श्रीमान् महोदय जी, मुख्य मंत्री मध्यप्रदेश
कोन्डिफ कफ सिरफ पीने से 22 बच्चों की मृत्यु हो गई माननीय महोदय, जी आपने कड़ा एक्शन लिया गोविन्दन रंगा नाथन फार्मा स्युरिकल्स कंपनी के डायरेक्टर को चेन्नई से गिरफ्तार किया उस व्यक्ति के ऊपर 20000 का ईनाम घोषित किया गया और डॉक्टर प्रवीण सोनी को भी गिरफ्तार किया गया जिनकी क्लीनिक और मेडिकल स्टोर का संचालक रहा। माननीय महोदय जी मध्यप्रदेश में डॉक्टर के लापरवाही के कारण बच्चों की मृत्यु हो गई माननीय महोदय जी आपने खुद संज्ञान लिया इसलिये दोषियों के उपर बहुत जल्द कार्यवाही हुई माननीय महोदय जी मध्यप्रदेश में डॉक्टरों के उपर इतना जल्दी एक्शन नहीं लिया जाता है। ऐसे एक घटना घटी शहडोल मध्यप्रदेश श्रीराम हेल्थ केयर सेन्टर हास्पिटल में जुलाई 2020 में डायलिसिस के कारण कई महिलाओं की मृत्यु हुई उसकी शिकायत जिला अध्यक्ष शहडोल में की। कोई कार्यवाही नहीं हुई स्वास्थ्य मंत्रालय राष्ट्रीय मेडिकल आयोग नई दिल्ली, सी आई डी आफिस भोपाल सब जगह शिकायतें हुई कोई कार्यवाही नहीं हो रही थी। फिर उसी हास्पिटल में एक साल के बाद 2021 नवम्बर में मनीषा की डिलेवरी के कारण मृत्यु हो गई उनके परिजन लोग और उनका पति पुलिस प्रशासन के पास श्रीराम हास्पिटल और रोहित दुबे, और पूजा दुबे के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करवाने गये पुलिस थाने में उनकी एफ.आई.आर नहीं दर्ज हुई पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारियों से मिलने गये कोई अधिकारी मिलना नहीं चाहता रहा फिर दो साल के बाद अक्टूबर 2023 में उसी हास्पिटल में कविता तिवारी की डिलेवरी के कारण मृत्यु हो गई उनके भी परिजन लोग प्रशासन के पास श्रीराम हास्पिटल की शिकायत करने गये कोई सुनवाई नहीं हो रही थी फिर उनके परिजन लोग श्रीराम हॉस्पिटल के बाहर धरना में बैठ गये 12 घंटे तक बैठे रहे फिर प्रशासन के अधिकारी लोग घटना स्थल पर पहुँचे, झूठा अश्वासन दिये जांच होगी जो दोषी पाया जायेगा उसके ऊपर कार्यवाही होगी आज तक कुछ नहीं हुआ राजेश कुमार विसनदासानी माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर में याचिका लगाया कि श्रीराम हेल्थ केयर सेन्टर हॉस्पिटल शहडोल में फर्जी डॉक्टरों के कारण कई महिलाओं की डायलिसिस और डिलेवरी के कारण मृत्यु हो रही है। और माननीय उच्च न्यायालय से आदेश हुआ स्वास्थ्य चिकित्सालय सी एम एच ओ शहडोल को उस हॉस्पिटल की जो जो जांचे हुई 3 हफ्ते के अन्दर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। माननीय उच्च न्यायालय मे सी एम एच ओ एम एस सागर अपने स्टाफ गोपीलाल की डिग्री लगाकर झूठी रिपोर्ट बनाया कि डायलिसिस गोपीलाल करता रहा। उस श्रीराम हेल्थ केयर सेन्टर हास्पिटल में कई सालों से डायलिसिस गणेश कुशवाहा ही करता रहा। उसके पास न कोई डिग्री रही और न कोई ज्ञान भी नहीं रहा। डायलिसिस करने का उनके कारण कई मरीजों की मृत्यु हुई श्रीमान् महोदय जी गोपीलाल स्वास्थ्य चिकित्सालय शहडोल में डायलिसिस का कार्य करता है। सुबह 8 बजे स्वास्थ्य चिकित्सालय में डायलिसिस करना शुरू कर देता रहा। और शाम को 7 व 8 बजे तक डायलिसिस करता रहता है।
