Wednesday, October 15, 2025
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भोपाल में बाहरी लोगों के रुकने पर प्रतिबंध:आज शाम 6 बजे थमेगा चुनावी शोर; पहले से जारी सारी परमिशन निरस्त होंगी

भोपाल में विधानसभा चुनाव का शोर बुधवार शाम 6 बजे से थम जाएगा। इसके साथ ही पहले से जारी सारी परमिशन निरस्त हो जाएंगी। न चुनावी जुलूस निकलेंगे, न धरना, रैली या सभाएं होंगी। बाहरी लोगों के रुकने पर भी रोक रहेगी। शहर की सीमाओं पर चेकिंग भी होगी। ताकि, गड़बड़ी करने वालों को सख्ती से रोका जा सके।

विधानसभा चुनाव को देखते हुए कलेक्टर ने 15 नवंबर शाम 6 बजे से मतदान समाप्ति तक शुष्क दिवस घोषित किया है। आदेश के अनुसार 15 नवंबर बुधवार को शाम छह बजे से शुक्रवार को मतदान समाप्ति तक मदिरा के क्रय-विक्रय और भंडारण आदि पर प्रतिबंध लगाया है। इस दौरान सभी शराब दुकानों, रेस्टोरेंट बार, होटल बार, सिविलियन क्लब, सैनिक थोक कैंटीन, फुटकर कैंटीन, वाइन विक्रय के लिए स्वीकृत रिटेल आउटलेट और अन्य लाइसेंस केंद्र से शराब के आयात, निर्यात व परिवहन पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। इसी तरह तीन दिसंबर को मतगणना वाले पूरे दिन यह प्रतिबंध लागू रहेगा।

मतदान से पहले शहर से बाहर होंगे बाहरी लोग, धारा-144 में आदेश जारीमतदान के 72 घंटे पहले जिले के बाहरी लोगों को शहर छोड़ना पड़ेगा। शहर के होटल और लॉज की सघन निगरानी रखी जाए। इसके साथ जिले की सीमाओं पर बाहरी लोगों के आवागमन पर रोक लगाई जाएगी। इस संबंध में कलेक्टर आशीष सिंह ने धारा-144 में आदेश जारी किया है। इसके साथ सभी पीठासीन अधिकारियों के मोबाइल पर आयोग का एप डाउनलोड करा दिया गया है। जिससे प्रत्येक दो-दो घंटे में मतदान का रुझान मिलेगा। कलेक्टर ने एफएसटी, एसएसटी, व्हीव्हीटी सहित सभी दलों को आचार संहिता का पालन कराने में सख्ती बरतने की हिदायत दी।

मतदान के दिन बंद रहेंगी 1200 फैक्ट्री, 18 हजार कर्मचारियों की रहेगी छुट्टी, वेतन नहीं कटेगा17 नवंबर को होने वाले मतदान के दिन गोविंदपुरा इंडस्ट्री एरिया में करीब 1200 फैक्ट्री बंद रहेंगी। इन फैक्ट्री में काम करने वाले 18 हजार कर्मचारी मतदान करेंगे। फैक्ट्री संचालकों को करीब 60 करोड़ रुपए का नुकसान की आशंका है। एसोसिएशन के सेक्रेटरी एनएल गुप्ता ने बताया कि किसी भी कर्मचारी की सैलरी नहीं काटी जाएगी। उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारियों को वोट डालने के लिए प्रेरित किया है। और भी लोग अपने कर्मचारियों को मतदान के लिए प्रेरित करें। गौरतलब है कि इस संबंध में 8 नवंबर को कलेक्टर आशीष सिंह ने चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के साथ एक बैठक की थी। जिसमें मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर एक दिन के अवकाश दिए जाने का अनुरोध किया था। इसके बाद गोविंदपुरा औद्योगिक एसोसिएशन ने मंगलवार को इस संबंध में सभी फैक्ट्री संचालकों को निर्देश जारी कर दिए।

मध्य प्रदेश में प्रियंका गांधी की जनसभा

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की भी जनसभाएं होंगी। बाकी दो दिन दलों और प्रत्याशियाें का पूरा जोर बूथ स्तर पर मतदाताओं को साधने में रहेगा। मतदान 17 नवंबर को सुबह सात से शाम छह बजे तक होगा।

पांच साल में बढ़े 25 लाख मतदाता

प्रदेश के पांच करोड़ 60 लाख मतदाता सरकार का चुनाव करेंगे। तीन दिसंबर को परिणाम आएंगे। चुनाव के लिए दो नवंबर को नामांकन वापसी के बाद सभी दलों के बड़े नेताओं ने ताबड़तोड़ सभाएं कीं। इसमें हर अंचल में मतदाताओं को साधने की कोशिश की गई। हालांकि, उन सीटों पर ज्यादा ध्यान रहा जहां वर्ष 2018 के चुनाव में पार्टी कमजोर थी। बता दें कि पिछले पांच साल में प्रदेश में 25 लाख मतदाता बढ़े हैं।

इसके अलावा कलेक्टर ने आदेश जारी किया है कि मतदान पूर्व भोपाल की धर्मशालाओं, होटलों और लाज में ठहरे ऐसे व्यक्ति जो भोपाल के नागरिक नहीं हैं, उन्हें भोपाल से बाहर जाने के आदेश जारी किए हैं।

भोपाल। विधानसभा निर्वाचन के तहत आदर्श आचरण संहिता को देखते हुए मतदान के समाप्त होने से 48 घंटे पहले यानि बुधवार शाम को 6 बजे भोपाल की सभी सातों विधानसभाओं में चुनाव प्रचार-प्रसार पर पूरी तरह से प्रतिबंध लागू हो जाएगा। भोपाल कलेक्टर ने आदेश जारी कर सभी चुनावी रैलियों, सभाओं और प्रचार प्रसार के लिए इस्तेमाल संसाधनों के उपयोग पर रोक लगा दी है।

इसके अलावा कलेक्टर ने आदेश जारी किया है कि मतदान पूर्व भोपाल की धर्मशालाओं, होटलों और लाज में ठहरे ऐसे व्यक्ति जो भोपाल के नागरिक नहीं हैं, उन्हें भोपाल से बाहर जाने के आदेश जारी किए हैं। कलेक्टर ने धारा 144 लागू करते हुए यह आदेश जारी किए हैं। अन्य जिलों के नागरिक भोपाल से बाहर होंगे : निर्वाचन को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर आशीष सिंह ने आदेश जारी किए हैं कि ऐसे व्यक्ति जो भोपाल के नागरिक नहीं हैं।

