इंदौर: शहर की ग्रामीण पुलिस महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक्शन में आ गई है। पुलिस ने पिछले 10 वर्षों के सभी यौन अपराध अपराधियों, विशेष रूप से पीडोफाइल का डेटाबेस बना रही है और उनके दरवाजे खटखटा रही है।
सभी पर रखी जा रही नजर
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने पहले ही 11,259 ऐसे लोगों का एक व्यापक डेटाबेस तैयार कर लिया है, जिनमें पीछा करने और अश्लील टिप्पणियां करने के दोषी लोग भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन सभी पर नजर रखी जा रही है।
तैयार किया पूरा डेटाबेस
इस डेटाबेस में, चाहे वे पहली बार अपराधी हों या बार-बार अपराधी हों, प्रत्येक पूर्व दोषी के बारे में व्यापक जानकारी शामिल है, जैसे कि उनके स्थायी और वर्तमान पते, सहयोगी, व्यवसाय, कार्यस्थल, पारिवारिक पृष्ठभूमि, आपराधिक इतिहास और जमानत से संबंधित डिटेल।
क्या बोली इंदौर पुलिस
इंदौर (ग्रामीण) एसपी हितिका वासल ने कहा, ‘हम सक्रिय रूप से इन व्यक्तियों पर नज़र रख रहे हैं और उनकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए निवारक उपाय कर रहे हैं। हम बार-बार अपराध करने वालों की जमानत रद्द करने के लिए भी काम कर रहे हैं। अकेले पिछले दो दिनों में, ग्रामीण पुलिस ने लगभग 1,200 अपराधियों के रिकॉर्ड संकलित किए हैं और उनमें से लगभग 900 के खिलाफ निवारक कार्रवाई की गई है।’
नवरात्रि के लिए विशेष तैयारी
पुलिस ने बड़े नवरात्रि पंडालों के बाहर पुलिस तैनात करने की योजना बनाई है। एसपी ने कहा, ‘यह अभ्यास महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए है, खासकर नवरात्रि और अन्य त्योहारों से पहले।’
पुलिस इन पूर्व दोषियों के घर जा रही है और उन्हें स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दे रही है कि उन पर निगरानी रखी जा रही है। यह स्वीकार करते हुए कि कई यौन अपराध परिवार के सदस्यों या करीबी परिचितों द्वारा किए जाते हैं, पुलिस ने ऐसे परिवारों को संवेदनशील तरीके से संभालने के लिए एक रणनीति विकसित की है।