जिला खरगोन के महेश्वर तहसील अंतर्गत ग्राम पिटामली निवासी भगवान कोचले ने कलेक्टर महोदया को आवेदन सौंपकर अपनी साहित्यिक व सामाजिक गतिविधियों की जानकारी दी है। भगवान कोचले ने बताया कि वे एक प्रतिभाशाली साहित्यकार और कलाकार हैं, जो कविताएँ, देशभक्ति गीत और भक्ति रचनाएँ लिखते हैं। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद वे अपने गांव, जिले और देश का नाम रोशन करने का संकल्प रखते हैं।
भगवान कोचले ने बताया कि वे नर्मदा परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं की सेवा भी करते हैं और समाज में स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, भाईचारे और राष्ट्रभक्ति का संदेश अपनी कविताओं और गीतों के माध्यम से फैलाते हैं।
उनकी कुछ प्रमुख रचनाओं में “जय जय जय भारत माँ”, “किस्मत देखो किसान की”, “मिट्टी दाना उगा रही है”, “शिव शंकर है भोला भंडारी”, “धरती के समान मेरे गुरु है भगवान”, “साफ सफाई और स्वच्छता” जैसी कविताएँ और भक्ति गीत शामिल हैं।
भगवान कोचले ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि उनके साहित्यिक कार्यों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित करने में सहयोग दिया जाए, ताकि वे अपने गांव और प्रदेश का नाम उज्ज्वल कर सकें। वर्तमान में वे खेती और मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं।
भगवान कोचले जैसे प्रतिभाशाली और समर्पित साहित्यकार हमारे समाज की अमूल्य धरोहर हैं। इनकी रचनाएँ न केवल राष्ट्रभक्ति और सामाजिक एकता का संदेश देती हैं, बल्कि आमजन में जागरूकता और प्रेरणा भी फैलाती हैं। इसलिए मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और देश के महामहिम राष्ट्रपति से विनम्र अपील है कि ऐसे ग्रामीण प्रतिभाओं को पहचान दी जाए, इन्हें राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाए और अपने हुनर को आगे बढ़ाने के लिए अवसर प्रदान किए जाएं। इस प्रकार के कलाकारों को प्रोत्साहन मिलने से देश के कोने-कोने में छिपी कला और संस्कृति को नया जीवन मिलेगा तथा राष्ट्र गौरवान्वित होगा।