उन्हें निर्वाचन की समाप्ति तक भोपाल की सीमा से बाहर करना होगा। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के अनुसार सभी होटल, लाज, धर्मशालाओं में ठहरे बाहरी लोग जो भोपाल की किसी विधानसभा के मतदाता नहीं हैं, वे निर्वाचन की समाप्ति के 48 घंटे पहले पूर्व यानि 15 नवंबर (बुधवार को) को शाम 6 बजे से मतदान समाप्ति तक शहर में नहीं ठहर सकेंगे। इसके अलावा किसी भी तरह की जांच में इन लोगों को पुलिस का सहयोग भी करना होगा। इसके अलावा इस अवधि में वैवाहिक, सामुदायिक भवनों की सभी बुकिंग और राजनीतिक दलों और अभ्यर्थियों द्वारा की गई संदिग्ध बुकिंग पर की भी जांच की जाएगी। पांच या पांच से ज्यादा लोग नहीं हो सकेंगे इकठ्ठा : जारी आदेश के अनुसार मतदान समाप्ति के 48 घंटे पहले 15 नवंबर को शाम 6 बजे के बाद कोई भी व्यक्ति मतदान स्थलों के 200 मीटर की परिधि में बिना किसी कारण के पांच या पांच से ज्यादा लोग खड़े नहीं हो सकेंगे। इसके अलावा न तो किसी भी तरह का जलूस निकाला जा सकेगा और न ही जनसभा का आयोजन होगा। किसी प्रत्याशी के समर्थन में लोग एकत्रित होकर नारेबाजी भी नहीं कर सकेंगे। ऐसा पर्चा या कागज भी नहीं बांटा जा सकेगा। जो निष्पक्ष चुनाव में बाधा डाले। बल्क एसएमएस पर भी रहेगा प्रतिबंध : प्रत्याशी बल्क एसएमएस के जरिए भी प्रचार-प्रसार नहीं कर सकेंगे। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक व भडक़ाऊ मैसेज, डोर टू डोर कैम्पेनिंग पर भी रोक लगा दी गई है। हालांकि शांतिपूर्वक तरीके से घर घर जाकर वोट मांगा जा सकेगा।

जनसभाओं, दावों, वादों और आरोप-प्रत्यारोप से मतदाताओं को रिझाने के लिए बस बुधवार का ही दिन बाकी है। बुधवार शाम छह बजे के बाद प्रचार का शोरगुल थम जाएगा। भाजपा और कांग्रेस समेत सभी दल अंतिम दिन पूरी ताकत झोंकेंगे। कई दिग्गजों की जनसभाएं होंगी। बाकी दो दिन सभी दलों के नेता और प्रत्याशियों का पूरा जोर बूथ स्तर पर मतदाताओं को साधने में रहेगा। मतदान 17 नवंबर को सुबह सात से शाम छह बजे तक होगा।

पांच करोड़ 60 लाख मतदाता

उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में प्रदेश में पांच करोड़ 60 लाख मतदाता मतदान करेंगे। तीन दिसंबर को परिणाम आएंगे। दो नवंबर को नामांकन वापसी के बाद से सभी दलों के बड़े नेताओं ने ताबड़तोड़ सभाएं शुरू कर दी थीं। इसमें हर अंचल में मतदाताओं को साधने की कोशिश की गई। बता दें कि पिछले पांच साल में प्रदेश में 25 लाख मतदाता बढ़े हैं।

चुनाव का चुनाव प्रचार बुधवार की शाम 6 बजे से थम जाएगा। इस समय के बाद सभी प्रत्याशी घर-घर जाकर लोगों से केवल जनसंपर्क कर सकेंगे। चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर दिए गए हैं। नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों की सीमा में दोपहर 3 बजे ही चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। मतदान समाप्ति के निर्धारित समय के 48 घंटे पहले ही शोर गुल वाला चुनाव प्रचार थमने के निर्देश निर्वाचन आयोग से हैं। रैली सभा के साथ प्रत्याशी बैठक नहीं ले सकेंगे।

 

 

 

PM मोदी भी फिल्म ’खिचड़ी’ के फैन:CM रहते थिएटर में देखी थी मूवी..इस बार उन्हें ट्रेलर भेजा गया; इस शो के नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड

खिचड़ी-2 के साथ पारेख परिवार लगभग दो दशकों बाद एक बार फिर बड़े पर्दे पर दिखने वाला है। इस बार एक नए फ्लेवर के साथ फिल्म की कहानी आपको गुदगुदाएगी। फिल्म 17 नवंबर को रिलीज होने को तैयार है,

फिल्म के प्रोड्यूसर और एक्टर जमनादास मजीठिया एक बार फिर हिमांशु का किरदार करते नजर आएंगे। उन्होंने बताया कि PM मोदी भी इस फिल्म के बहुत बड़े फैन हैं। उन्होंने पिछली बार फिल्म देखकर इसकी तारीफ भी थी। इस बार भी उन्हें फिल्म का ट्रेलर भेजा गया है। PM मोदी के ऑफिस की तरफ से कहा गया कि वो जल्द ही पूरी टीम के साथ एक मीटिंग करेंगे।

इसके अलावा खिचड़ी के नाम एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है। यह पहला ऐसा शो है, जिसकी शुुरुआत स्टेज से हुई थी, फिर इस पर सीरियल बना। उसके बाद फिल्म और सीरीज बनी। अब फिल्म का दूसरा पार्ट भी रिलीज को तैयार है।

इस बार फिल्म देखने के बाद हंसने के अलावा रोना भी आ आएगा
फिल्म में एक बार फिर सुप्रिया पाठक हंसा के किरदार में नजर आएंगी। वहीं, राजीव मेहता प्रफुल और अंगद देसाई बाबूजी के रोल में दिखाई देंगे। वंदना पाठक जयश्री और कीर्ति कुल्हारी परमिंदर के रोल में दिखेंगी। जमनादास मजीठिया हिमांशु के किरदार में नजर आएंगे।

जमनादास मजीठिया ने कहा- सबको लगता है कि खिचड़ी को देखने के लिए दिमाग की जरूरत नहीं है। हालांकि ऐसा नहीं है, हमने फिल्म में हर तरीके की कॉमेडी दिखाई है। इसके अलावा आपको कई सारे इमोशनल सीन्स भी देखने को मिलेंगे। आप फिल्म देखने यह सोचकर जाएंगे कि इसमें हंसी बहुत आएगी, हालांकि जब फिल्म देखकर निकलेंगे तो आपको रोना भी आ सकता है।

PM मोदी (तत्कालीन गुजरात CM) ने थिएटर में जाकर देखी थी फिल्म, इस बार भी उन्हें ट्रेलर भेजा गया
PM मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने खिचड़ी का पहला पार्ट थिएटर में जाकर देखा था। उन्होंने फिल्म की काफी तारीफ भी थी। क्या इस बार PM मोदी उनकी फिल्म देखने आएंगे।

इसके जवाब में जमनादास मजीठिया ने कहा- PM मोदी के पीए से हमारी बात हुई है। जाहिर है कि दिवाली का वक्त चल रहा है, वो काफी ज्यादा बिजी हैं। उनके ऊपर पूरे देश की जिम्मेदारी है। हमने उन्हें फिल्म का ट्रेलर भेजा है। उनकी टीम ने कहा कि PM मोदी जल्द इस पर रिस्पॉन्स देंगे। हमारा दिल्ली जाने का कार्यक्रम भी तय है। सब कुछ सही रहा तो हम लोग उनसे जरूर मिलेंगे।

खिचड़ी’ के नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड
खिचड़ी के नाम एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। इस पर बात करते हुए जमनादास मजेठिया ने कहा- मैं आपके माध्यम से पाठकों को बताना चाहता हूं कि खिचड़ी के नाम एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। यह इकलौता ऐसा भारतीय शो है जिसकी शुरुआत एक स्टेज प्ले के तौर पर हुई थी।

