Friday, October 17, 2025
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ISRO के सौर मिशन को मिली बड़ी सफलता, आदित्य एल-1 ने भेजी सूरज की रंग-बिरंगी तस्वीरें

आदित्य एल-1 ने अपने टेलीस्कोप से सूरज की रंग बिरंगी तस्वीरें कैद की है। इन तस्वीरों को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने जारी किया है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सौर मिशन को एक बड़ी कामयाबी मिली है। इसरो के अंतरिक्ष यान आदित्य एल-1 पर लगे ‘सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप’ (एसयूआईटी) सूरज की रंग बिरंगी तस्वीरें भेजी हैं। इस टेलीस्कोप ने 6 दिसंबर को सूरज की ये तस्वीरें लीं।

पहली बार ली फुल डिस्क तस्वीरें 

इसरो की ओर से यह बताया गया कि सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप ने सूरज की पहली बार फुल डिस्क तस्वीरें ली हैं। ये तस्वीरें 200 से 400 नैनोमीटर वेवलेंथ की हैं। इसमें सूरज 11 अलग-अलग रंगों में नजर आ रहा है। इसरो ने ये तस्वीरें जारी कर दी है।

एसयूआईटी पेलोड को 20 नवंबर 2023 को ऑन किया गया

बता दें कि आदित्य एल-1 के एसयूआईटी पेलोड को 20 नवंबर 2023 को ऑन किया गया था। इस टेलीस्कोप ने सूर्य की सतह फोटोस्फेयर और क्रोमोस्फेयर की तस्वीरें ली हैं। क्रोमोस्फेयर सूरज की सतह और बाहरी वायुमंडल कोरोना के बीच मौजूद पतली परत को कहते हैं। यह परत सूरज की सतह से 2 हजार किमी ऊपर होती है। इन तस्वीरों की मदद से वैज्ञानिक सूरज का सही तरीके से अध्ययन कर पाएंगे।

एल1 बिंदु में प्रवेश करने की प्रक्रिया सात जनवरी, 2024 को होगी पूरी

बता दें कि इसरो का ‘आदित्य एल1’ अंतरिक्ष यान अपने अंतिम चरण के करीब है और एल1 बिंदु में प्रवेश करने की प्रक्रिया सात जनवरी, 2024 तक पूरी होने की उम्मीद है। अंतरिक्ष यान के एल1 बिंदु में प्रवेश की अंतिम तैयारियां लगातार आगे बढ़ रही हैं। ‘आदित्य एल1’ का दो सितंबर को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया था। इसरो के अनुसार, ‘आदित्य-एल1’ सूर्य का अध्ययन करने वाली पहली अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला है।

लगभग 15 लाख किलोमीटर की यात्रा 

अंतरिक्ष यान 125 दिन में पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर की यात्रा करने के बाद लैग्रेंजियन बिंदु ‘एल1’ के आसपास एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित होगा। ‘एल1’ बिंदु को सूर्य के सबसे निकट माना जाता है। ‘आदित्य एल1’ सूर्य के रहस्य जानने के लिए विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक अध्ययन करने के साथ ही विश्लेषण के लिए इसकी तस्वीरें भी धरती पर भेजेगा।

Indian Air Force: अब रणभूमि में कई टन वजनी जरूरत के सामानों को भी गिरा सकेगी वायु सेना टेस्ट हुआ सफल

Air Force प्लेटफॉर्म पर एयरड्रॉप का परीक्षण तीन चरणों में किया गया। एक अधिकारी ने प्रक्रिया समझाते हुए कहा कि पहले चरण में विमान के बाहर लोड का निरीक्षण करना शामिल था। दूसरे चरण में सी17 विमान में प्लेटफॉर्म की लोडिंग जांच शामिल थी और तीसरे चरण में एक चयनित ड्रॉप जोन पर पूरे सिस्टम को एयरड्रॉप करना शामिल था।

 भारतीय वायु सेना के सी-17 परिवहन विमान ने गुरुवार को आगरा के एक सैन्य क्षेत्र में एक स्वदेशी रूप से विकसित भारी प्लेटफॉर्म को उतारा। ये प्लेटफॉर्म 16 टन का भार ले जाने में सक्षम हैं। एयर फोर्स से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि यह पहली बार है कि 24 फीट लम्बाई वाले प्लेटफॉर्म को भारतीय वायुसेना के विमान से गिराया गया।

