अहमदाबाद/नागपुर | विशेष रिपोर्ट
अहमदाबाद के भागापुरा क्षेत्र (382140) में रहने वाली एक महिला माया आकाश श्रीवास ने अपने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि उसके पति हर्षद जेठालाल परमार और उसके जीजा परेश संकरलाल सोलंकी समेत पूरा परिवार मिलकर उसे धमकाता रहा, हर्षद की दूसरी शादी तय कर दी, और बाद में उसे धोखे से अहमदाबाद बुलाकर कोर्ट में झूठ बोलकर डिवोर्स पेपर पर साइन करवा लिए।
“औपचारिकता बताकर साइन करवाए… पर वे डिवोर्स पेपर थे”
माया का आरोप है कि उसे कहा गया कि बस एक औपचारिकता पूरी करनी है। लेकिन बाद में पता चला कि जिन कागजों पर उससे साइन करवाए गए, वे डिवोर्स के दस्तावेज थे।
माया बताती है कि पूरा खेल पहले से रचा गया था—
“जिगर परमार मुझे कार में देतरोज कोर्ट ले गया। वहां कहा गया कि बस साइन कर दो। लेकिन साइन करवाने के बाद सब लोग मुझे वहीं छोड़कर भाग गए।”
जब उसने पति हर्षद को फोन किया, जवाब मिला—
“डिवोर्स हो गया। जो करना है कर ले।”
इसके बाद किसी ने फोन तक नहीं उठाया।
ससुराल पक्ष की धमकी: “आज के बाद फोन मत लगाना… हम हर्षद की दूसरी शादी कर रहे हैं”
माया का आरोप है कि उसके जीजा परेश संकरलाल सोलंकी, पत्नी सीता सोलंकी और हर्षद की छोटी बहन विना विपिन चौहान ने मिलकर उसे धमकाया।
माया के अनुसार, उनसे साफ-साफ कहा गया—
“अब हम हर्षद परमार की दूसरी शादी कर रहे हैं… आज के बाद फोन मत लगाना।”
माया कहती है कि पूरा परिवार उसे सोशल मीडिया और मोबाइल पर ब्लॉक कर चुका था। बाद में उसने दूसरे नंबर से व्हाट्सऐप देखा तो हर्षद दूसरी लड़की के साथ फोटो में था। लड़की ने शर्त रखी—
“पहले डिवोर्स लाओ, तभी शादी करूंगी।”
कोर्ट के बाद अकेले छोड़ा… तीन दिन होटल में बिना पानी-भोजन के
माया ने बताया—
“कोर्ट में साइन करवाने के बाद जिगर परमार अपने भाई के साथ चला गया। मुझे किसी को सहारा नहीं था। मैं होटल में अकेली पड़ी रही… न खाना, न पानी। हर्षद ने एक बार भी नहीं देखा कि मैं जिंदा हूँ या नहीं।”
टूट चुकी माया आखिरकार वापस नागपुर लौट आई।
तीन छोटे बच्चे… मां अकेले संघर्ष कर रही
माया तीन बच्चों की मां है—
शौरा (10), समायरा (8) और श्लोक (6)।
माया कहती है—
“मैंने बच्चों को संभालते हुए दूसरी शादी की, ताकि जिंदगी दोबारा बस सके। लेकिन यहां भी मुझे धोखा और अपमान ही मिला।”
पहला पति 2020 में जेल गया… मजबूरी में दूसरी शादी, पर वहां भी छल
माया की पहली शादी 2014 में हुई थी। तीन बच्चे हुए। लेकिन 2020 में उसका पहला पति जेल चला गया।
जीवन में स्थिरता के लिए उसने दूसरी शादी के लिए हाँ की। इसी दौरान उसकी मुलाकात गुजरात के हर्षद परमार से हुई।
माया ने साफ बता दिया था कि उसके तीन बच्चे हैं।
लेकिन हर्षद और उसका परिवार शुरू में सब कुछ मान गए।
2023 में परिवार के घर पर रस्में हुईं और 2024 में मेहसाणा कोर्ट में शादी की औपचारिकता पूरी करवाई गई।
शादी के बाद बढ़े ताने–उत्पीड़न—“तुझे पैसे देकर खरीदा है”
माया का आरोप है कि शादी के कुछ ही दिनों बाद ससुराल में मारपीट, झगड़े और मानसिक प्रताड़ना शुरू हो गई।
सास ताने देती—
“तुझे पैसे देकर खरीदा है।”
हर्षद का व्यवहार भी बदल गया—
“तेरी वजह से मेरी दूसरी शादी रुक गई… तू नहीं आई तो मैं दूसरी शादी कर लूंगा।”
इसी दौरान ससुरालवालों ने कुछ ही दिनों में दूसरी लड़की से रिश्ता तय कर दिया।
ब्लॉक करने के बाद माया को कोई संपर्क तक नहीं करने दिया।
“क्या दूसरी शादी करना गुनाह है? मुझे इंसाफ चाहिए”
अपनी पूरी पीड़ा बताते हुए माया कहती है—
“पहला पति जेल गया, मैंने जिंदगी दोबारा बसाने की कोशिश की। लेकिन यहां भी झूठ, धोखा और अपमान मिला। क्या दूसरी शादी करना गुनाह है? मुझे न्याय चाहिए।”
माया अब कानूनी मदद की तलाश में है और पूरे मामले की जांच की मांग कर रही है।