इसके बाद सीरियल बना। सीरियल के बाद फिल्म बनी। फिल्म के बाद एक वेब सीरीज बनी। अब दोबारा एक फिल्म बनने जा रही है। इस फिल्म में आपको टॉप लेवल का VFX भी दिखाई देगा। इस बार आपको एडवेंचर कॉमेडी देखने को मिलेगी।

सुप्रिया पाठक ने कहा- पहली बार स्क्रिप्ट पढ़ी तो हंस कर लोट-पोट हो गई
फेमस कैरेक्टर हंसा का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस सुप्रिया पाठक ने कहा- जब मैंने पहली बार फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ी तो मैं हंस कर लोट-पोट हो गई। मैंने उसी वक्त सोच लिया कि जब मुझे इतनी हंसी आ रही है तो ऑडियंस का क्या हाल होगा। यही सोच कर मैंने फिल्म के लिए हां बोल दिया।

शूटिंग खत्म होने पर सारे एक्टर्स हुए थे दुखी
शूटिंग के दौरान सेट पर माहौल कैसा था, इसका जवाब देते हुए प्रफुल यानी राजीव मेहता ने कहा- जब फिल्म की शूटिंग खत्म हुई तो हम काफी दुखी हो गए। हम सोचते थे कि अब कल से क्या करेंगे। सभी एक्टर्स अपने हिसाब से डायलॉग्स बोलते थे। जरूरी नहीं था कि सिर्फ स्क्रिप्ट को देख कर चला जाए। सब अपने हिसाब से एक्टिंग करते थे, शायद यही फिल्म की खासियत भी है।

बाबूजी यानी अंगद देसाई ने कहा कि जैसे वो फिल्म में सबको संभालते थे, ठीक वैसे ही सेट पर भी सबकी देखभाल करते थे, हालांकि तभी हंसा यानी सुप्रिया पाठक ने कहा कि बाबूजी हम लोगों को नहीं संभालते थे बल्कि हम सभी मिलकर बाबूजी को संभाला करते थे।

अमेरिका-भारत मिलकर बनाएंगे मिसाइलों से लैस सैन्य वाहन:चीन का मुकाबला करने के लिए सीमा पर होंगे तैनात; नई दिल्ली में मंत्री स्तरीय बैठक

एशिया में चीन की बढ़ती ताकत को देखते हुए अमेरिका और भारत ने मिलकर सैन्य वाहन और बख्तरबंद गाड़ियों के निर्माण करने की योजना बनाई है। नई दिल्ली में आयोजित मंत्री स्तरीय बैठक में दोनों देशों के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्रियों ने मिलकर यह फैसला लिया। दोनों देशों की ओर से संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि दोनों देश मिलकर सैन्य साजोसामान का निर्माण करेंगे।

खासतौर पर ग्राउंड मोबिलिटी सिस्टम यानी सैन्य वाहनों के निर्माण में दोनों एक-दूसरे के सहयोग से करेंगे। यह भी कहा गया कि दोनों देश इस तरह की और भी परियोजनाओं को प्राथमिकता पर करने के लिए एक साथ आएंगे। अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा- इस कदम से सप्लाई चेन बेहतर होगी और दोनों देशों की सेना में आपसी सहयोग बढ़ने से दोनों देशों की सुरक्षा मजबूत होगी।

रूस पर हथियारों की निर्भरता कम होगी
इस सहयोग से भारत की रूस के हथियारों और दूसरे सैन्य सामानों पर लंबे समय से चली आ रही निर्भरता कुछ कम होगी। साथ ही चीन के साथ विवादित सीमाओं पर भी इन वाहनों को तैनात किया जा सकता है। इससे देश का औद्योगिक आधार बेहतर होगा।

यह घोषणा भारत-अमेरिका के बीच कई वर्षों के सहयोग के तहत इंटेलिजेंस शेयरिंग यानी गोपनीय सूचनाएं साझा करने, तकनीक के हस्तांतरण और कूटनीतिक संबंध को मजबूत करने के लिए की गई है।

एक भारतीय सैन्य अधिकारी ने बताया कि 2020 में चीन के साथ हुए विवाद के ​बाद जिन इलाकों में ज्यादा तनाव बढ़ा है, वहां ये वाहन तैनात किए जाएंगे। साथ ही इनमें से कुछ वाहनों को पाकिस्तान सीमा पर भी तैनात किया जाएगा। अमेरिका और भारत के जॉइंट एक्सरसाइज की भी योजना है।

युद्धक्षेत्र में सर्विलांस के लिए भी होगा इनका इस्तेमाल
इस समझौते से भारत को मिलने वाले ज्यादातर वाहन एंटी टैंक मिसाइल सिस्टम से लैस होंगे। जबकि कुछ का ​इस्तेमाल युद्धक्षेत्र में सर्विलांस के लिए किया जाएगा। कुछ वाहन कमांड के लिए इस्तेमाल होंगे।

द स्ट्राइकर भारत की आर्मी को मजबूत करेगा: जनरल डायनेमिक्स लैंड सिस्टम्स द्वारा तैयार द स्ट्राइकर को अमेरिकी आर्मी ने इसकी बहुमुखी प्रतिभा के लिए इनाम दिया है। कम दूरी के एयर डिफेंस के लिए इस पर 30 एमएम की एक तोप भी लगाई गई है। यह यूक्रेन की ओर से भी युद्ध में हिस्सा ले रहा है।अमेरिका की GE एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के बीच फाइटर प्लेन के F414 इंजन बनाने का समझौता हो गया है। इसके तहत अब भारतीय लड़ाकू विमानों के इंजन भारत में ही बनेंगे। पहले GE इन्हें सप्लाई करती थी।

दिल्ली में दीपावली के दूसरे दिन हवा और जहरीली हुई:AQI 400 के पार; RML अस्पताल में स्पेशल पॉल्यूशन OPD खोला जाएगा

दिल्ली में दीपावली के 48 घंटे बाद हवा और जहरीली हो गई है। 13 नवंबर को सुबह 7 बजे दिल्ली का ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 275 था। 14 नवंबर को सुबह 9 बजे रियल टाइम AQI 361 रिकॉर्ड किया गया। कई इलाकों में यह आंकड़ा 400 के पार पहुंच गया।

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, आर के पुरम में मंगलवार को AQI 417, पंजाबी बाग में 430 और जहांगीरपुरी में 428 रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि बैन के बावजूद 12 और 13 नवंबर को पटाखे जलाए गए। इससे प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। आने वाले दिनों में एयर क्वालिटी और खराब होने की आशंका है।

दिल्ली में 9 और 10 नवंबर को बारिश की वजह से हवा में प्रदूषण का स्तर 50% कम हो गया था। 11-12 नवंबर को दिल्ली में AQI 250 से कम था, लेकिन 13 नवंबर सुबह 6 बजे जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में रियल टाइम AQI 910, लाजपत नगर में 959 और करोल बाग में 779 दर्ज किया गया। यानी 23 घंटे में प्रदूषण 4 गुना से ज्यादा बढ़ गया।

इधर, दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल (RML) में स्पेशल पॉल्यूशन OPD खोलने की तैयारी की जा रही है। अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. अजय शुक्ला ने बताया कि प्रदूषण से इंसान के कई अंगों पर असर पड़ता है। इसलिए OPD में मल्टी डिपार्टमेंट क्लिनिक भी शामिल होगा। इसमें E&T, स्किन, रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट, आंख, साइकेट्रिक सहित पांच डिपार्टमेंट होंगे।

