Home lifestyle ऋषिकेश घूमने का बना रहे हैं प्लान, तो पहाड़ों से लेकर नदियों...

ऋषिकेश घूमने का बना रहे हैं प्लान, तो पहाड़ों से लेकर नदियों तक ये 4 जगहें कर रही आपका इंतजार

0

Rishikesh: ऋषिकेश उत्तराखंड राज्य में स्थित एक खूबसूरत शहर है। यह हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है और साहसिक खेलों के प्रेमियों के लिए भी एक स्वर्ग है। ऋषिकेश में घूमने और करने के लिए बहुत कुछ है, लेकिन यहां कुछ जगहें हैं जिन्हें आपको अवश्य देखना चाहिए।

ऋषिकेश, उत्तराखंड का एक मनोरम शहर, योग नगरी के नाम से भी जाना जाता है। यह गंगा नदी के तट पर स्थित है और हिमालय की तलहटी में बसा है। ऋषिकेश अपनी प्राकृतिक सुंदरता, आध्यात्मिक महत्व और रोमांचक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है। यदि आप इस गर्मी में ऋषिकेश घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो कुछ जगहों को अपनी यात्रा में जरूर शामिल करें, ताकि बाद में कोई पछतावा न हो।

ऋषिकेश में घूमने के लिए ये है बेस्ट जगह

पटना जलप्रपात

पटना जलप्रपात, ऋषिकेश से कुछ ही किलोमीटर दूर, पटना नामक एक शांत गांव में स्थित है। यह लक्ष्मण झूले से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऋषिकेश की हलचल से दूर, यह झरना प्रकृति प्रेमियों और शांति चाहने वालों के लिए एक स्वर्ग है। पटना जलप्रपात अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह झरना घने जंगलों से घिरा हुआ है और चारों ओर हरियाली है। झरने का पानी एक चट्टान से नीचे गिरता है, जिससे एक शानदार दृश्य बनता है। आप झरने के नीचे बैठकर पानी की बूंदों का आनंद ले सकते हैं या आसपास के क्षेत्र में टहल सकते हैं। यह जगह उन लोगों के लिए एकदम सही है जो शहर की भीड़भाड़ से दूर शांति और प्रकृति का आनंद लेना चाहते हैं। यहां आप पक्षी देखना, कैम्पिंग, और ट्रैकिंग जैसी गतिविधियों का भी आनंद ले सकते हैं। यहां जाने का सबसे अच्छा समय सितंबर से नवंबर और मार्च से जून के बीच है। इस दौरान मौसम सुखद होता है और आसपास का दृश्य मनमोहक होता है। यदि आप ऋषिकेश की यात्रा कर रहे हैं, तो पटना जलप्रपात को अपनी यात्रा में जरूर शामिल करें। यह एक ऐसी जगह है जो आपको निश्चित रूप से निराश नहीं करेगी।

बीटल्स आश्रम

बीटल्स आश्रम, जिसे चौरासी कुटिया के नाम से भी जाना जाता है, ऋषिकेश में स्थित एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थल है। यह पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित है और अपनी शांत वातावरण और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। 1960 के दशक में, द बीटल्स ने इस आश्रम में कई महीने बिताए, महर्षि महेश योगी से योग और ध्यान सीखा। इस दौरान, उन्होंने अपने कुछ सबसे प्रसिद्ध गीतों की रचना की, जिनमें “Norwegian Wood (This Bird Has Flown)” और “The Ballad of John and Yoko” शामिल हैं। आज, बीटल्स आश्रम पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है। आगंतुक आश्रम में घूम सकते हैं, महर्षि महेश योगी की समाधि का दौरा कर सकते हैं, और गंगा नदी के किनारे ध्यान लगा सकते हैं। बीटल्स आश्रम जाने का सबसे अच्छा समय सितंबर से मई तक है। इस दौरान मौसम सुखद होता है और आसपास का दृश्य मनमोहक होता है। यदि आप ऋषिकेश की यात्रा कर रहे हैं, तो बीटल्स आश्रम को अपनी यात्रा में जरूर शामिल करें। यह एक ऐसा स्थान है जो आपको निश्चित रूप से प्रेरित और आध्यात्मिक रूप से तृप्त करेगा।

क्यार्कि सनसेट पॉइंट, ऋषिकेश में स्थित एक मनोरम स्थान है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शानदार सूर्यास्त के दृश्यों के लिए जाना जाता है। यह नीरगढ़ झरना रोड के पास शीर्ष पहाड़ी पर स्थित है, और यहां से ऋषिकेश शहर और गंगा नदी का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है। यहां, आप ढलते सूरज को क्षितिज पर नारंगी, लाल और बैंगनी रंगों के रंगों से रंगते हुए देख सकते हैं। यह दृश्य वास्तव में मनमोहक होता है और आपको प्रकृति की भव्यता का अनुभव कराता है। क्यार्कि सनसेट पॉइंट उन लोगों के लिए एकदम सही जगह है जो प्रकृति प्रेमी हैं, रोमांच की तलाश में हैं, या बस एक शांत और सुखद शाम बिताना चाहते हैं। यहां आप टहल सकते हैं, पिकनिक मना सकते हैं, या बस बैठकर सूर्यास्त का आनंद ले सकते हैं।

त्रिवेणी घाट

ऋषिकेश में स्थित त्रिवेणी घाट, गंगा नदी के तट पर स्थित एक पवित्र घाट है। यह अपनी भव्यता और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। प्रतिदिन शाम को, त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती का आयोजन किया जाता है। यह एक भव्य और आध्यात्मिक अनुभव है जो हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। आरती की शुरुआत शंख बजाने और घंटियों की मधुर ध्वनि से होती है। फिर, पुजारी दीपों, फूलों और अगरबत्ती से भरी थालियां लेकर गंगा नदी के किनारे आते हैं। वे मंत्रों का जाप करते हुए और भजन गाते हुए नदी को दीपों से अर्पित करते हैं। दृश्य अत्यंत मनमोहक होता है। गंगा नदी में तैरते दीपों की जगमगाहट, मंत्रों की गूंज और भजन की मधुर ध्वनि मिलकर एक अद्भुत वातावरण बनाते हैं। त्रिवेणी घाट गंगा आरती में भाग लेना ऋषिकेश की यात्रा का एक अविस्मरणीय अनुभव होता है। यह आपको आध्यात्मिकता और शांति की भावना से भर देगा। यहां जाने का सबसे अच्छा समय सितंबर से मई तक है। इस दौरान मौसम सुखद होता है और आरती का दृश्य और भी मनमोहक होता है। यदि आप ऋषिकेश की यात्रा कर रहे हैं, तो त्रिवेणी घाट गंगा आरती को अपनी यात्रा में अवश्य शामिल करें। यह एक ऐसा अनुभव है जो आपको निश्चित रूप से छू लेगा।

Exit mobile version