राजगढ़ (मध्य प्रदेश)।
जिले के मलावर थाना क्षेत्र के अंतर्गत लखनवास गाँव की रहने वाली मधुबाई पुरी पति गोविंद पुरी ने अपने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिला पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है। महिला का आरोप है कि उसे ससुराल पक्ष के लोगों ने मारपीट कर घर से निकाल दिया, बच्चों को अपने पास रख लिया और अब उन्हें वापस नहीं दे रहे हैं।
पीड़िता मधुबाई ने बताया कि उसकी शादी को 13 वर्ष हो चुके हैं, और उसके 5 बच्चे हैं — जिनमें से एक बच्चा उसके साथ है, जबकि चार बच्चे (कनक, ईशानी एंजेल शिवांश) ससुराल वालों के कब्जे में हैं।
मधुबाई के अनुसार, उसके पति गोविंद पुरी आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और फिलहाल करीब दो महीने से जेल में बंद हैं। पति द्वारा अक्सर मारपीट और मानसिक उत्पीड़न किया जाता था। 7 सितंबर 2025 को जब वह ससुराल में थी, तो उसके ससुर जुगलपुरी, ननद आशा पुरी, किरण, शोभा, और राममूर्ति ने मिलकर उसके साथ बुरी तरह मारपीट की और घर से भगा दिया।
पीड़िता ने बताया कि ससुराल पक्ष के लोग बच्चों के साथ जबरन काम करवाते हैं, उन्हें पढ़ाई नहीं करने देते, और गलत संगत व डर-धमकी के माहौल में रखते हैं। मधुबाई का कहना है कि वह अपने बच्चों को वापस पाना चाहती है, ताकि उन्हें सुरक्षित माहौल में रख सके।
मधुबाई ने इस घटना की शिकायत थाना मलावर में दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन उसका कहना है कि रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई और पुलिस केवल समझाइश देकर लौटा देती है। कई बार आवेदन देने के बावजूद अब तक किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
वह वर्तमान में अपने मायके ग्राम डाबडी में रह रही हैं और लगातार थाने व अधिकारियों के चक्कर लगा रही हैं। उन्होंने अपने ज्ञापन में लिखा है कि ससुराल वाले न केवल उन्हें धमकाते हैं, बल्कि उनके मायके वालों को भी गालियां और धमकियाँ देते हैं।
पीड़िता ने जिला पुलिस अधीक्षक, राजगढ़ से ससुराल पक्ष के सभी आरोपियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई, अपने चारों बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, और उन्हें मां के संरक्षण में दिलाने की मांग की है।
स्थानीय महिलाओं ने भी प्रशासन से इस मामले में तत्काल जांच व निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके।
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