PM2.5 का लेवल 45% तो PM10 33% तक बढ़ा
दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले इस साल दीपावली के मौके पर PM2.5 (PM यानी पार्टिकुलेट मैटर) का लेवल 45% तो PM10 का स्तर 33% तक बढ़ गया था।

इस साल दीपावली पर हवा में PM2.5 का कंसन्ट्रेशन 314 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था, जो पिछले साल 217 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रिकॉर्ड किया गया था। वहीं, इस साल हवा में PM10 का कंसन्ट्रेशन 430 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था, जो पिछले साल 322 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रिकॉर्ड किया गया था।

पार्टिकुलेट मैटर प्रदूषण के कण की मोटाई मापने की यूनिट माइक्रॉन है। इंसान का बाल औसतन 50-70 माइक्रॉन जबकि समुद्र तट की रेत का एक कण 90 माइक्रॉन मोटा होता है। PM2.5 और PM10 इसकी तुलना में काफी छोटे होते हैं। ये सांस लेने के दौरान हमारी नाक के जरिए शरीर के अंदर आसानी से जा सकते हैं। इनका हवा में ज्यादा होना शरीर पर विपरीत प्रभाव डालता है।

दिल्ली सरकार ने भाजपा को प्रदूषण का जिम्मेदार ठहराया
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने दीपावली के बाद बढ़े प्रदूषण के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 13 नवंबर को कहा कि दिल्ली में उत्तर प्रदेश और हरियाणा से पटाखे लाए गए थे। अगर दोनों राज्यों में पटाखों पर बैन होता तो दिल्ली में आतिशबाजी नहीं होती। दिल्ली, यूपी और हरियाणा, तीनों राज्यों की पुलिस निगरानी में लगी थी। इसके बावजूद दिल्ली में पटाखे लाए गए। जबकि, तीनों राज्यों की पुलिस पर भाजपा का नियंत्रण है।

प्रदूषण रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने ये कदम उठाए…

  • दिल्ली से बाहर रजिस्टर्ड ओला-उबर सहित ऐप बेस्ड दूसरी टैक्सियों की एंट्री पर बैन है। राज्य में सिर्फ दिल्ली रजिस्टर्ड ऐप बेस्ड टैक्सियां की चलाने की अनुमति है।
  • दिल्ली में कंस्ट्रक्शन पर पाबंदी है। सड़क, हाईवे, फ्लाइओवर, ओवर ब्रिज, पावर ट्रांसमिशन, पाइपलाइन समेत सभी तरह के डेवलपमेंट गतिविधियों पर भी रोक है।
  • जरूरी सामान ला रहे डीजल ट्रकों और LNG, CNG, इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर सभी ट्रकों की एंट्री बंद है। BS-3 कैटेगरी वाले पेट्रोल और BS-4 कैटेगरी वाले डीजल वाहन भी प्रतिबंधित है।
  • दिल्ली में पटाखों पर बैन है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दीपावली के बाद वर्ल्ड कप मैच और छठ के दौरान भी दिल्ली पुलिस को निगरानी रखने का निर्देश दिया है।
  • दिल्ली में प्रदूषण के कारण स्कूलों में 9 से 18 नवंबर तक सर्दी की छुट्टियां कर दी गई हैं। हर साल दिसंबर-जनवरी के बीच स्कूलों में विंटर वेकेशन होता था।
  • दिल्ली सरकार के मंत्रियों को प्रदूषण के खिलाफ ग्राउंड लेवल पर काम करने को कहा गया है। सभी मंत्री दिल्ली के अलग-अलग जिलों में निगरानी करेंगे।

    दिल्ली में GRAP-IV लागू
    बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली में 5 नवंबर से GRAP का चौथा स्टेज लागू है। इसके तहत कॉमर्शियल गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। सब्जी, फल, दवा जैसे जरूरी सामान की आपूर्ति करने वाले, CNG और इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर बाकी ट्रकों की आवाजाही प्रतिबंधित है।

    किसी जगह पर GRAP-IV तब लगाया जाता है, जब वहां का AQI लास्ट स्टेज यानी 450-500 के बीच पहुंच जाता है। दिल्ली में GRAP-IV लागू होने के साथ ही GRAP-I, II और III के नियम भी लागू हैं। इनके तहत गैर-जरूरी कंस्ट्रक्शन वर्क, BS-3 कैटेगरी वाले पेट्रोल और BS-4 कैटेगरी वाले डीजल, चार पहिया वाहनों पर बैन है।

    सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- हमारा बुलडोजर चला तो रुकेगा नहीं
    दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 7 नवंबर को सुनवाई हुई थी। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि बेरियम से बने पटाखों पर बैन सिर्फ दिल्ली-NCR नहीं, बल्कि हर राज्य पर लागू होता है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, UP, और हरियाणा की सरकारों को फटकार लगाते हुए कहा था कि प्रदूषण को लेकर हमारा सब्र खत्म हो रहा है। अगर हमने एक्शन लिया तो हमारा बुलडोजर रुकेगा नहीं।

न्यूजीलैंड को कैसे हरा सकता है भारत:चेज किया तो पहले 15 ओवर संभलकर खेलने होंगे; रचिन, बोल्ट और सैंटनर बड़ा खतरा

भारत और न्यूजीलैंड के बीच वनडे वर्ल्ड कप 2023 का पहला सेमीफाइनल 15 नवंबर यानी बुधवार को खेला जाएगा। इस वर्ल्ड कप में भारत ने लीग मैच में न्यूजीलैंड को हराया है, लेकिन मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में कीवी टीम का सामना करना बिलकुल ही अलहदा चैलेंज होगा।

यहां बल्लेबाजों के साथ-साथ सीम और स्विंग कराने वाले गेंदबाजों को भी खूब मदद मिलती है, वहीं दूसरी पारी में फ्लड लाइट के बीच नई बॉल का सामना करना बेहद मुश्किल हो सकता है।

वर्ल्ड क्लास बॉलर्स और बल्लेबाजों से लैस न्यूजीलैंड टीम भारत के लिए मुंबई के मैदान पर चुनौती पेश कर सकती है। इसमें रचिन रवींद्र, मिचेल सैंटनर और ट्रेंट बोल्ट भारतीय टीम के लिए बड़ा चैलेंज होंगे।

दोनों टीमों की मौजूदा फॉर्म और मुंबई के कंडीशन लिहाज से सेमीफाइनल में भारतीय टीम की स्ट्रैटजी क्या हो सकती है यह हम डीकोड करने की कोशिश करेंगे।

1. पहले बैटिंग करना फायदेमंद
वानखेड़े के मैदान पर टॉस जीतना अहम है। यहां पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम फायदे में रहती है। यह इस वर्ल्ड कप के 4 में से 3 मैच पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने ही जीते हैं।

साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड के खिलाफ बैटिंग करते हुए इसी मैदान पर 399 का स्कोर बनाया था। इस वर्ल्ड कप में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने औसतन 357 रन बनाए है, जबकि दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम औसतन 188 रन ही बना सकी है। भारत ने इस वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ इसी मैदान पर 357 रन बनाए थे और श्रीलंका को 55 रन पर समेट दिया था।

