Wednesday, October 15, 2025
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जमीन विवाद में मारपीट का गंभीर आरोप — शिकायतकर्ता का कहना: “कान का पर्दा फट गया, जान को खतरा है”

बहराइच/गोरखनाथ, 15 अक्तूबर 2025 — ग्राम प्रतापपुर जंगलमटेरा के निवासी नवीन पुत्र राजकुमार ने परिवार की साझा जमीन के बंटवारे को लेकर हुए विवाद में आरोपियों द्वारा दिनांक 14 सितंबर 2025 को उसे और उसकी पत्नी पर एकराय होकर हमला करने का गंभीर आरोप लगाया है। शिकायत के अनुसार हमला लाठी-डंडा, लात-घूंसे से किया गया, जिसमें शिकायतकर्ता को कान का पर्दा फटने और सीने में तेज दर्द की शिकायत है।

शिकायतकर्ता नवीन ने बताया कि विवाद के दौरान शामिल लोगों में मिथिलेश पुत्र राजकुमार, अवधेश पुत्र राजकुमार, ओमप्रकाश पुत्र फकीरा तथा मनीष कुमार के नाम सामने आते हैं। नवीन का दावा है कि आरोपियों ने उसे चौराहे पर पीटा जबकि उसकी पत्नी को घर में घुसकर मारपीट की गई। पुलिस को उसी दिन मुकामी थाने में प्रार्थना पत्र दिया गया, परंतु शिकायतकर्ता का कहना है कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई या मेडिकल जांच कराकर घायल की जांच तक नहीं कराई — जिससे आरोपियों का हौसला और बढ़ गया।

नवीन ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपियों द्वारा पिछले आठ साल से उसकी जमीन से मिट्टी-बालू निकाली जा रही है — करीब 10,000 ट्राली बालू और 5,000 ट्राली मिट्टी हटाई जा चुकी है। उनके पास चार ट्रैक्टर, एक मिट्टी खोदने वाली मशीन और एक बलोरो होने का भी दावा किया गया है। साथ ही नवीन ने आरोप लगाया कि उनके स्व. पिता द्वारा लगाए गए 700 यूक्लिप्टस के पेड़ों को काटकर बेचा गया और प्रधानमंत्री आवास योजना से मिलने वाली राशि का भी अनाधिकार उपयोग किया गया। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि कुछ परिजन ने उनके पिता की जमा रकम 7 लाख रुपये हड़प ली।

गंभीरता यह है कि नवीन ने आरोप लगाया कि मिथिलेश पर दस वर्ष पूर्व हरियाणा में हत्या का मामला लंबित है, और अब वही उसके प्रति भय दिखाते हुए उसकी हत्या की धमकी दे रहा है। ये सभी बातें शिकायतकर्ता की ओर से बताई गई हैं — जिन्हें जांच का विषय होना चाहिए।

नवीन ने इस मामले की लिखित शिकायतें विभिन्न तिथियों पर दी हैं — 17 सितंबर 2025 को संबंधित अधिकारियों के समक्ष प्रार्थना पत्र दिया गया तथा बाद में 12 अक्टूबर 2025 को मुख्यमंत्री कार्यालय, उ.प्र. (लखनऊ) व गोरखनाथ कैंप कार्यालय में भी लिखित शिकायत भेजी गई — परन्तु अभी तक कोई स्पष्ट कार्रवाई न होने का जताया गया है।

पहला दर्जे का मेडिकल प्रमाण और पुख्ता शिकायत न होने के कारण प्रशासनिक और पुलिस कदम आवश्यक हैं — शिकायतकर्ता ने तत्काल मानवीय और कानूनी संरक्षण की माँग की है तथा आरोपियों के खिलाफ त्वरित प्राथमिकी, मेडिकल जांच व जमीन पर क़ानूनी रोक (सीज़/मौके पर जाँच) की अपील की है।

हमने मामले पर स्थानीय पुलिस प्रशासन और आरोपियों से जवाब मांगने का प्रयास किया परन्तु अभी तक उनसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। (प्रतिक्रिया मिलते ही अपडेट दिया जाएगा।)

शिकायतकर्ता की मांग —
“मुझे मेरा हक़ दे दिया जाए और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके हमारी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।” — नवीन पुत्र राजकुमार ने मीडिया से कहा।

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