भारतीय वायु सेना सी-17 ने पहली बार एडीआरडीई द्वारा विकसित टाइप वी प्लेटफॉर्म (24 फीट) को एयरड्रॉप किया। यह सफल परिणाम आईएएफ, भारतीय सेना और एडीआरडीई की समर्पित टीमों की मेहनत का परिणाम है। इंडियन एयर फोर्स की पश्चिमी कमान ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- ‘स्वदेशी इनोवेशन की ताकत’

अधिकारियों ने कहा कि प्लेटफॉर्म पर एयरड्रॉप का परीक्षण तीन चरणों में किया गया। एक अधिकारी ने प्रक्रिया समझाते हुए कहा कि, पहले चरण में विमान के बाहर लोड का निरीक्षण करना शामिल था। दूसरे चरण में सी17 विमान में प्लेटफॉर्म की लोडिंग जांच शामिल थी और तीसरे चरण में एक चयनित ड्रॉप जोन पर पूरे सिस्टम को एयरड्रॉप करना शामिल था।

उन्होंने बताया कि, सभी चरण सफलतापूर्वक पूरे किए गए। कार्गो को योजना के अनुसार छोड़ा गया और इच्छानुसार सुरक्षित रूप से उतारा गया।

रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने की पीएम मोदी की तारीफ, बोले ‘राष्ट्रहित में फैसले लेने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता’

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि भारत या भारत के लोगों के हितों के खिलाफ कार्रवाई या राष्ट्रहित में ​फैसले के लिए मोदी को डराने, धमकाने या मजबूर कर सकने की मैं कल्पना भी नहीं कर सकता। वैसे मैं ये जानता हूं कि उन पर ऐसा दबाव है। हालांकि हम कभी इस बारे में बात नहीं करते हैं।

राष्ट्रपति पुतिन ने भारत और रिश्तों के संदर्भ में कहा कि ‘मैं बाहर से सिर्फ यह देखता हूं कि क्या हो रहा है। मैं सच कहूं तो भारतीय लोगों के राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा पर मोदी के सख्त रुख से कभी कभी आश्चर्यचकित भी होता हूं। ‘रशिया कॉलिंग फोरम’ कार्यक्रम में पुतिन ने ऐसे कई सवालों के जवाब दिए और अपनी बात रखी।   पुतिन ने कहा कि रूस व भारत के रिश्ते सभी दिशाओं में विकसित हो रहे हैं। खास बात यह है कि इसकी मुख्य गारंटी पीएम मोदी की नीति ही है। पीएम मोदी भारत के हित में लगातार फैसले ले रहे हैं।

पहले भी पुतिन ने की थी तारीफ

इससे पहले पुतिन ने पीएम मोदी और मेड इन इंडियाके प्रति उनके आग्रह की जमकर तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि ‘नरेंद्र मोदी एक बहुत बुद्धिमान व्यक्ति हैं। उनके नेतृत्व में भारत विकास के मामले में काफी प्रगति कर रहा है। उनके इस एजेंडे पर काम करना भारत और रूस दोनों के हित से पूरी तरह मेल खाता है।’

पांचवी बार राष्ट्रप​ति बन सकते हैं पुतिन

बता दें कि रूस में मार्च के महीने में राष्ट्रपति चुनाव होना है इसके लिए तारीख का ऐलान हो गया है। अब रूस में 17 मार्च 2024 को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होगा। माना जा रहा है कि पुतिन पांचवी बार इस पद के लिए चुनाव लड़ेंगे। वैसे पुतिन के सामने विपक्ष बेहद कमजोर है। हालांकि फिर भी उन्हें रूस और यूक्रेन जंग के मद्देनजर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

Indian Air Force: अब रणभूमि में कई टन वजनी जरूरत के सामानों को भी गिरा सकेगी वायु सेना टेस्ट हुआ सफल