2. चेज किया तो शुरुआती 15 ओवर होंगे अहम
वानखेड़े के मैदान पर चेज करने की स्थिति में पहले 15 ओवर संभलकर खेलना होगा। इसका मुख्य कारण यह है कि नई गेंद रात में लाइट्स के नीचे लंबे समय तक ज्यादा स्विंग और सीम करती है। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ सीम और स्विंग के आधार पर ही पावरप्ले में 6 विकेट निकाले थे, वहीं साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ क्रमश: चार और तीन विकेट हासिल किए। इस मैदान पर हुए 4 मैचों में चेज करते हुए टीमों ने पावरप्ले में कुल 40 में से 17 विकेट गंवाए हैं, जबकि पहले बल्लेबाजी करते हुए यह आंकड़ा 5 विकेट ही है।

इस वर्ल्ड कप में इकलौता सफल चेज इस मैदान पर ग्लेन मैक्सवेल ने ही किया है। उस समय ऑस्ट्रेलिया ने भी अफगानों के सामने 4 विकेट दे दिए थे। मैक्सवेल ने शुरुआती ओवर्स में धैर्य बनाए रखा और फिर बड़े शॉट्स खेल कर दोहरा शतक लगाया और जीत हासिल की। शुरुआती 15 ओवर में विकेट नहीं गंवाने पर चेज करना आसान हो जाएगा।

3. न्यूजीलैंड के पांचवें और छठे बॉलर पर प्रेशर बनाना
न्यूजीलैंड के पास भारत की तुलना में गेंदबाजी के ज्यादा विकल्प हैं, लेकिन केवल चार ही फुल टाइम स्पेशलिस्ट बॉ़लर हैं। न्यूजीलैंड की टूर्नामेंट में सफलता के सबसे बड़े कारणों में से एक उनका 5वें और छठे बॉलर का विकेट निकालना है।

ग्लेन फिलिप्स और रचिन रवींद्र पर 5वें और छठे बॉलर की जिम्मेदारी है। ग्लेन फिलिप्स ने ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिडिल ओवर्स में डेविड वॉर्नर और ट्रैविस हेड के अहम विकेट निकाल कर 175 रन की साझेदारी को तोड़ा था। हालांकि, न्यूजीलैंड फिलिप्स की तुलना में लेफ्ट आर्म बॉलर रचिन रवींद्र को ज्यादा आजमाएगा, क्योंकि भारत के लाइनअप में टॉप 6 प्लेयर राइट हैंडर्स हैं।

भारतीय बल्लेबाजों को इन 2 प्लेयर्स के सामने बड़े ओवर्स निकाल कर कीवियों पर प्रेशर बनाना होगा। 5वें स्पेशलिस्ट बॉलर की कमी के कारण टॉस हारने की स्थिति में भी भारत को अटैक करने का भरपूर मौका मिलेगा।

4. बोल्ट और सैंटनर को विकेट न देना
भारत को ट्रेंट बोल्ट और मिचेल सैंटनर के सामने सावधानी से खेलकर विकेट बचाने होंगे। सैंटनर इस वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के टॉप विकेट टेकर है। सैंटनर ने अपने वनडे करियर में सबसे ज्यादा 22 मुकाबले भारत के खिलाफ ही खेले हैं।इस वर्ल्ड कप उनके 16 विकेट में से 15 दाएं हाथ के बल्लेबाज रहे हैं। भारत के पास नंबर 7 से पहले कोई बाएं हाथ का बल्लेबाज नहीं है।

दूसरी ओर, ट्रेंट बोल्ट हमेशा से भारत के खिलाफ सबसे बड़ी चुनौती रहे हैं। लेफ्ट आर्म पेसर के सामने भारतीय खिलाड़ी हमेशा जूझते नजर आए हैं। बोल्ट ने 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में विराट कोहली को LBW किया था और 77 रन बनाने वाले रवींद्र जडेजा का विकेट लेकर न्यूजीलैंड को वापसी दिलाई थी।

इन 2 प्लेयर्स के सामने भारतीय बैटर्स को विकेट बचाना होगा, नहीं तो ग्लेन फिलिप्स और रचिन रवींद्र भी बॉलिंग में चुनौती बनकर उभरेंगे।

ओबेरॉय ग्रुप के मानद चेयरमैन पृथ्वी राज का निधन:94 साल की उम्र में अंतिम सांस ली, पाकिस्तान ने इनके 4 होटलों पर कब्जा कर लिया था

ओबेरॉय ग्रुप ऑफ होटल्स के मानद चेयरमैन पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय का आज यानी मंगलवार सुबह निधन हो गया। वह 94 साल के थे। उनके निधन की जानकारी ओबेरॉय ग्रुप की ओर से दी गई है। उनकी क्रिमेशन सेरेमनी शाम 4 बजे कापसहेड़ा के ओबेरॉय फार्म में होगी। भारत में होटल बिजनेस को नई दिशा देने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी।

पृथ्वी राज सिंह ने 2002 में अपने पिता के निधन के बाद ओबेरॉय ग्रुप की कंपनी EIH लिमिटेड के चेयरमैन का पद संभाला था। वह 2013 तक EIH लिमिटेड के CEO रहे हैं। मई 2022 में ओबेरॉय ने EIH के चेयरमैन और डायरेक्टर के रूप में अपना पद छोड़ा था। 2008 में उन्हें भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।

भारत, ब्रिटेन और स्विट्जरलैंड में की थी पढ़ाई
पृथ्वी राज सिंह का जन्म 3 फरवरी 1929 को दिल्ली में हुआ था। उन्हें बिकी के नाम से जाना जाता था। उनके पिता राय बहुदुर मोहन सिंह ओबेरॉय ‘द ओबेरॉय ग्रुप’ के फाउंडर है। पृथ्वी राज ने भारत, ब्रिटेन और स्विट्जरलैंड में पढ़ाई की थी। साल 1959 में उनकी शादी गुड्डी से हुई थी।

उनका एक बेटा विक्रम और एक बेटी नताशा है। नताशा शादी के बाद ऑस्ट्रेलिया में अपने परिवार के साथ रह रही हैं। पृथ्वी राज ने 2011 में घोषणा की कि उनका बेटा विक्रम ओबेरॉय साम्राज्य का उत्तराधिकारी होगा और उनके भतीजे (बड़े भाई तिलक राज के बेटे) अर्जुन ओबेरॉय होटल बिजनेस के मैनेजमेंट में मदद करेंगे। पृथ्वी राज की नेटवर्थ करीब 4 हजार करोड़ रुपए थी।

भारत-पाक युद्ध के दौरान पाक ने 4 होटल ले लिए थे

  • पृथ्वी राज ने अपने पिता राय बहादुर ओबेरॉय से होटल बिजनेस की बारीकियां सीखीं।
  • स्कूली पढ़ाई के बाद पिता के कहने पर वो होटल में काम करने के लिए यूरोप चले गए।
  • कुछ सालों बाद भारत लौटे। द ओबेरॉय ग्रैंड में काम से पहले मेडेंस होटल में काम किया।
  • 1960 के दशक में पाकिस्तान में ग्रुप के चार होटलों की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई थी।
  • 1965 में भारत-पाक युद्ध के दौरान पाक ने ये होटल ले लिए और कभी वापस भी नहीं किए।
  • 1965 में द ओबेरॉय इंटरकांटिनेंटल नाम से ग्रुप ने भारत का पहला मॉडर्न होटल खोला।