श्रीमान् महोदय जी गोपीलाल स्वास्थ्य चिकित्सालय में सुबह से लेकर रात तक डायलिसिस करता रहता है। श्रीराम हास्पिटल में कितने बजे जाकर डायलिसिस करता होगा आप खुद ही अंदाज लगा लीजिए। सी एम एच ओ एम एस सागर श्रीराम हास्पिटल को नोटिस भेजता है। जनवरी 2021 में जब माननीय उच्च न्यायालय से आदेश होता है उसके बाद 2022 में जांच होती है। अप्रैल 2022 में माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर में डॉक्टर भूपेन्द्र सिंह सेगर झूठा एफीडेबिट झूठी रिपोर्ट जाकर पेश करता है। माननीय महोदय जी स्वास्थ्य चिकित्सालय में सी एम एच ओ और डॉक्टर लोग और प्रशासन प्रायवेट हॉस्पिटल की रेगुलर हमेशा बारीकी से जांच हो उनके डॉक्युमेन्ट दस्तावेज जा के देखें तो फर्जी डॉक्टरों के कारण से ईलाज होता है कुछ अंकुश लग सकता है। स्वास्थ्य चिकित्सालय सी एम एच ओ डाक्टर लोग प्रायवेट हॉस्पिटल के प्रबंधक के साथ पार्टी करते हैं और साथ में बैठकर दारू पीते हैं रात को वे लोग प्रायवेट हॉस्पिटल के उपर क्या कार्यवाही करने जायेंगे जो गोपीलाल अपना बयान कथन मानव अधिकार भोपाल और हमको दिया कि मैं श्रीराम हास्पिटल में 2021 से काम शुरू किया हूँ प्रशासन और स्वास्थ्य चिकित्सालय ने गोपीलाल का 2020 जुलाई का बयान पेश किये है हाई कोर्ट में।
श्रीराम हेल्थ केयर सेन्टर हास्पिटल को बचाने के लिये प्रशासन के अधिकारी स्वास्थ्य चिकित्सालय सी एम एच ओ एम.एस. सागर विसनदासानी का डॉक्टर श्रीराम हॉस्पिटल सील होने में और उसके प्रबंधक को गिरफ्तार होने में बचाने के लिये ये सब लोग अहम भूमिका निभाये सच्चाई को दबा दिये और झूठ को उजागर कर दिये। कोई तुम्हारा एन्टी है तुमको पता पड़ जाए कि वह किसी हॉस्पिटल में एडमिट है अपना इलाज करवा रहा है डॉक्टर की साठ-गांठ से उसको रास्ते से हटा सकते हैं श्लो पॉइजन इंजेक्शन देने पर उस पेसेन्ट को जो किसी का एन्टी है। पता नहीं पड़ेगा कि उसकी कैसे मृत्यु हो गई किसी सामने वाले को हटाने के लिए किलर को सुपाड़ी देते है उसका कभी न कभी भेद खुल जाता है। और कानून के शिंकजे की जाल में फस जाता है। किसी डॉक्टर को सुपाड़ी दे दो। वे तुम्हारे दुशमन को श्लो पॉइजन इंजेक्शन दे देगा वे अपने आप रास्ते से साफ हो जायेगा और डॉक्टर को कुछ नहीं होना है। उनकी शिकायत भी होगी प्रशासन न्यायालय में जो सी एम एच ओ और डॉक्टर लोग जांच भी करेंगे और पोस्टमार्डम भी करेंगे अपनी विरादरी डॉक्टर के फेवर में झूठी रिपोर्ट बना देंगे माननीय महोदय जी डॉक्टरों के खिलाफ कड़ा कानून नहीं बनेगा तो भविष्य में ऐसी घटना घट सकती है। और बीच में घटी भी है श्रीमान् महोदय जी गोविन्दन रंगा नाथन डायरेक्टर उसको गिरफ्तार करने के लिये शासन प्रशासन के द्वारा बीस हजार का ईनाम घोषित किया गया। श्रीमान् महोदय जी श्री राम हेल्थ केयर सेन्टर हॉस्पिटल में कई सालों से मौते हुई है। उसके प्रबंधक और गोपीलाल को गिरफ्तार करने और कार्यवाही करने के लिये भोपाल से कोई टीम गठित कीजिए। सच्चाई को सामने लाये मैं उस अधिकारी टीम को अपनी तरफ से पांच लाख एक हजार रूपये का ईनाम दूंगा गोपीलाल ने झूठा बयान दिया है कानूनी तौर पर वे एक अपराध है उसके तहत झूठी गवाह देने पर भारतीय दंड क तहत 10 साल की सजा का प्रावधान है इस व्यक्ति को गिरफ्तार करके लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट करवाईये ये हर बार झूठ बोला है हर अधिकारी को झूठा बयान और कथन दिया है। मैं राजेश कुमार विसनदासानी पिछले पांच वर्षों से मैं लड़ाई लड़ रहा हूं फर्जी डॉक्टरों के ईलाज करने के खिलाफ। धनतेरस दीपावली के त्यौहार में प्रदेशवासियों और देशवासियों को मेरी तरफ से शुभकामनायें और बधाई।