Air Force प्लेटफॉर्म पर एयरड्रॉप का परीक्षण तीन चरणों में किया गया। एक अधिकारी ने प्रक्रिया समझाते हुए कहा कि पहले चरण में विमान के बाहर लोड का निरीक्षण करना शामिल था। दूसरे चरण में सी17 विमान में प्लेटफॉर्म की लोडिंग जांच शामिल थी और तीसरे चरण में एक चयनित ड्रॉप जोन पर पूरे सिस्टम को एयरड्रॉप करना शामिल था।

 भारतीय वायु सेना के सी-17 परिवहन विमान ने गुरुवार को आगरा के एक सैन्य क्षेत्र में एक स्वदेशी रूप से विकसित भारी प्लेटफॉर्म को उतारा। ये प्लेटफॉर्म 16 टन का भार ले जाने में सक्षम हैं। एयर फोर्स से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि यह पहली बार है कि 24 फीट लम्बाई वाले प्लेटफॉर्म को भारतीय वायुसेना के विमान से गिराया गया।

भारतीय वायु सेना सी-17 ने पहली बार एडीआरडीई द्वारा विकसित टाइप वी प्लेटफॉर्म (24 फीट) को एयरड्रॉप किया। यह सफल परिणाम आईएएफ, भारतीय सेना और एडीआरडीई की समर्पित टीमों की मेहनत का परिणाम है। इंडियन एयर फोर्स की पश्चिमी कमान ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- ‘स्वदेशी इनोवेशन की ताकत’

अधिकारियों ने कहा कि प्लेटफॉर्म पर एयरड्रॉप का परीक्षण तीन चरणों में किया गया। एक अधिकारी ने प्रक्रिया समझाते हुए कहा कि, पहले चरण में विमान के बाहर लोड का निरीक्षण करना शामिल था। दूसरे चरण में सी17 विमान में प्लेटफॉर्म की लोडिंग जांच शामिल थी और तीसरे चरण में एक चयनित ड्रॉप जोन पर पूरे सिस्टम को एयरड्रॉप करना शामिल था।

उन्होंने बताया कि, सभी चरण सफलतापूर्वक पूरे किए गए। कार्गो को योजना के अनुसार छोड़ा गया और इच्छानुसार सुरक्षित रूप से उतारा गया।

 

ओटीटी पर रिलीज हुई दीया मिर्जा की फिल्म ‘धक धक’

13 अक्टूबर 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई दीया मिर्जा फातिमा सना शेख रत्ना पाठक शाह और संजना सांघी की फिल्म धक धक अब ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी आ गई है। ऐसे में अगर आप इस वुमन ओरिएंटेड फिल्म को बड़े पर्दे पर देखने से चूक गए हैं तो अब इसे ऑनलाइन ओटीटी प्लेटफॉर्म पर जाकर देख सकते हैं।

कब और कहां रिलीज होगी ‘धक धक’

धक धक 13 अक्टूबर, 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। अब, इसके रिलीज के लगभग दो महीने बाद, फिल्म को ओटीटी पर रिलीज कर दिया गया है। दीया मिर्जा स्टारर इस फिल्म को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम कर दिया गया है। डिजिटल स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ने फिल्म का एक पोस्टर शेयर करते हुए इसकी घोषणा की और लिखा, ‘रोमांच के लाइसेंस के साथ, 4 महिलाएं अज्ञात में जाने का साहस करती हैं’।

क्या है फिल्म की कहानी

फिल्म ‘धक धक’ की कहानी चार अलग उम्र और परिवेश से आती महिलाओं के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म में शशि कुमार यादव उर्फ स्काय का किरदार निभा रही फातिमा सना शेख एक ट्रैवल ब्लॉगर है। उसे ऐसा वीडियो बनाना है, जिससे उसका करियर संभल सके। फिर उसे पता चलता है कि उम्रदराज महिला मनजीत कौर सेठी यानी रत्ना पाठक शाह बाइक चलाती है।

इसके बाद इनकी मुलाकात उज्मा यानी दीया मिर्जा से होती है, जो अपने पापा का गैरेज संभालती थी, लेकिन शादी के बाद हाउसवाइफ बनकर रह गई है। लास्ट में इन तीनों के साथ जुड़ती हैं मंजरी यानी संजना सांघी, जिसकी शादी उसकी मां की पसंद के लड़के से तय हो चुकी है। अब आगे क्या होगा ये तो आपको फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगी।