    भारत समेत अन्य देशों में ओबेरॉय ग्रुप के होटल
    EIH लिमिटेड (पूर्व में ईस्ट इंडिया होटल्स) और EIH एसोसिएटेड होटल्स लिमिटेड ओबेरॉय ग्रुप की दो लिस्टेड कंपनियां हैं। ग्रुप वर्तमान में ओबेरॉय होटल्स एंड रिसॉर्ट्स के लक्जरी ब्रांड के तहत 20 होटल्स और ट्राइडेंट होटल्स ब्रांड के तहत दस 5 स्टार प्रॉपर्टीज का मालिक है।

    इसके अलावा ग्रुप क्लार्क्स होटल, शिमला और मेडेन्स होटल, नई दिल्ली को भी मैनेज करता है। ग्रुप के पास मिस्र में दो लक्जरी क्रूजर भी है। ओबेरॉय होटल्स एंड रिजॉर्ट भारत के अलावा इंडोनेशिया, यूएई, मॉरिशश, सऊदी अरब, इजिप्ट, मोरोक्को जैसे देशों में है।

    द ओबेरॉय सेंटर की स्थापना की थी
    ओबेरॉय मानते थे कि लोग किसी भी संगठन के सबसे वैल्यूएबल एसेट हैं। हॉस्पिटैलिटी चेन में क्लालिटी के महत्व को पहचानते हुए, उन्होंने 1967 में नई दिल्ली में ‘द ओबेरॉय सेंटर ऑफ लर्निंग एंड डेवलपमेंट’ की स्थापना की थी। यहां से कई टॉप होटल एग्जीक्यूटिव्स ने ग्रेजुएशन किया है। वो आज इंडस्ट्री के कई ब्रांड्स का हिस्सा हैं।

बड़वानी में पीएम मोदी ने की जनसभा:बोले-राजस्थान में कांग्रेस को चुना तो सर तन से जुदा के नारे लगे, अब मध्यप्रदेश को बचाना है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बड़वानी के आदिवासी बहुल क्षेत्र से छत्तीसगढ़ व राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। वे बोले- इनकी ईमानदारी की कमाई है तो फिर गद्दे के नीचे क्यों छिपाते हैं? छत्तीसगढ़ व राजस्थान में देखिए, कैसे कांग्रेस की काली कमाई से नोटों के ढेर लग रहे हैं। यह चोरी का माल है। मोदी उसे पकड़ता है तो सही करता है या गलत। राजस्थान के लिए पीएम ने कहा- 5 साल में क्या-क्या नहीं हुआ।

हम कल्पना भी नहीं कर सकते थे कि भारत में हम कभी सर तन से

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस शासन की खराब कानून व्यवस्था को याद दिलाते हुए राजस्थान प्रकरण का जिक्र किया।

उन्होंने बड़वानी में कहा कि क्या हम कल्पना कर सकते थे कि भारत में ‘सर तन से जुदा’ के नारे सुनने पड़ेंगे।

बड़वानी:सोमवार को बड़वानी के पास तलून में बड़वानी तथा धार जिलों के प्रत्यशियों के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश में पहली बार वोट डालने वाले युवाओं को सतर्क रहना होगा। युवाओं को यह समझने की आवश्यकता है कि जहां-जहां कांग्रेस आती है, वहां अपराध चरम पर पहुंच जाता है। दंगे फसाद आम हो जाते हैं। बहन बेटियों के साथ अत्याचार बढ़ जाता है और लोगों को अपने तीज त्यौहार तक मनाना मुश्किल हो जाता है।

उन्होंने राजस्थान का हवाला देते हुए कहा कि वहां 5 साल में क्या-क्या नहीं हुआ। क्या हम कल्पना कर सकते थे कि भारत में ‘सर तन से जुदा’ के नारे सुनने पड़ेंगे? कांग्रेस के कुशासन में वीर धरा राजस्थान में कैमरे के सामने यह सब हुआ।

उन्होंने कहा राजस्थान तो बचाना ही है, मध्य प्रदेश को भी किसी हालत में बर्बादी की ओर नहीं जाने देना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड हमेशा खराब रहा है। कांग्रेस की बातों और वादों पर देश का भरोसा नहीं रहा। 60 साल तक पंचायत से पार्लियामेंट तक उन्हीं की सरकार रही, लेकिन इस दौरान आदिवासियों का विकास या उनका मान सम्मान नहीं दिया गया।

उन्होंने कहा जब केंद्र में भाजपा सरकार बनी तब उन्हें सम्मान मिलना शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि आदिवासी मेरे प्रधानमंत्री बनने के पहले भी थे, आजादी के पहले भी थे और भगवान रामचंद्र के समय भी थे। लेकिन आप कल्पना कीजिए कि कांग्रेस राज में उनके लिए कोई भी मंत्रालय नहीं था, कोई व्यवस्था नहीं थी।

अटल बिहारी वाजपेई के प्रधानमंत्री बनने के बाद आदिवासियों के लिए मंत्रालय बना और बजट घोषित हुआ। उन्होंने कहा कि 2013 के पूर्व रिमोट से सरकार चल रही थी। तब आदिवासी मंत्रालय का बजट बहुत कम था, लेकिन आज सवा लाख करोड़ रुपए का बजट है। क्या ऐसी कांग्रेस सरकार को हम माफ कर सकते हैं?

उन्होंने एकलव्य मॉडल स्कूलों की संख्या 5 गुना बढ़ाये जाने, आदिवासी छात्रों की स्कॉलरशिप में वृद्धि करने, डबल इंजन सरकार से मध्य प्रदेश के आदिवासियों को डबल लाभ मिलने, देशभर में आदिवासी परिवारों को 8 लाख से अधिक पट्टे मिलने की बात भी की। उन्होंने विश्वकर्मा योजना, मिशन इंद्रधनुष, पीएम मातृ वंदना योजना, शिवराज सरकार की लाडली बहना और लाडली लक्ष्मी योजना और सिकल सेल बीमारी के लिए सरकार के प्रयास की चर्चा भी की।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन काल में भूख से मौतों का आंकड़ा सबसे अधिक था। कोरोना की विभीषिका में तय किया गया कि गरीब का चूल्हा नहीं बुझेगा। कोई बच्चा भूखा नहीं रहेगा और किसी भी मां के आंख से आंसू नहीं बहने दिए जाएंगे। इसके लिए मुफ्त राशन की सुविधा आरंभ की गई थी। जो 30 दिसंबर को समाप्त हो रही है। लेकिन यह तय किया गया है कि गरीब की सेवा करने और उसे भोजन प्रदान करने से पुण्य मिलता है। उन्होंने कहा आपने मोदी और भाजपा को वोट दिया इसलिए, आपको गरीबों की सेवा करने का पुण्य मिल रहा है। यह पुण्य आगे भी मिलता रहे, इसलिए यह योजना 5 साल के लिए बढ़ाई जा रही है।

