जहानाबाद, 30 अक्टूबर 2025।
जहानाबाद जिले के सुपी पंचायत मलाठी के शिव मंदिर मठ परिसर में मंगलवार को महिला सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन को लेकर आयोजित “शिव-चर्चा” कार्यक्रम ने पूरे इलाके में नई ऊर्जा का संचार कर दिया। इस ऐतिहासिक आयोजन का सबसे बड़ा आकर्षण बने सिकंदर पासवान, जिन्होंने न केवल इस कार्यक्रम की नींव रखी बल्कि पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ महिलाओं को आगे बढ़ने का संदेश भी दिया।
गाँव की सैकड़ों महिलाओं की उपस्थिति में माहौल एकता और संकल्प से भरा हुआ था। पिपला महिला ग्राम संगठन और सुर्यमुखी महिला ग्राम संगठन के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस कार्यक्रम ने साबित कर दिया कि जब गाँव की महिलाएँ एकजुट होती हैं, तो बड़ी से बड़ी बाधा को तोड़ सकती हैं।
कार्यक्रम की खास बातें:
गरीबी निवारण हेतु जीविका योजना की उपलब्धियों पर जोर
महिला स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता को लेकर ठोस चर्चा
ग्राम संगठन द्वारा चलाए जा रहे प्रशिक्षण और योजनाओं की समीक्षा
सामूहिक आभार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति
लेकिन, चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा रहे सिकंदर पासवान।
उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा:
“आज महिलाएँ किसी से पीछे नहीं हैं। जीविका ने हमें गरीबी की जंजीरों से निकालकर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया है। अब गाँव की हर महिला अपने परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे समाज की रीढ़ बनेगी।”
उनके उत्साहपूर्ण संबोधन पर तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। ग्रामीणों ने भी खुलकर उनका समर्थन किया और कहा कि इस आयोजन के पीछे सिकंदर पासवान की दूरदर्शिता और समर्पण ही असली ताकत है।
क्यों बने सिकंदर पासवान चर्चा का विषय?
1. उन्होंने ही इस कार्यक्रम को आयोजित करवाने की पहल की।
2. पूरे आयोजन में वे डटकर मौजूद रहे और हर महिला से सीधा संवाद किया।
3. उनके नेतृत्व में महिलाओं ने सामूहिक रूप से शिक्षा, रोजगार और सामाजिक विकास का संकल्प लिया।
नतीजा:
यह आयोजन केवल महिला सशक्तिकरण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसने यह भी साफ कर दिया कि सिकंदर पासवान अब गाँव की राजनीति और सामाजिक बदलाव की नई धुरी बनकर उभर रहे हैं।
जहानाबाद से उठी यह गूंज अब पूरे बिहार में फैल रही है –
“जब महिलाएँ आगे बढ़ती हैं, तो समाज की तस्वीर बदलती है। और जब नेतृत्व सशक्त हो, तो बदलाव रुक नहीं सकता।”