को लेकर आए दिन उसे ताने दिए जाते हैं। पति राजेश परिहार भी परिवार के दबाव में आकर उसके साथ मारपीट करता है। अनु ने बताया कि कई बार ससुरालवालों ने उसे घर से बाहर निकालने की कोशिश की और धमकी दी कि अगर वह यहां से नहीं गई तो उसे जान से मार दिया जाएगा।
पीड़िता के अनुसार, उसकी गलती सिर्फ इतनी है कि वह ससुराल के लोगों की मनमर्जी के अनुसार नहीं झुकती। उसने बताया कि घर में रोज किसी न किसी बात पर झगड़ा खड़ा कर दिया जाता है और उसे मानसिक रूप से तोड़ा जा रहा है।
अनु परिहार ने जिला प्रशासन और महिला थाने से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि “मैं सिर्फ इतना चाहती हूं कि मुझे और मेरी जान को सुरक्षा मिले। अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो कुछ भी अनहोनी हो सकती है।”
स्थानीय लोगों का कहना है कि अनु परिहार एक शांत स्वभाव की महिला है, जो अपने परिवार को बचाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन लगातार प्रताड़ना के कारण अब उसने अपनी आवाज उठाने का फैसला किया है।
अब देखना यह है कि गंजबासौदा पुलिस और जिला प्रशासन पीड़िता की गुहार पर कितनी तेजी से कार्रवाई करता है, क्योंकि यह मामला न केवल घरेलू हिंसा बल्कि महिला सुरक्षा के प्रश्न को भी सामने लाता है।