उन्होंने कहा कांग्रेस केवल 8 वनोपज पर समर्थन मूल्य देती थी। हम आज 90 से अधिक वनोपज पर एमएसपी दे रहे हैं। मध्य प्रदेश की हजारों बहने स्व सहायता समूह की मदद से अपनी आमदनी बढ़ा रही है। बड़वानी की मिर्च को सही दाम और सही सम्मान मिल रहा है, श्री अन्न को बढ़ावा देने के अलावा ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ योजना चलाई जा रही है। आजादी के पूर्व बड़वानी को निमाड़ का पेरिस कहा जाता था। हम इसे आगे बढ़ाने का काम करेंगे। जबकि कांग्रेस केवल रोड़े अटकाने का काम करेगी। उन्होंने जनता से अपील की कि मेरे और आपके बीच में कांग्रेस को मत आने देना। उन्होंने कहा कि भाजपा की नारी शक्ति के बूथ तक पहुंचने पर राजनीतिक पार्टियों की नींद उड़ गई है।

इसके पूर्व उन्होंने मध्य प्रदेश भाजपा को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने जो संकल्प पत्र जारी किया है वह प्रदेश को नई ऊंचाई पर ले जाने वाला और आत्मनिर्भर बनाने वाला है। उन्होंने कहा कि संकल्प पत्र युवाओं महिलाओं को और सशक्त बनाने और आदिवासियों पिछड़ों दलितों को नया संबल देने वाला है। यह मध्य प्रदेश के परिवार जनों को मजबूत जिंदगी देने वाला है। उन्होंने कहा कि भाजपा का ट्रैक रिकॉर्ड है कि वह जो कहती है वह करके दिखा देती है। उन्होंने कहा कि लिख लीजिए आपसे किये हर वादे पूरे होंगे, यह मोदी की गारंटी है।

उन्होंने कहा कि जिस आदिवासी समाज को कांग्रेस ने हमेशा नजरअंदाज किया, परवाह नहीं की, उस समाज का गौरव बढ़ाने और सामाजिक न्याय दिलाने का काम बीजेपी ने किया है। उन्होंने कहा कि 15 नवम्बर को झारखंड के बिरसा मुंडा के गांव जाकर पूरे देश के आदिवासी समाज के लिए बड़ी योजना की शुरुआत होने वाली है।

उन्होंने कहा कि यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस के बीच नहीं है, बल्कि यह चुनाव मध्यप्रदेश के उज्जवल भविष्य को तय करने वाले चुनाव है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता मध्य प्रदेश को अंधेरे कुएं में धकेलना के जिम्मेदार हैं, वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश को अंधकार से बाहर निकलने का काम किया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी खाली तिजोरी भरने के लिए मध्य प्रदेश में अपना कब्जा जमाना चाहती है। उन्होंने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में देखिए कि किस तरह कांग्रेस की काली कमाई से कमाए गए नोटों के ढेर हर दिन निकल रहे हैं। क्या यह मेहनत या ईमान की कमाई है? इसे गद्दे के नीचे क्यों छुपाना पड़ता है भाई ?

उन्होंने जनता से पूछा कि यह चोरी का माल है कि नहीं? यह मोदी उसको पकड़ता है तो सही करता है या गलत करता है? पकड़ना चाहिए कि नहीं? यही वजह है कि आप जितना प्यार करते हैं वह उतनी गालियां देते हैं। लेकिन वह कितनी भी गालियां दे दें, आपका प्यार उनकी गलियों को चूर-चूर कर देगा।

उन्होंने कहा एक तरफ कांग्रेस का चरित्र है और दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी है जो सेवा के संकल्प को ,राष्ट्रप्रथम के मिशन को आगे बढ़ाना चाहती है। उन्होंने कहा हमारी प्राथमिकता देखिए, कितना बड़ा चुनाव चल रहा है ,अनेक जगह मुझे जाना है लेकिन मैं दिवाली मनाने कहां गया? सीमा प्रदेश के जवानों के पास । इतने बड़े चुनाव के आखिरी दिन है ,कहां जा रहा हूं ? झारखंड में बिरसा मुंडा के ग्राम में माथा टेकने ।

उन्होंने कहा कि आज आप देख रहे हैं कि भारत को विश्व पटल पर नयी बुलंदी मिली है ।आज दुनिया में भारत की जय जयकार हो रही है। उन्होंने पूछा वाह वाही मिल रही है कि नहीं …अमेरिका जर्मनी कनाडा में मिल रही है या नहीं?उन्होंने कहा कि आज आप कहीं भी जाएंगे, जय जयकार हो रही है। उन्होंने कहा ,पता है यह क्यों हो रहा है ? यह आपकी एक वोट के कारण हो रहा है, अपने वोट देकर मोदी को मजबूत बनाया, देश की सरकार बनाई । और, जब मोदी दुनिया के दिग्गजों से मिलता है न, यूं हाथ मिलाता है न, तो मोदी अकेला नहीं होता, 140 करोड़ देशवासी मेरे साथ होते हैं।

इसी तरह मध्य प्रदेश में आपका वोट मुझे और मध्य प्रदेश को मजबूत बनाएगा। उन्होंने कहा भाजपा भारत को विकसित बनाने के संकल्प के साथ निकली है और मध्य प्रदेश का विकसित होने का भविष्य इसी से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल हर स्थान पर एक ही नारा गूंज रहा है ‘कांग्रेस आई तबाही लाई’। उन्होंने कहा कि पूर्व में मध्य प्रदेश ने तो इसे भुगता है। बीते वर्षों के अनुभव कहते हैं कि जहां-जहां कांग्रेस साफ हुई है वहां खुशहाली आई है। और जहां कांग्रेस आई है वहां समृद्ध राज्य भी संकट में घिर गए हैं।

भाजपा का संकल्प पत्र जारी, गरीब लड़कियों को पीजी तक मुफ्त शिक्षा, आदिवासी बहुल जिलों में मेडिकल कालेज खोलने का वादा

संकल्प पत्र जारी करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा जनता से किए अपने वादों को कभी नहीं भूलती। दूसरे दल वादे करके भूल जाते हैं।

मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होने जा रहा है। इससे 06 दिन पहले शनिवार को आखिरकार भारतीय जनता पार्टी का संकल्प पत्र जारी किया। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह संकल्प पत्र जारी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल समेत नेता उपस्थित हैं।

संकल्प पत्र में किए ये अहम वादे

इस संकल्प पत्र की थीम ‘मोदी की गारंटी भाजपा का भरोसा’ रखी गई। अपने इस संकल्प पत्र के जरिए भाजपा ने जनता से कई वादे किए। संकल्प पत्र में जनता से ये अहम वादे किए गए।

– गेहूं और धान की एमएसपी पर बोनस की व्यवस्था होगी

– किसानों से 2700 रुपये क्विंटल की दर से गेहूं और 3100 रुपये क्विंटल पर धान की खरीदी करेंगे।

– प्रत्येक परिवार में कम से कम एक रोजगार अथवा स्वरोजगार का अवसर दिया जाएगा।

– 15 लाख ग्रामीण महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण द्वारा लखपति बनाएंगे।

– लाड़ली लक्ष्मियों को जन्म से 21 वर्ष तक कुल 02 लाख रुपये देंगे।

– गरीब परिवार की छात्राओं को केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा देंगे।

