बांका जिला के बनवापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव रामसागर निवासी नवीन यादव (पिता गणेश यादव) ने अपने गांव में राम मंदिर निर्माण का संकल्प लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चा छेड़ दी है। आर्थिक तंगी के बावजूद उनकी आस्था और संकल्प अडिग है। नवीन यादव का कहना है कि बचपन से ही उनके मन में भगवान श्रीराम बसे हुए हैं और वे हमेशा राम भक्ति में लीन रहे हैं। अब वे अपने जीवन में ऐसा कार्य करना चाहते हैं, जिससे न केवल उन्हें आत्मिक शांति मिले, बल्कि पूरे गांव को एक नई धार्मिक पहचान भी प्राप्त हो।
नवीन यादव बताते हैं कि उनके गांव का नाम ही रामसागर है और यदि गांव में राम मंदिर का निर्माण हो जाता है, तो यह नाम पूरी तरह सार्थक हो जाएगा। उनका मानना है कि राम मंदिर बनने से गांव में सकारात्मक माहौल बनेगा, लोगों के मन में शांति आएगी और आपसी भाईचारा मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि राम केवल भगवान नहीं, बल्कि मर्यादा, सत्य और आदर्श के प्रतीक हैं। वे चाहते हैं कि गांव के लोग भी इन्हीं मूल्यों को अपनाकर आगे बढ़ें।
हालांकि नवीन यादव यह भी स्पष्ट करते हैं कि वे आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं और अकेले इस बड़े कार्य को पूरा करना उनके लिए संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनवाने की इच्छा तो है, लेकिन अपने दम पर यह कार्य नहीं कर सकते। इसी कारण वे मीडिया के माध्यम से समाज, जनप्रतिनिधियों और सक्षम लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं।
नवीन यादव का कहना है कि उनका उद्देश्य किसी भी प्रकार का प्रचार पाना नहीं है, बल्कि सहयोग के माध्यम से एक पवित्र और जनकल्याणकारी कार्य को पूरा करना है। उन्होंने भावुक स्वर में कहा कि वे चाहते हैं कि जीते जी कोई एक ऐसा अच्छा काम कर जाएं, जिससे उनके मन को शांति मिले और गांव की पहचान मजबूत हो। यदि लोगों के सहयोग से राम मंदिर बन जाता है, तो यह उनके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।
उन्होंने यह भी बताया कि वे गांव के बुजुर्गों, युवाओं और समाज के अन्य लोगों से लगातार बातचीत कर रहे हैं, ताकि मंदिर निर्माण को एक सामूहिक प्रयास के रूप में आगे बढ़ाया जा सके। उनका सपना है कि यह मंदिर पूरे गांव की आस्था का केंद्र बने और आने वाली पीढ़ियों को धार्मिक संस्कार प्रदान करे।
नवीन यादव का पूरा परिवार भी धार्मिक प्रवृत्ति का है। उनकी पत्नी सरिता देवी काली मां की भक्त हैं और अपने पति धर्म का पूरी निष्ठा से पालन करती हैं। परिवार में बड़ा बेटा ऋषि कुमार यादव (उम्र 22 वर्ष), छोटा बेटा अमित कुमार (उम्र 18 वर्ष) और बेटी कल्याणी कुमारी हैं। इसके अलावा परिवार में कैलाश यादव की पत्नी और उनकी दो बेटियां खुशी कुमारी और नेहा कुमारी भी हैं। नवीन यादव का कहना है कि उनका पूरा परिवार भगवान में गहरी आस्था रखता है और राम भक्ति उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा है।
गांव रामसागर में नवीन यादव की इस पहल को लेकर चर्चा तेज हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समाज, जनप्रतिनिधियों और श्रद्धालुओं का सहयोग मिला, तो यह सपना जरूर साकार हो सकता है। अब देखना होगा कि मीडिया के माध्यम से उठाई गई यह आवाज कितनी दूर तक पहुंचती है और कितने लोग इस पुण्य कार्य में सहयोग के लिए आगे आते हैं।