जापान को रौंद भारतीय महिलाएं बनीं चैंपियन, दूसरी बार खिताब पर जमाया कब्जा

भारतीय महिला हॉकी टीम ने रविवार को एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जापान को 4-0 के अंतर से हराकर खिताब पर कब्जा जमा लिया। रांची के मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में पूरे मैच के दौरान भारतीय टीम फार्म में रही। मैच के 17वें मिनट में संगीता ने शानदार गोल दाग कर भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई।

हॉकी टीम ने रविवार को जापान को 4-0 से हराकर दूसरा एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। भारत ने संगीता कुमारी (17वें मिनट), नेहा (46वें मिनट), लारेमसियामी (57वें) और वंदना कटारिया (60वें मिनट) के गोल की मदद से दो बार की चैंपियन को मात दी। फ्लडलाइट की समस्या के कारण मैच 50 मिनट देर से शुरू हुआ था।

रांची के मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में पूरे मैच के दौरान भारतीय टीम फॉर्म में रही। मैच के 17वें मिनट में संगीता ने शानदार गोल दाग कर भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। एक गोल से पिछड़ने के बाद जापान ने आक्रमण तेज किया और 22वें मिनट में टीम ने गोल भी दागा।

शुरुआत से ही भारत ने बनाया था दबाव

हालांकि, भारतीय कप्तान ने वीडियो रेफरल लिया, जिसमें गोल को फाउल करार दिया गया। 46वें मिनट में भारत के लिए दूसरा गोल नेहा ने पेनाल्टी कार्नर से दागा। 52वें मिनट पर जापान को गोल करने का मौका मिला। डी में जापान के खिलाड़ी को गलत तरीके से रोकने के कारण जापान को पेनाल्टी मिला, लेकिन भारत की गोलकीपर सविता पूनिया ने गोल बचा लिया।

दीप ग्रेस एक्का को मिला प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब

57वें मिनट भारत ने तीसरा गोल पेनाल्टी कार्नर से दागा। 60वें मिनट में वंदना कटारिया ने मैदानी गोल कर टीम को 4-0 से जीत दिला दी। भारत की दीप ग्रेस एक्का को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया, जबकि झारखंड की संगीता कुमारी को राइजिंग स्टार के खिताब से नवाजा गया।

उधर, एशियन गेम्स में स्वर्ण जीतने वाली चीन की महिला हॉकी टीम ने एशियन महिला हॉकी चैंपियंस ट्राफी में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। चीन की टीम ने कोरिया को कांटे की टक्कर में 2-1 से पराजित कर तीसरा स्थान प्राप्त किया।

सीएम शिवराज ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया भगवान का वरदान, कहा ‘लोकसभा चुनाव में MP की सभी 29 सीटें जीतेंगे

श्योपुर में मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी फिर से भारत के प्रभानमंत्री बनें इसके लिए मध्य प्रदेश कोई कसर नहीं छोड़ेगा, हर सीट जीतने का संकल्प

Indian Air Force: अब रणभूमि में कई टन वजनी जरूरत के सामानों को भी गिरा सकेगी वायु सेना टेस्ट हुआ सफल

Air Force प्लेटफॉर्म पर एयरड्रॉप का परीक्षण तीन चरणों में किया गया। एक अधिकारी ने प्रक्रिया समझाते हुए कहा कि पहले चरण में विमान के बाहर लोड का निरीक्षण करना शामिल था। दूसरे चरण में सी17 विमान में प्लेटफॉर्म की लोडिंग जांच शामिल थी और तीसरे चरण में एक चयनित ड्रॉप जोन पर पूरे सिस्टम को एयरड्रॉप करना शामिल था।

 भारतीय वायु सेना के सी-17 परिवहन विमान ने गुरुवार को आगरा के एक सैन्य क्षेत्र में एक स्वदेशी रूप से विकसित भारी प्लेटफॉर्म को उतारा। ये प्लेटफॉर्म 16 टन का भार ले जाने में सक्षम हैं। एयर फोर्स से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि यह पहली बार है कि 24 फीट लम्बाई वाले प्लेटफॉर्म को भारतीय वायुसेना के विमान से गिराया गया।

