कृषि मंत्री ने स्वीकार किया कि किसानों के साथ धोखा हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को राहत और मुआवजा मिलना चाहिए। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए कहा कि किसानों को न्याय दिलाना उनका कर्तव्य है।केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने स्वीकार किया है कि किसानों के साथ धोखा हुआ है। उन्होंने बताया कि कई किसानों ने सोयाबीन बोया था, लेकिन बीज अंकुरित नहीं हुए। किसानों के साथ धोखा हुआ है। इसके बाद उन्होंने कहा कि किसानों को राहत और मुआवजा मिलना चाहिए और अंत में उन्होंने किसानों को न्याय दिलाने की बात कही। शिवराज ने कहा कि वह पूरे मामले की जांच कराएंगे और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रविवार (6 जुलाई) को शिवराज सिंह अपने गृह नगर विदिशा में थे। यहां उन्होंने किसानों के खेत देखे, जहां सोयाबीय बोया गया था, लेकिन सभी बीज अंकुरित नहीं हुए। इससे किसानों को नुकसान हुआ है।
शिवराज का बयान
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “कई किसानों ने सोयाबीन बोया था, लेकिन बीज अंकुरित नहीं हुए। आज किसानों ने मुझसे इस बारे में शिकायत की है। मैंने यहां बीज भी देखे हैं। कई बीज अंकुरित नहीं हुए हैं। किसानों के साथ धोखा हुआ है। हम इस मामले की जांच करेंगे। अगर हम इस मामले की जड़ तक पहुंचेंगे और अगर कोई दोषी पाया जाएगा तो दोषियों को सजा दी जाएगी। प्रभावित किसानों को राहत और मुआवजा दिया जाना चाहिए। किसानों को न्याय दिलाना हमारा कर्तव्य है।”
दोषी कंपनियों पर होगी कार्रवाई
शिवराज सिंह ने कहा कि क्षेत्र के सांसद और विधायक को साथ लेकर किसान उनके पास पहुंचे थे। किसानों ने बताया कि कई खेतों में सोयाबीन नहीं उगा है। इसके बाद शिवराज सिंह किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने कई खेतों में बोए हुए बीज भी निकालकर देखे, जिनमें अंकुरण नहीं हुआ था। मीडिया से बात करते समय ये बीज शिवराज सिंह के हाथ में थे। शिवराज ने कहा कि वह पूरे मामले की जांच कराएंगे कि ये बीज कहां से आए। किस कंपनी ने दिए या फिर किस सोसायटी से आए। इसके बाद अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके साथ शिवराज ने कहा कि सरकार किसानों को राहत और मुआवजा दिलाएगी। हालांकि, इससे पहले जांच होगी और उसके आधार पर ही मुआवजे की राशि और समय तय किया जाएगा।