– उज्ज्वला और लाड़ली बहनों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर देंगे।

– जनजातीय समुदाय के सशक्तीकरण के लिए 03 लाख करोड़ रुपये का प्रविधान।

– तेंदूपत्ता संग्रहण दर 4000 रुपये प्रति बोरा करेंगे।

– एसटी ब्लाक में एकलव्य विद्यालय और आदिवासी बहुल मंडला, खरगोन, घार, बालाघाट एवं सीधी में मेडिकल कॉलेजों का होगा निर्माण।

– गरीब परिवार के छात्रों को 12वीं तक मुफ्त शिक्षा।

– सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील के साथ मिलेगा पौष्टिक नाश्ता।

– आइआइटी और एम्स की तर्ज पर एमपीआइआइटी और एमपी इंस्टिट्यूट आफ साइंस खोलेंगे।

– 13 सांस्कृतिक लोकों का होगा भव्य निर्माण।

– छह नए एक्सप्रेस वे बनाएंगे – विंध्य एक्सप्रेस वे, नर्मदा, अटल प्रगति, मालवा निमाड़, बुंदेलखंड एवं मध्य भारत विकास पथ।

– रीवा, सिंगरौली और शहडोल में बनेंगे हवाई अड्डे। 80 रेलवे स्टेशनों का होगा विश्वस्तरीय आधुनिकीकरण।

20000 करोड़ रुपये के निवेश से स्वास्थ्य व्यवस्था बनेगी हाइटेक। अस्पतालों और आइसीयू में बिस्तरों की संख्या दोगुनी होगी।

भाजपा की नीति में तीन फार्मूले पर होता काम

संकल्प पत्र जारी करने से पहले जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा जनता से किए अपने वादों को कभी नहीं भूलती। दूसरे दल वादे करके भूल जाते हैं। भाजपा की पालिसी में तीन फार्मूले पर काम होता है- इंटरफार्म, रिफार्म और ट्रांसफार्म। भाजपा ने विजन डाक्युमेंट को रोड मैप बनाया।

जेपी नड्डा दोपहर करीब 12 बजे भोपाल पहुंचे। संकल्प पत्र जारी करने से पहले उन्होंने पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की।

हम जो कहते हैं, वो करते हैं – शिवराज

शनिवार को पार्टी का संकल्प पत्र जारी होने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने जो कहा, सो किया। समाचार एजेंसी एएनआइ के साथ बातचीत में शिवराज बोले कि आज भारतीय जनता पार्टी का संकल्प पत्र जारी हो रहा है। एक समृद्ध, विकसित और जनता के कल्याण का रोड मैप होता है संकल्प पत्र। अभी इस कार्यकाल में हमने संकल्प पत्र के अतिरिक्त ‘लाड़ली बहना’ और ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ जैसी योजनाएं बनाई हैं। आज जो संकल्प पत्र आएगा, वह मध्यप्रदेश को प्रगति और विकास के पथ पर बहुत आगे ले जाने वाला है। हम ‘जो कहते हैं, वो करते हैं।

अखंड प्रताप सिंह भाजपा में शामिल

प्रदेश के पूर्व मंत्री अखंड प्रताप सिंह “आप” को छोड़कर पुन: भाजपा में शामिल हो गए। शनिवार को वह राजधानी में भाजपा के प्रदेश कार्यालय पहुंचे, जहां पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व फग्गन सिंह कुलस्ते भी उपस्थित थे।

आज छिंदवाड़ा आएंगे सीएम शिवराज, चार विधानसभा क्षेत्रों में करेंगे 5 सभाएं

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो दिनों के लिए छिंदवाड़ा दौरे पर आ रहे हैं। सिवनी में भी मुख्यमंत्री करेंगे दो आम सभाएं, भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ जहां पिछले 5 दिनों से छिंदवाड़ा में जगह-जगह सभा कर रहे हैं, वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो दिनों के लिए छिंदवाड़ा दौरे पर आ रहे हैं। ऐसे में भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है। इस दौरे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान छिंदवाड़ा में ही रात गुजारेंगे।

जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में 5 सभाएं करेंगे

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 11 नवंबर को जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में 5 सभाएं करेंगे। सभाओं के बाद वे यहां रात भी गुजारेंगे। भाजपा जिला अध्यक्ष प्रियवर सिंह ठाकुर ने बताया कि ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को दोपहर 1 बजे पांढुर्ना के पाठई, 1.55 बजे सौंसर विधानसभा के मोहखेड़, शाम 4.55 बजे ग्राम मेघासिवनी, शाम 6.30 बजे परासिया विधानसभा के ग्राम मोरडोंगरी में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। वे रात पौने 8 बजे छिंदवाड़ा विधानसभा के ग्राम भाजीपनी में सभा करेंगे। छिंदवाड़ा में स्थानीय कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर रात्रि विश्राम करेंगे।

जेपी नड्‌डा भोपाल पहुंचे:थोड़ी देर में MP चुनाव के लिए पार्टी का संकल्प पत्र जारी करेंगे

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी आज अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। बीजेपी की घोषणा पत्र में कई अहम घोषणाएं हो सकती हैं। सत्ता में

भोपाल। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होने जा रहा है। इससे 06 दिन पहले शनिवार को यानी आज भारतीय जनता पार्टी अपना संकल्प पत्र जारी करने जा रही है। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में  भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा  यह संकल्प पत्र कुछ देर में जारी करेंगे। माना जा रहा है कि कांग्रेस के वचन पत्र के जवाब में भाजपा अपने इस संकल्प पत्र में किसानों, युवाओं और महिलाओं के साथ-साथ विभिन्न वर्गों के लिए कई लुभावनी घोषणाएं कर सकती है।जेपी नड्डा दोपहर करीब 12 बजे भोपाल पहुंचे। संकल्प पत्र जारी करने से पहले वह पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं।

शनिवार को पार्टी का संकल्प पत्र जारी होने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने जो कहा, सो किया। समाचार एजेंसी एएनआइ के साथ बातचीत में शिवराज बोले कि आज भारतीय जनता पार्टी का संकल्प पत्र जारी हो रहा है। एक समृद्ध, विकसित और जनता के कल्याण का रोड मैप होता है संकल्प पत्र। अभी इस कार्यकाल में हमने संकल्प पत्र के अतिरिक्त ‘लाड़ली बहना’ और ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ जैसी योजनाएं बनाई हैं। आज जो संकल्प पत्र आएगा, वह मध्यप्रदेश को प्रगति और विकास के पथ पर बहुत आगे ले जाने वाला है। हम ‘जो कहते हैं, वो करते हैं।’

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी थोड़ी देर में अपना घोषणापत्र जारी करेगी। घोषणापत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जारी करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, एमपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई नेता मौजूद रहेंगे। विपक्षी दल कांग्रेस ने 17 अक्टूबर को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया था। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कई वादे किए थे।

मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी। बीजेपी चुनाव के 6 दिन पहले अपने घोषणा पत्र जारी कर रही है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी कई बड़ी घोषणाएं करेगी। बता दें कि 2018 में बीजेपी को एमपी में हार का सामना करना पड़ा था हालांकि 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के कारण राज्य में फिर से बीजेपी की सरकार बन गई थी।