भारतीय वायु सेना सी-17 ने पहली बार एडीआरडीई द्वारा विकसित टाइप वी प्लेटफॉर्म (24 फीट) को एयरड्रॉप किया। यह सफल परिणाम आईएएफ, भारतीय सेना और एडीआरडीई की समर्पित टीमों की मेहनत का परिणाम है। इंडियन एयर फोर्स की पश्चिमी कमान ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- ‘स्वदेशी इनोवेशन की ताकत’

अधिकारियों ने कहा कि प्लेटफॉर्म पर एयरड्रॉप का परीक्षण तीन चरणों में किया गया। एक अधिकारी ने प्रक्रिया समझाते हुए कहा कि, पहले चरण में विमान के बाहर लोड का निरीक्षण करना शामिल था। दूसरे चरण में सी17 विमान में प्लेटफॉर्म की लोडिंग जांच शामिल थी और तीसरे चरण में एक चयनित ड्रॉप जोन पर पूरे सिस्टम को एयरड्रॉप करना शामिल था।

उन्होंने बताया कि, सभी चरण सफलतापूर्वक पूरे किए गए। कार्गो को योजना के अनुसार छोड़ा गया और इच्छानुसार सुरक्षित रूप से उतारा गया।

Tata Power का मार्केट कैपिटल 1 लाख करोड़ के पार, कंपनी ने बताया अपना फ्यूचर प्लान

Tata Power का मार्केट कैपिटल 1 लाख करोड़ से ज्यादा पहुंच गया है। गुरुवार को कारोबार खत्म होने तक कंपनी का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। टाटा पावर के शेयरों में आगे भी तेजी का अनुमान है। कंपनी ने अपने भविष्य के लक्ष्य शेयर करते हुए बताया कि वित्त वर्ष 2027 तक टाटा पावर का पूंजीगत व्यय बढ़कर 60000 करोड़ के पार पहुंच जाएगा।

टाटा पावर (Tata Power) के शेयर में इस वित्त वर्ष के दौरान लगातार तेजी देखने को मिली है। टाटा ग्रुप की इस कंपनी के शेयर की कीमत मार्च 2023 में करीब 185 रुपये थी। आज गुरुवार 7, दिसंबर का कारोबार खत्म होने तक इसके शेयर 332.15 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। टाटा पावर के शेयर में इस तेजी के चलते इसका मार्केट कैपिटल बढ़कर एक लाख करोड़ के पार हो गया है।

टाटा पावर का मार्केट कैपिटल 1 लाख करोड़ के पार

टाटा ग्रुप की यह छठी कंपनी है, जिसका मार्केट कैपिटल 1 लाख करोड़ से ज्यादा पहुंच गया है। गुरुवार को कारोबार खत्म होने तक कंपनी का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

इससे पहले टाटा ग्रुप की अन्य कंपनियां टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाइटन कंपनी, टाटा मोटर्स और टाटा स्टील का मार्केट कैपिटल 1 लाख करोड़ से ऊपर का है।

कंपनी का फ्यूचर प्लान

टाटा पावर के शेयरों में आगे भी तेजी का अनुमान है। कंपनी ने अपने भविष्य के लक्ष्य शेयर करते हुए बताया कि वित्त वर्ष 2027 तक टाटा पावर का पूंजीगत व्यय बढ़कर 60,000 करोड़ के पार पहुंच जाएगा।

कंपनी का कहना है कि वह इसका 45 प्रतिशत हिस्सा रिन्यूवेबल एनर्जी क्षेत्र में लगाएगी। कंपनी ने बताया कि वह 2.8GW की दो पंप वाली हाइड्रो स्टोरेज परियोजनाओं में लगभग 13,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस परियोजना से कंपनी उपभोक्ताओं को 24×7 रिन्यूएबल एनर्जी सप्लाई करेगी।

टाटा पावर का क्लीन एनर्जी पोर्टफोलियो फिलहाल में 5.5 गीगावॉट का है। कंपनी ने साल 2030 तक इसे बढ़ाकर 20 गीगावॉट तक ले जाने का लक्ष्य रखा है।

PM Kisan Yojana की 16वीं किस्त के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, यहां जानें स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस और शर्तें

PM Kisan Yojana की 15वीं किस्त का पैसा किसानों को मिल चुका है। अब 16 वीं किस्त के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। अगर आप अब तक इस योजना का लाभ नहीं उठा पाए हैं तो पीएम किसान के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करके आप इस योजना का बेनिफिट ले सकते हैं। यहां हम आपको स्टेप बाय स्टेप रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के बारे में जानकारी दे रहे हैं।पीएम किसान सम्मान निधी की 16वीं किस्त के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। PM Kisan Yojana की 15वीं किस्त किसानों के अकाउंट में आ चुके हैं। इस योजना के तहत किसानों को हर साल 6000 रुपये मिलते हैं।

केंद्र सरकार हर चार महीने में यह राशी तीन किस्तों में पात्र किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करती है। अब तक सरकार 15 किस्त किसानों को जारी कर चुकी है। अगर आप अब तक इस योजना का बेनिफिट नहीं ले पाए हैं तो आप 16वीं किस्त के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
पीएम किसान योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए आपको किसी सरकारी दफ्तर में चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे भी इस योजना से जुड़ सकते हैं। हालांकि इस योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगा जो इसके लिए पात्र हैं और सभी मानदंड पूरा करते हों।

इसके साथ ही किसानों को pmkisan.gov.in पोर्टल पर रजिस्टर करना भी जरूरी है। इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन घर बैठे भी किया जा सकता है। यहां हम आपको स्टेप बाय स्टेप जानकारी दे रहे हैं।

स्टेप 1 – सबसे पहले आपको पीएम किसान योजना के लिए सरकारी पोर्टल pmkisan.gov.in पर लॉगइन करना है।

स्टेप 2 – पोर्टल पर आपको ‘फार्मर्स कॉर्नर’ पर क्लिक करना है और ‘न्यू फार्मर रजिस्ट्रेशन’ के ऑप्शन को सलेक्ट करना है।

स्टेप 3 – अब आपको रूलर या अर्बन फार्मर का विकल्प चुनना होगा। अगर आप गांव से हैं तो आपको रूलर का ऑप्शन पर क्लिक करना है।

स्टेप 4 – अगले पेज पर आपको आधार नंबर और मोबाइल नंबर डालकर राज्य सलेक्ट करना है। इसके बाद आपको ‘Get OTP’ पर क्लिक करना है।

स्टेप 5 – मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को डालकर ‘प्रोसीड फॉर रजिस्ट्रेशन’ के ऑप्शन को सलेक्ट करना है।

स्टेप 6 – अगले पेज में आपको अपने बैंक अकाउंट और दूसरी पूछी गई जानकारी बतानी है। ध्यान रखें कि यह जानकारी आप अपने अपडेटेड आधार कार्ड के अनुसार ही भरें।

स्टेप 7 – सभी जरूरी डिटेल्स भरने के बाद आपको आधार ऑथेंटिकेशन बटन पर क्लिक करना है।

स्टेप 8 – अब आपके आधार रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी डालकर सब्मिट कर दें।

स्टेप 9 – अगले पेज पर आपको अपने खेत से जुड़े डिटेल्स और डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे और सेव बटन पर क्लिक करना होगा।

स्टेप 10 – सभी प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद आपको मोबाइल स्क्रीन पर एक मैसेज आएगा, जिसमें रजिस्ट्रेशन कंप्लीट होने की जानकारी मिलेगी।

पीएम किसान योजना के लिए कुछ आवश्यक शर्तें

  • इस योजना का लाभ सभी छोटे और सीमांत किसान परिवारों का मिलता है, जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की संयुक्त भूमि है।
  • इसमें ऐसे किसान परिवारों को बाहर रखा है जो राज्य या केंद्र सरकार के कर्मचारी हैं या रिटायर हो चुके हैं।
  • इसके साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और सरकारी स्वायत्त निकाय के अधिकारी-कर्मचारी भी इस योजना में शामिल नहीं हैं।
  • डॉक्टर, इंजीनियर और वकील समेत ऐसे प्रोफेशनल जिनकी मासिक पेंशन 10,000 रुपये अधिक है उन्हें भी योजना से बाहर रखा गया है।
  • इनकम टैक्स भरने वाले किसान भी इस योजना में शामिल नहीं हैं।